Vijaypal Singh Dhaka
Vijaypal Singh Dhaka (25.4.1976 - 10.6.1999) (Sepoy) was a Martyr of Kargil war from Rajasthan. He was from Dhaka Ki Dhani, tahsil Nawalgarh, district Jhunjhunu in Rajasthan. He became on 10 June 1999, Unit-17 Jat Regiment.
जीवन परिचय
सिपाही विजयपाल सिंह ढाका 25 अप्रैल, 1976 - 10 जून, 1999 सर्विस नंबर - 3187386 W Mention - in - Despatches वीरांगना - श्रीमती सरिता देवी यूनिट - 17 जाट रेजिमेंट ऑपरेशन - विजय कारगिल युद्ध 1999
सिपाही विजयपाल सिंह का जन्म 25 अप्रैल, 1976 को राजस्थान के झुंझुनूं जिले की नवलगढ़ तहसील के ढाका की ढाणी गांव में श्री नौरंग सिंह ढाका एवं श्रीमती सोनी देवी के परिवार में हुआ था। 06 अक्टूबर, 1994 को वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे।
कारगिल युद्ध के दौरान 10 जून 1999 को C कंपनी के रेडियो ऑपरेटर सिपाही विजय पाल अपने कंपनी कमांडर के साथ अग्रिम क्षेत्रों की टोह लेने गए थे। दुश्मन की गतिविधि देखकर कंपनी कमांडर ने अपने रेडियो ऑपरेटर के माध्यम से उन्हें मोर्टार से उलझाया। स्वचालित हथियारों के भारी फायर और गोलाबारी में सिपाही विजय पाल दुश्मन के तोपखाने के फायर से घातक रूप से घायल हो गए। अपनी गंभीर चोटों के उपरांत भी उन्होंने रेडियो से तब तक संवाद जारी रखा जब तक अपनी चोटों के कारण वीरगति को प्राप्त नहीं हो गए।
ढाका की ढाणी में स्थापित प्रतिमा इन के शौर्य की कहानी कहती है। सरकार द्वारा इनके नाम पर गांव में सरकारी स्कूल का नामकरण किया गया है। परिजनों द्वारा इनके नाम पर सार्वजनिक विश्राम भवन बनवाया गया है।
सिपाही विजयपाल सिंह के बलिदान को देश युगों युगों तक याद करेगा।
जय हिंद!! जय जवान!!
स्रोत
External links
Gallery
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Mention - in - Despatches
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सिपाही विजयपाल सिंह की प्रतिमा
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सिपाही विजयपाल सिंह राजकीय माध्यमिक विद्यालय, ढाका की ढाणी
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सिपाही विजयपाल सिंह की स्मृति में पिता चौधरी नौरंग सिंह द्वारा बनाया गया विश्राम घर
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सिपाही विजयपाल सिंह के पिता चौधरी नौरंग सिंह एवं माता श्रीमती सोनी देवी
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References
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