Bhola Singh Khuntel
Bhola Singh Khuntel (ठाकुर भोलासिंह खूंटेल) was a Social worker in Bharatpur, Rajasthan. He was born at village Magorra, in Mathura tahsil and district in Uttar Pradesh. He was prominent leader of Shekhawati Kisan Andolan.[1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....ठाकुर भोलासिंह - [पृ.48]: ठाकुर भोलासिंह का जन्म मथुरा जिले के गाँव मगोर्रा में आजसे 50 साल पहले ठाकुर गुलाब सिंह खूंटेल के घर हुआ। आपका गोत्र खूंटेल है।
आपने जवानी के आखिरी दिनों में कौमी सेवा का व्रत लिया। जाट महासभा के तत्वावधान में आपने राजस्थान को जगाना शुरु किया और लगभग इस वर्ष तक शेखावाटी को जगाने का काम पूरा किया। 1923 ई. में भरतपुर में महाराजा सूरजमल की द्वीतीय शताब्दी मनाई जाने वाली थी किन्तु वहाँ के अंग्रेज़ दीवान ने रोक दिया। जाट महासभा की नौजवान पार्टी ने कानून तोड़कर शताब्दी मनाने का निश्चय किया। ठीक समय पर जत्थे भेजकर आपके सभापतित्व में वह जयंती मनाई गई।
आप एक अच्छे वैद्य हैं और गुजरात के अहमदाबाद में प्रेक्टिस करके अपनी योग्यता का परिचय दिया। आप शांत स्वभाव के आदमी हैं।
जीवन परिचय
पुस्तक का प्रकाशन
- जाट-गौरव भजनावली: जाट महासभा के ख्यातनाम उपदेशक ठाकुर भोला सिंह और ठाकुर हुकुम सिंह जी ने तैयार किया है। मूल्य -), संदर्भ: जाट इतिहास (उत्पत्ति और गौरव खंड) (1937), लेखक: ठाकुर देशराज (प्रथम परिच्छेद के पहले)
गैलरी
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Jat Jan Sewak, p.48
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.48
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.48
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