Bhaleram Beniwal
Bhaleram Beniwal (भलेराम बेनीवाल ) is a Jat historian from Dupedi village in Karnal district in Haryana. He has authored many books in Hindi.
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Bhaleram Beniwal can be contacted at following address and phones:
भलेराम बैनिवाल द्वार लिखित पुस्तकें
भलेराम बैनिवाल द्वार लिखित पुस्तकों की सूची साथ के बाक्स में दी गई है। महत्वपूर्ण पुस्तकों का यहाँ उल्लेख किया जा रहा है।
- जाटों का आदिकालीन इतिहास Jāton kā Ādikālīn Itihāsa, Jaypal Agencies, Agra 2005.
- जाट योद्धाओं के बलिदान Jāt Yodhāon ke Balidān, Jaypal Agencies, Agra 2005.
- जाट योद्धाओं का इतिहास Jāt Yodhāon kā Itihāsa, Beniwal Publication, Village-Dupedi, PO-Fafdana, District-Karnal, Haryana. 2008
- जाट योद्धाओं का इतिहास, द्वितीय संस्करण 2011
- वैदिक हरियाणा की सर्वखाप महापंचायत (Vaidik Hariyana Ki Sarvakhap Mahapanchayat), प्रकाशक: विजेंद्र बेनीवाल, गाँव दुपेड़ी, डाकघर: फफड़ाना , तहसील: असंध, जिला करनाल (हरियाणा) - 9466065270
- दर्पण का दर्पण, मूल लेखक: पृथ्वी सिंह बेधड़क, संकलकर्ता: भले राम बेनीवाल, प्रकाशन वर्ष:2014, मूल्य रु. 60/-
- चन्द्रगुप्त मौर्य (मोर गोत्री), लेखक: भले राम बेनीवाल, प्रकाशन वर्ष:2016, मूल्य रु. 60/-
- बेनिवालों का इतिहास, लेखक: भले राम बेनीवाल, प्रकाशन वर्ष:2016, मूल्य रु. 400/-
जाट योद्धाओं का इतिहास प्रथम संस्करण 2008
भलेराम बैनिवाल जी की जाट योद्धाओं का इतिहास पुस्तक वर्ष २००८ में प्रकाशित हुई है. यह पुस्तक लेखक के १२ वर्ष के अथक प्रयास का फल है. इस पुस्तक में वेदों, महाभारत, उपनिषद, पुरानों, देशी-विदेशी लेखकों द्वारा हिन्दी, पंजाबी, अंग्रेजी की पुस्तकों से जाट कोम के बारे में वर्तमान सृष्टि की उत्पति से लेकर कारगिल तक के तथ्य एवं प्रमाण जुटाए हैं. पुस्तक में सम्मिलित विषय सूची नीचे दी गयी है.
- पहला अध्याय : सृष्टि प्रकरण १-६७
- दूसरा अध्याय : जाट शब्द की प्राचीनता एवं उत्पति ६८-१४७
- तीसरा अध्याय : जाटों का विदेशों में गमन एवं विदेशों में जाट राज्य १४८-२२४
- चौथा अध्याय : यधिष्ठिर से पृथ्वीराज चौहान तक २२५-२८६
- पांचवा अध्याय : महात्मा बुद्ध से हर्षवर्धन बैस तक २८७-३२२
- छटा अध्याय : सर्वखाप पंचायत ३२३-३५४
- सातवाँ अध्याय :विकृत इतिहास ३५५-३९७
- आठवां अध्याय :राजस्थान ३९८-४६५
- नौवां अध्या:पंजाब का इतिहास पंजाब में सिख जाटों के राज्य ४६६-५२३
- दसवां अध्याय : जाट सैनिकों का चरित्र ५२४-५३२
- ग्यारवाँ अध्याय : जाट महापुरुष एवं वीरांगनाएं , जाट मुख्य मंत्री, जाट ध्वज गान, वैदिक हरयाणा ५३३-६९३
- बारवां अध्याय: मुख्य जाट गोत्रों का वर्णन ६९४-७६६
- तेरहवां अध्याय : जाट चित्रावली ७६७-७९६
- चौदहवां अध्याय :जाट गोत्रावली सूची ७९७-८२८
- पन्द्रहवां अध्याय: सन्दर्भ पुस्तकों का विवरण ८२९-८३८
जाट योद्धाओं का इतिहास द्वितीय संस्करण 2011
भलेराम बैनिवाल जी की जाट योद्धाओं का इतिहास पुस्तक वर्ष २००८ में प्रकाशित हुई थी. विगत तीन वर्षों के अथक प्रयास और शौध से इसका द्वितीय संस्करण २०११ में प्रकाशित हुआ है. यह पुस्तक ११३६ पृष्ठ की है. सर्वखाप पंचायत पर अध्याय और जाट चित्रावली को स्थानाभाव के कारण इसमें सम्मिलित नहीं किया गया है. जाट गोत्र सूचि में और गोत्रों को सम्मिलित कर विस्तार किया गया है. जाट विभूतियों के लिए अधिक स्थान देकर उन महापुरुषों को सम्मिलित किया गया है जो सतत समाज के विकास के लिए प्रयत्नरत हैं.
- पहला अध्याय : सृष्टि प्रकरण .....१-६४
- दूसरा अध्याय : जाट शब्द की प्राचीनता एवं उत्पति .....६५-१८९
- तीसरा अध्याय : जाटों का विदेशों में गमन एवं विदेशों में जाट राज्य .....१९०-२८३
- चौथा अध्याय : युधिष्ठिर से पृथ्वीराज चौहान तक .....२८४-३५०
- पांचवा अध्याय : महात्मा बुद्ध से हर्षवर्धन बैस तक .....३५१-३९५
- छटा अध्याय : विकृत इतिहास .....३९६-४८८
- सातवाँ अध्याय :राजस्थान .....४८९-५८६
- आठवां अध्याय : पंजाब का इतिहास पंजाब में सिख जाटों के राज्य .....५८७-६६८
- नौवां अध्याय : सार्वजनिक सच्चाईयां .....६६९-७६९
- दसवां अध्याय : जाट महापुरुषों एवं वीरांगनाओं की जीवनियाँ .....७७०-८७१
- ग्यारवाँ अध्याय : मुख्य जाट गोत्रों का वर्णन .....८७२-९२४
- बारवां अध्याय: जाट एवं पाखंडवाद पर कविताएँ .....९२५-९६५
- तेरहवां अध्याय : जाट गोत्र सूचि .....९५७-१०१३
- चौदहवां अध्याय : सन्दर्भ स्त्रोतों की सूचि .....१०१४-१०३७
- पन्द्रहवां अध्याय: जाट विभूतियाँ .....१०३८-११३६
वैदिक हरियाणा की सर्वखाप महापंचायत
वैदिक हरियाणा की सर्वखाप महापंचायत शीर्षक है लेखक भलेराम बेनीवाल द्वारा सर्वखाप पर लिखित पुस्तक का।
- प्रकाशक: विजेन्द्र बेनीवाल, गाँव दुपेड़ी, डाकघर: फफड़ाना, तहसील: असंध, जिला करनाल (हरियाणा) - 9466065270
- प्रथम संस्कारण -2010
- मूल्य: 120
अधिक जानकारी के लिए देखें - Vaidik Hariyana Ki Sarvakhap Mahapanchayat
चित्रवीथी
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वैदिक हरियाणा की सर्वखाप महापंचायत
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दर्पण का दर्पण, मूल लेखक: पृथ्वी सिंह बेधड़क, संकलकर्ता: भले राम बेनीवाल, प्रकाशन वर्ष:2014, मूल्य रु. 60/-
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चन्द्रगुप्त मौर्य (मोर गोत्री), लेखक: भले राम बेनीवाल, प्रकाशन वर्ष:2016, मूल्य रु. 60/-
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बेनिवालों का इतिहास, लेखक: भले राम बेनीवाल, प्रकाशन वर्ष:2016, मूल्य रु. 400/-
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जाट सभा भोपाल के वार्षिक समारोह 21नवम्बर 2004 में बायें से दायें संतोष ठाकुर, महिपाल सिंह मलिक, तत्कालीन राज्यपाल मध्यप्रदेश स्व. श्री बलराम जी जाखड़, भलेराम बेनीवाल और श्री एम एस सोलंकी, सेनि आईएफएस, पूर्व अध्यक्ष, जाट सभा भोपाल
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