Sumer Singh Bagaria

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Sumer Singh Bagaria

Sumer Singh Bagaria became martyr on 06.10.2022 during a war exercise at Babina Field Firing Range in Jhansi district of Uttar Pradesh. He was from Bagariya Ki Dhani village in Gudha Gorji tehsil of Jhunjhunu district in Rajasthan. Unit: 55 Armed Regiment.

नायब रिसालदार सुमेर सिंह बगड़िया

नायब रिसालदार सुमेर सिंह बगड़िया

यूनिट - 55 आर्मर्ड रेजिमेंट

आर्मर्ड कॉर्प्स

वीरांगना - श्रीमती सुमन देवी

नायब रिसालदार सुमेर सिंह बगड़िया राजस्थान के झुंझुनूं जिले की गुढ़ागौड़जी तहसील की गुढ़ा बावनी पंचायत के बगड़िया की ढाणी गांव के निवासी थे। नवंबर 1998 में वह भारतीय सेना की आर्मर्ड कॉर्प्स में भर्ती हुए थे। कारगिल युद्ध के समय 3 मई 1999 से 26 जुलाई 1999 तक वह राजस्थान में जैसलमेर बॉर्डर पर टैंक पर तैनात रहे थे। सुमेर सिंह अच्छे गनर और अचूक निशानेबाज थे। साथ ही साथ वह टैंक के मास्टर ट्रेनर भी थे। वे 100 से अधिक जवानों को टैंक से गोले दागने और चलाने का प्रशिक्षण दे चुके थे। वह अहमदनगर, हिसार और बबीना में तैनात रहे थे।

1 अक्टूबर 2022 से उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की बबीना फील्ड फायरिंग रेंज में वार्षिक युद्धाभ्यास चल रहा था। 6 अक्टूबर 2022 की सांय 7:00 बजे सुमेर सिंह T-90 भीष्म टैंक के कमांडर के रूप में अपने टैंक CREW के साथ गोले दागने का युद्धाभ्यास कर रहे थे। उसी समय एक गोला टैंक के बैरल में अटक गया और भीषण धमाके के साथ बैरल में ही फट गया। परिणामस्वरूप उस गोले की आग टैंक के भीतर पहुंचने से टैंक कमांडर नायब रिसालदार सुमेर सिंह, गनर सोवर सुकांता मंडल (पश्चिम बंगाल) गंभीर रूप से झुलस गए और वहीं वीरगति को प्राप्त हो गए। टैंक ड्राइवर लांस दफादार प्रदीप सिंह यादव (संत कबीर नगर, उत्तर प्रदेश) भी झुलसने से घायल हो गए।

सुमेर सिंह लगभग डेढ़ माह पूर्व अवकाश पर घर आए थे। दो दिन पूर्व उन्होंने फोन पर परिजनों को दिपावली पर घर आने का कहा था।

शहीद को सम्मान

8 अक्टूबर 2022 को गुढ़ागौडजी से लेकर बगड़ियों की ढाणी तक तिरंगा यात्रा में सड़क पर दोनों ओर सैकड़ों लोग खड़े रहे। सभी ने पुष्प वर्षा कर अंतिम विदाई दी। शेखावाटी के गांवों में यही परंपराएं हैं, जब गांव का कोई लाडला देश के लिए बलिदान होता है तो मानों यहां मेले लग जाते हैं। नायब रिसालदार सुमेर सिंह के गांव में भी ऐसा ही वातावरण रहा। देश के लिए बलिदान देकर सुमेर सिंह गांव के नायक बन गए। सुमेर सिंह अमर रहें... भारत माता की जय के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। लगभग 5 किलोमीटर तक उनकी पार्थिव शरीर की तिरंगा यात्रा निकाली गई।

उनकी अंतिम यात्रा में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा, सांसद नरेंद्र खीचड़, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी, एसपी मृदुल कच्छावा, एसडीएम राम सिंह राजावत, डीएसपी सतपाल सिंह, तहसीलदार सुभाष चंद्र स्वामी, पंचायत समिति सदस्य राम सिंह खेदड़, पूर्व पंचायत समिति सदस्य राकेश कस्वा, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया, भाजपा जिला प्रवक्ता पवन शर्मा, किशोरपुरा सरपंच मोहनलाल सैनी भोजराज गुड्डा, पवन खरबास, मीन सेना प्रदेशाध्यक्ष सुरेश मीना और अनिल गिल सहित सैकड़ों जन उपस्थित थे। सभी ने हुतात्मा की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किए। पूर्ण सैन्य सम्मान से उनका अंतिम संस्कार हुआ।

नायब रिसालदार सुमेर सिंह बगड़िया के बलिदान को भारत में युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा।

जय हिंद!! जय जवान!!

स्रोत

बाहरी कड़ियाँ

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संदर्भ

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