Sonpalsar
Author:Mukanda Ram Nehra, Principal (R) |
Sonpalsar (सोनपालसर) is a medium-size village in Sardarshahar Tehsil of Churu district in Rajasthan.
Origin
- सोनू सारण जाट ने इस गांव को बसाया था।
Location
Sonpalsar is 40 km distance from Sub District Head Quarter Sardarshahar and it is 95 km distance from District Head Quarter Churu. Nearest Statutory Town is Sardarshahar in 40 km Distance . Sonpalsar Total area is 4215.29 hectares and Non-Agricultural area is 290.65 hectares
Jat Gotras
- Bajia
- Dhayal
- Gat
- Godara - Came from Khokharana
- Nehra (1) - Came from Gudarwas,
- Punia
- Saran
- Sihag - Came from Bhukaredi, Ratangarh
- Sinvar (25) - Came from Dhatari, Ratangarh
- Thakan,
History
गांव सोनपालसर का इतिहास
गांव सोनपालसर तहसील सरदारशहर जिला चूरू में अवस्थित है। यह गांव सरदारशहर से पश्चिम दिशा में स्थित है। इस गांव के बारे में बताया गया कि यह गांव लगभग 500 वर्ष पूर्व का बसा हुआ है। सोनू नाम के जाट (सारण) गौत्र ने इस गांव को बसाया था।
इस गांव में सबसे पुराना मेहर जी द्वारा स्थापित एक पक्का मेहर मठ है । इस गांव में अलग-अलग कुछ है जौहड या गोचर हैं - जैसे पांडवाणु ,जोखणु, दाडवाणु आदि ।
दाडवाणु जोहड़ के आस-पास भूखरेडी गांव के श्री ईसर राम सिहाग के भाईयों की कृषि भूमि है। ईसर राम सिहाग का जीवन बड़ा संघर्षमय रहा। दूर गांव भूखरेडी से आकर इस क्षेत्र में सरपंच पद पर आसीन हो गये। ईसर राम सिहाग ने सबसे पहले दाडवाणु जोहड़ में गौशाला खोली लगभग 1500 गायें वहां पर रखी। विभिन्न दानदाताओं व भामाशाहों के सहयोग से समुचित चारे पानी की व्यवस्था की। तत्पश्चात वहां पर कृषि भूमि खरीदी। गरीबों के मसीहा थे इन्होंने अपनी जमीन पर बंजारों को बसाया तथा बाहर से आने वाले लोगों को इनसे सुरक्षा मुहैया कराई। आज इस क्षेत्र को ढाणी भाटियान कहते हैं। इस जोहडे में पुराना कुआं है तथा पक्का जोहड़ है। दाडवाणा जोहड़ व श्री ईसर राम सिहाग के बारे में जानकारी श्री परतुराम जी सिहाग (9057593684) ने दी है जिनकी यहां कृषि भूमि है तथा हाल में यह भूखरेडी तहसील रतनगढ़ जिला चूरू में रहते हैं।
इस गांव के बारे में श्री मालाराम जी पारीक ने भी जानकारी दी। इस गांव में लगभग 450 घर हैं तथा 2700 के आस-पास जनसंख्या है। जिसमें पारीक जैसे बोहरा, जोशी तथा राजपूत, मेघवाल, सुथार, नायक, नाई, राव भाट बंजारा भाट आदि हैं।
जाट जाति के अनेक घर हैं जिसमें सिंवर (25) - धातरी (रतनगढ़) धायल, गोदारा (खोखराणा), गाट, थाकण, नेहरा 1 घर (गुदड़वास), बाजिया, पूनिया आदि हैं ।
यह गांव सड़क मार्ग से सरदारशहर मुख्यालय से जुड़ा हुआ है। इस गांव के बारे में विभिन्न जाट जाति की गौत्रों की अन्य जानकारियां श्री किशनलाल सिंवर (9079223117) ने दी. इस गांव में कक्षा 12 तक का सरकारी विद्यालय है। इस गांव में अधिकांश लोग कृषि , पशुपालन व,दूध का धंधा करते हैं । कृषि के क्षेत्र में यहां पर भूमिगत जल को ट्यूबवेल के द्वारा निकाला जाता है। जिससे यहां पर रबि व खरीफ दोनों ही फसलें प्रमुखता से होती हैं । कुछ लोग व्यापार के संबंध में सरदार शहर व मुंबई जैसे बड़े शहरों में अपना व्यवसाय करते हैं आर्थिक दृष्टि से आज के समय में यह है सम्पन्न गांव है ।लेकिन शिक्षा में व सरकारी नौकरियों में आज भी पिछड़ा हुआ है
Population
According to Census-2011 information: With total 417 families residing, Sonpalsar village has the population of 2505 (of which 1321 are males while 1184 are females).[1]
Jat Monuments
Temples
Notable persons
External Links
References
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