Bhagirath Karwasara
Sepoy Bhagirath Karwasara (b:10.1.1978-d:), 13 Grenadiers of Indian Army became, Martyr of Militancy in Milan pur sector of Assam. Shaurya Chakra, From Karwasaron Ki Dhani, Merta city tahsil, Nagaur district in Rajasthan.
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परिचय
अमर शहीद भागीरथ कड़वासरा का जन्म नागौर जिले की मेड़ता तहसिल के गांव कड़वासरोँ की ढाणी, गोटन मेँ 10 जनवरी 1978 को हुआ । आपके पिता का नाम श्री हपाराम व माता का नाम श्रीमति मंगलीदेवी है । आपका विवाह ग्राम टानणपुर, गोटन के श्री पूराराम बांगड़ा की पुत्री संतोष से हुआ । आपके एक पुत्री सुष्मिता है ।
सेना मेँ चयन
शहीद भागीरथ का चयन 5 जनवरी 1995 को भारतीय सेना की 13 ग्रिनेडियर्स बटालियन मेँ हुआ । आपने अपनी ज्यादातर देशसेवा पूर्वी क्षेत्र मेँ निभायी ।
शहादत
उस समय आप भारतीय सेना के मिलनपुर सेक्टर (आसाम) में तैनात थे । तभी आपको कुछ उग्रवादियोँ की घुसपैठ की खबर मिली । देशसेवा को परमोधर्म मानने वाले वीर सिपाही उग्रवादियोँ का विध्वंस करने निकल पड़े । तीन घंटे चली आमने सामने की मुठभेड़ मेँ सभी दुश्मन मार गिरा दिये गये । शहीद भागीरथ भी 5-6 दुश्मनोँ को मारकर देशहित मेँ बलिदान हो गये ।
शहीद का सम्मान
दिनांक 9 जून को शहीद का शव गांव लाया गया तथा पूर्ण ससैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया । 26 मार्च 2003 को शहीद भागीरथ को मरणोपरांत भारतीय सेना के "शौर्य चक्र सम्मान" से सम्मानित किया गया । 28 मार्च 2007 को गांव मेँ शहीद का भव्य स्मारक बनाया गया । जिसकी अध्यक्षता तत्कालीन जल संसाधन मंत्री सांवरलाल जाट व हनुमान बेनिवाल ने की ।
लेखक
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