Unakeshvara
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Unakeshwar (ऊनकेश्वर) is place in Yavatmal district of Maharashtra.
Origin
Variants
- Onakadeva (ओनकदेव) दे. Unakeshvara (ऊनकेश्वर) (AS, p.117)
- Unakeshvara (ऊनकेश्वर) (AS, p.104)
- Onakdeo (ओनकदेव)
History
Monuments of Yadava rule which lasted upto 1320 can be noticed in the northern part of the district in the fort and temples of Mahur, the temple and hot water springs of Onakdeo, where one of the earliest Marathi inscriptions on record has been discovered, and in the temples at Jainad, Chandur and Rajura.[1]
At Onakdeo there are hot springs whose sulphur waters have medicinal value. Popular legend associates them with Rishi Sarabhanga whose hermitage might have been near here. An annual jatra is held here in November. [2]
ऊनकेश्वर
विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ... ऊनकेश्वर (AS, p.104): ऊनकेश्वर महाराष्ट्र राज्य के यवतमाल ज़िला के पास आदिलाबाद के निकट अति प्राचीन स्थान है। इसे ओनकदेव भी कहते हैं। जनश्रुति है कि इस स्थान पर रामायण काल में शरभंग ऋषि का आश्रम था। भगवान राम वनवास काल में इस स्थान पर कुछ समय के लिए आए थे। रामायण[4] में शरभंगाश्रम का यह उल्लेख है- 'अभिगच्छामहे शीघ्रं शरभंगं तपोधनम्, आश्रमं शरभंगस्य राघबोऽभिजगाम ह'।
कालिदास ने शरभंगाश्रम का सुन्दर वर्णन राम-सीता की लंका से अयोध्या तक की विमान यात्रा के प्रसंग में इस प्रकार किया है- 'अद: शरण्यं: शरभंग नाम्नस्तपोवनं पावनमाहिताग्ने:, चिराय संतर्प्य समिद्भरग्निं यो मंत्रपूतां तनुमप्यहौषीत्:'।[5] (दे. शरभंगाश्रम)
ऊनकेश्वर में गरम पानी का एक कुंड है जिसे, कहा जाता है कि, श्रीराम ने बाण से पृथ्वी भेद कर शरभंग के लिए प्रकट किया था।
External links
See also
References
- ↑ History And Legend In Hyderabad, Department of Information and Public Relations, 1953, p.3
- ↑ History And Legend In Hyderabad, Department of Information and Public Relations, 1953, p.5
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.104
- ↑ वाल्मीकि रामायण, अरण्य कांड, सर्ग 5, 3
- ↑ रघुवंश 13, 45