Sardara Ram Saran
Author: Laxman Burdak, IFS (R) |
Sardara Ram Saran (चौधरी सरदाराराम चौटाला), from Chautala (चौटाला), Hisar, Haryana, was a Social worker at Sangaria in Hanumangarh, Rajasthan. [1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....चौधरी शिवकरण और सरदारा राम - [पृ.144]: जाट हाई स्कूल संगरिया से कुछ ही मील के फासले पर जाटों का एक गांव चौटाला है। यद्यपि यह गांव जिला हिसार में है किंतु इसको बीकानेर की हलचलों से अलग कर देखा उचित सा नहीं है।
यहीं के दो प्रमुख जाट सरदार हैं - शिवकरणजी और सरदारारामजी। शिवकरण जी संगरिया जाट हाई स्कूल के स्तंभों में से हैं। आपके सहयोग से ही इस संस्था को इतना उन्नत बनाया है। पूज्य स्वामी केशवानंद जी की आज्ञा मात्र पर यह स्कूल की सहायता करते हैं।
बीकानेर के कौमी सुधार संबंधी अन्य कामों में आप
[पृ.165]: सदैव सहायता करते हैं। आप समृद्धिशाली शिक्षा प्रेमी और उन्नत विचारों के आदमी हैं।
जीवन परिचय
ठाकुर देशराज[3] ने लिखा है ....चौटाला (हिसार) - [ p.165]: चौटाला (हिसार) संगरिया विद्यालय से यह गाँव दो-ढाई कोस के फासले पर है। यहां कई जाट घर काफी मशहूर हैं। इनमें चौधरी शिव करण सिंह, बल्लू रामजी चौधरी, चौधरी मलू राम, सरदारा राम सारण, चौधरी ख्याली राम, मनीराम, चौधरी जी सुखरामजी और हरिराम पूर्णमल जी आदि ने जाट स्कूल संगरिया के प्राणों की बड़ी सावधानी से अपने नेक कमाई के पैसे से सहायता कर के बीकानेर के जाटों के उत्साह को जिंदा रखा है।
इस गांव में सहारण, सिहाग, और गोदारा जाट ज्यादा आबाद हैं।
चौधरी शिव करणसिंह चौटाला यहाँ के नेता लोगों में अपना प्रभुत्व रखते हैं। |चौधरी सरदारा राम जी अन्य आदमी हैं। इन सभी लोगों ने बीकानेर निवासी कृतज्ञ हैं। यहां पर चौधरी साहबराम जी कांग्रेसी नेताओं में गिने जाते हैं।
External links
गैलरी
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Jat Jan Sewak, p.144
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Jat Jan Sewak, p.145
सन्दर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.144-145
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.144-145
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.165
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