Pandharapani

From Jatland Wiki
Jump to navigation Jump to search
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Pandharapani (पंढरपानि) is a pass in Konkan Hills of Maharashtra. It is associated with the history of Shivaji.

Origin

Variants

History

पंढरपानि

विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...पंढरपानि (AS, p.517) महाराष्ट्र में कोंकण की पहाड़ियों का एक गिरिमार्ग (दर्रा) है। 17वीं शती के मध्य में शिवाजी की बढ़ती हुई शक्ति को देखकर बीजापुर के सुल्तान आदिलशाह ने हब्शी सरदार सीदी जोहर को उनका पीछा करने के लिए भेजा। सीदी जोहर ने जाते ही पन्हाला दुर्ग को घेर लिया। कई मास के घेरे के पश्चात् जब दुर्ग टूटने को हुआ तो शिवाजी चुपचाप वहाँ से निकलकर रंगन होते हुए प्रतापगढ़ जा पहुँचे। [p.518]: इस पर सीदी जोहर की सेना ने शिवाजी का पीछा किया, पर पंढरपानि के गिरिमार्ग में बाज़ी प्रभु देशपांडे ने दीवार की तरह खड़े होकर उसे आगे बढ़ने से रोक दिया। जब शिवाजी ने विशालगढ़ के क़िले में सकुशल पहुँचकर तोप दागी तो उस आहत वीर सरदार ने सुख से अपने प्राण त्याग दिये। देशपांडे का नाम महाराष्ट्र के इतिहास में आज भी अमर है।

External links

References