Dharmaranya

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Dharmaraṇya (धर्मारण्य) is name a forest mentioned in Mahābhārata.

Origin

Variants

History

धर्मारण्य

विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...महाभारत, वनपर्व 82, 46 के अनुसार धर्मारण्य को एक प्रमुख तीर्थ स्थान बताया गया है- 'धर्मारण्यं हि तन् पुण्यमाद्यं च भरतर्पभ, यत्र प्रविष्टमात्रो वै सर्वपापै: प्रमुच्यते'। धर्मारण्य गुजरात के प्राचीन नगर सिद्धपुर के परिवर्ती क्षेत्र (Shristhala|श्रीस्थल) का नाम है। प्राचीन समय में धर्मारण्य प्रदेश सरस्वती नदी द्वारा सिंचित था। महाभारत, वनपर्व 82, 45 में धर्मारण्य में कण्वाश्रम की स्थिति बताई गयी है- 'कण्वाश्रम ततो गच्छेच्छ्रीजुष्ट लोक पूजितम्'। उपर्युक्त उल्लेख में धर्मारण्य को श्रीजुष्टम् प्रदेश कहा गया है, जिससे इसके नाम '[[Shristhala|श्रीस्थल' की पुष्टि होती है। (दे.सिद्धपुर, [[Shristhala|श्रीस्थल)

External links

References