Ved Mitra Chaudhary

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Ved Mitra Chaudhary

Ved Mitra Chaudhary was from Titayli village in Shamli tahsil of Shamli district in Uttar Pradesh. He fought bravely with miscreants to protect the honour of a young girl on 13.08.2015.

लांस नायक वेदमित्र चौधरी

लांस नायक वेदमित्र चौधरी

वीरांगना - श्रीमती बबीता देवी

यूनिट -58 इंजिनियर्स रेजिमेंट

कॉर्प्स ऑफ इंजिनियर्स

लांस नायक वेदमित्र का जन्म उत्तर प्रदेश के शामली जिले के टिटौली गांव में मास्टर श्री तेजपाल सिंह के घर में हुआ था। आरंभ से ही उनके पिता ने उन्हें देश सेवा एवं अन्याय का प्रतिकार करने के संस्कार दिए थे। वर्ष 2001 में वह भारतीय सेना की कॉर्प्स ऑफ इंजिनियर्स की 58 इंजिनियर्स रेजिमेंट में सैपर के पद पर भर्ती हुए थे। वर्ष 2006 में लगभग 6 माह उन्होंने सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में सेवाएं दी थी। वर्ष 2015 में वह मेरठ में 416 इंजीनियर्स ब्रिगेड मुख्यालय में तैनात थे। लगभग दो वर्ष पूर्व से ही वह मेरठ के रोहटा रोड स्थित गोपाल विहार कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते थे। प्रति सांय वह गोलाबड़ स्थित डेयरी से दूध लेने जाते थे।

13 अगस्त 2015 की सांय लगभग 6:30 बजे वह उस डेयरी पर दूध लाने गए। उसी समय डेयरी संचालक कृष्णन पाल की पुत्री चाय लेकर डेयरी की ओर आ रही थी। तभी, मोहल्ले के चार युवकों ने उस युवती के साथ छेड़छाड़ आरंभ कर दी। अपनी बहन के साथ छेड़छाड़ होता देख डेयरी संचालक के पुत्र ललित ने इसका विरोध किया और वहां उपस्थित लांस नायक वेदमित्र ने भी इसका प्रतिकार किया। जिसके परिणामस्वरूप उनका मनचलों से विवाद हो गया।

लांस नायक वेद मित्र के प्रतिकार से आक्रोशित मनचलों ने फोन कर समीप के गांव से अपने 10-12 अन्य साथियों को वहां बुला लिया तथा वेदमित्र और युवती के भाई सचिन पर सरियों, ईंटों और हॉकियों से आक्रमण कर दिया। अवसर पाकर सचिन उनके चंगुल से छूटकर वहां से भाग गया। निहत्थे वेद मित्र लगभग 25 मिनट तक उनसे संघर्ष करते रहे परंतु, अकेले होने और क्रूरतापूर्वक पिटाई से 14 घातक चोटें लगने से वह अचेत हो गए। उन्हें चिकित्सालय ले जाया गया जहां वह वीरगति को प्राप्त हुए।

लांस नायक वेद मित्र ने एक युवती के सम्मान और गरिमा की रक्षा के लिए अनुकरणीय साहस और निडरता का प्रदर्शन किया। निहत्थे और अकेले होने जैसी बाधाओं के उपरांत, भी उन्होंने युवती की सुरक्षा को स्वयं से ऊपर रखा। वे अपने नैतिक आदर्शों में अत्यंत दृढ़ थे। उन्होंने भारतीय सेना के देश और उसके नागरिकों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने के आदर्शों का पालन करते हुए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया।

लांस नायक वेदमित्र चौधरी भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए एक प्रेरणा है। उनके बलिदान को भारत में, युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा।

शहीद को सम्मान

स्रोत

बाहरी कड़ियाँ

चित्र गैलरी

संदर्भ


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