Sadan Singh Khuntel
Sadan Singh Khuntel (ठाकुर सदनसिंह खूंटेल), Santruk (सान्तरुक), Bharatpur was a Social worker in Bharatpur, Rajasthan.[1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....ठाकुर सदनसिंह - [पृ.58]: जब भरतपुर के बड़े जाट परिवारों में सान्तरुक के ठाकुर सदनसिंह खूंटेल को नहीं भुलाया जा सकता। ओल केश में जिसे धार्मिक युद्ध कहा जाता है ठाकुर सदनसिंह खूंटेला और उनके पिता लक्ष्मन सिंह दोनों ही फांस लिए गए थे। यह उनके कृष्ण भवन जाने का चांस था। उसके बाद ठाकुर सदनसिंह ने सहायक रूप से सामाजिक कार्यों में भाग लिया। आप एक बुद्धिमान आदमी और अपने गोत्र खूंटेला में सर्वोपरि व्यक्तियों में गिनती होती है। आपकी उम्र 50 के आस पास है।
आपके साथियों में ठाकुर छप्पन सिंह, राम सिंह और मुंशी सिंह आदि रहे हैं।
सान्तरुक की नई पौध में ठाकुर बालेसिंह और पूरनसिंह किसान सभा के साथी और उत्साही युवक हैं। किसान सभा को आगे बढ़ाने के लिए ठाकुर बालेसिंह ने बीरबलसिंह और पूरनसिंह को साथ लेकर अनेक मीटिंगों में भाग लिया।
जीवन परिचय
गैलरी
Jat Jan Sewak, p.58
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.58
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.58
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