Shekhawati Ke Gandhi Amar Shahid Karni Ram/Karni Ramji Se Sambandhit Patradi

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पुस्तक: शेखावाटी के गांधी अमरशहीद करणीराम

लेखक: रामेश्वरसिंह, प्रथम संस्करण: 2 अक्टूबर, 1984

परिशिष्ट-करणीराम जी से संबंधित पत्रादि.

नानाजी को पत्र

इलाहाबाद

22-8-40

महामान्यवर नाना जी चरण कमलों में सादर धौक,

मैं यहां पर ईश्वर की कृपा से राजी-खुशी हूँ और घर पर हर प्रकार से आनन्द-मंगल के लिए परमांत्मा से हमेशा प्रार्थी रहता हूँ। आपका पत्र 12 तारीख का लिखा मुझे मिला। आपने लिखा मेरे साथ वाले लड़के यहां नहीं आये तो मुझे इसके लिए कोई चिन्ता नहीं करनी चाहिए तथा बहुत होशियारी से रहना चाहिये। मुझे यहाँ कोई तकलीफ नहीं है और हर प्रकार से होशियारी तथा पढ़ाई करता हूँ। अब यहां के लड़कों से काफी परिचित हो गया हूँ। इलाहाबाद मेरे लिए जयपुर जैसा ही हो गया है। यहां पर वर्षा व फसल अच्छी है, अपने यहां भी अच्छी होगी। मिस्टर गंगाधर चिड़ावा वाले भी राजी-ख़ुशी है। गंगाधर के अलावा भी मेरे साथ पिलानी पढ़े हुए यहां पर काफी लड़के है। पिलानी के प्रिंसिपल का लड़का भी जो पिलानी में मेरे साथ पढ़ता था यहीं पर एम. ए. में पढ़ता है। जयपुर के भी यहां पर कई लड़के है।

                                                                                आपका आज्ञाकारी,
                                                                                           ह. करणीराम 

शिवनाथ सिंह को पत्र

चिड़ावा

5-5-52

प्रिय शिवनाथ सिंह,

श्री द्वारका प्रसाद जी आ रहे है --- इनका केस मजिस्ट्रेट चिड़ावा के पास है ---ध्यान से देखना मैं ठीक-ठीक नहीं समझ पाया हूँ कि केस क्या है--मगर आप हाजिर होकर टाइम ले लेना --- तब तक मैं आकर जवाब पेश कर देंगे। मुकन्दगढ़ वाले मामले में भी तारीख होगी ही। मैं अगर पहले नहीं आ सका तो 11-5-52 को अवश्य ही झुंझुनू जाऊँगा।

                                                                                   आपका 
                                                                                       ह.  करणीराम

Letter of B.N. Tankha

JHUNJHUNU

The 27th April, 52

My dear Karniram ji,

I am sending you a letter addressed to the S.D.M. which kindly deliver to him. S.P. and the S.D.M. both have reported that in most of the villages rent has been realised on the basis of the past practice but the dispute with regard to Chanwara, Kishorepura, Papra, Jodhpura and Haripura is till unsettled. I hope you will kindly meet the cultivators of these villages and do your level best to settle the dispute.

                                                                             Yours Sincerely 
                                                                                    Sd/- 
                                                                              B.N. Tankha

Shri Karniram

Advocate,

Jhunjhunu.

भगवान सिंह को पत्र

प्रिय भगवान सिंह जी,

मैं गुढा उदयपुर जा रहा हूँ। इस पत्र के साथ कल के पेशी के मुकदमों की सूची है। आप जल्दी ही अदालत पहुंचें। मैंने कलेक्टर साहब से निवेदन कर दिया है ---वे सब संबंधित अदालतों से तारीखें, दिलवा देंगे--------- मैं यहाँ न रहूंगा इसलिए मुकदमा गड़बड़ न हो जावे। जरूरत हो तो कलेक्टर साहब को भी एक सूची दे देना और डायरी देखकर सहूलियत के मुताबिक तारीख ले लेना। तेज सिंह बनाम रामू वगैरा में एक दो दिन की ही तारीख कलेक्टर साहब से कह कर ले लेना।

ह. करणी राम

27.4.1952


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पुस्तक समाप्त