Ramrichh Pal Shivran

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Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Ramrichh Pal Shivran (born:1.1.1911) (महाशय रामरिछपाल शिवरान), from Chandwas, Bhiwani, was a social worker and freedom fighter in Bhiwani, Haryana and Shekhawati area of Rajasthan . [1]

जाट जन सेवक

ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ...महाशय रामरिछपाल शिवरान - [पृ.516]: पिता का नाम चौधरी हरनाम सिंह शिवरान, जन्म भूमि ग्राम चाँदवास, पोस्ट नोढ़डा (जींद राज्य), जन्म तारीख 1 जनवरी 1911

आपके पिता अपनी जम्मीदारी बुधाना (जिला रोहतक) में चले गए थे। वहीं से आपने प्राइमरी पास की। आपकी माता जी की साया पहले ही उठ चुकी थी। प्राइमरी पास करने पर आपके पिताजी भी चल बसे। सन 1930 में छारा जिला रोहतक से मिडिल परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की।

मैट्रिक पास करके म्युनिसिपल कमेटी दिल्ली व पंजानी प्रेस में काम किया। सन् 1932 ई. से अपने गांव में रेशम का कपड़ा बनाने की खड्डी लगाई। 1934 में नरेला में वैदिक पाठशाला चालू की और भोजन कपड़े के लिए केवल ₹10 मासिक लेकर अवैतनिक सेवा की। आपके प्रयत्न से वहां मिडिल स्कूल बन गया। आप दिन में पढ़ाई करते रात्रि के समय आस-पास के गांव में विद्या प्रचार करते। आपके प्रयतन से वहां अच्छा मकान स्कूल के लिए बन गया।

1942 आपने आर्यसमाज लाहौर का कार्य किया। आपने पाठशाला के लिए चन्दा करवाया। अक्टूबर 1943 ई. से आप बढ़ाड़ा स्कूल की सेवा कर रहे हैं। आपके प्रयत्न से वहां शिवरान भवन बन गया है। जिसमें लोअर मिडिल स्कूल तक की पढ़ाई हो रही है। जिन विद्यार्थियों ने पढ़ना छोड़ दिया था उन्हें पंजाब विश्वविद्यालय की हिंदी रत्न वह हिंदी भूषण की परीक्षाएं दिला कर उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहन दिया है।


[पृ.517]: आप अपने पिता के इकलौते पुत्र हैं। शिवरान के 25 वह 52 गांवों में आपका विशेष कार्यक्षेत्र है। वहां के जाटों के लिए आपने शिक्षा प्रचार, समाज सुधार का सरहनीय कार्य किया है जींद राज्य प्रजामंडल के संगठन कार्य में भी आपका पूर-पूरा सहयोग है।

जीवन परिचय

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

  1. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.516-517
  2. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.516-517

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