Amgaon
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Amgaon (आमगांव) is a town and Tahsil in Gondiya district of Nagpur Division in the state of Maharashtra, India. It is connected to NH-543. Its ancient name was Padmapura (पद्मपुर).
Origin
Variants
Location
It is located 24 km east of its district headquarters at Gondia. Amgaon is 211 metres (692 ft) above sea level. It is 150 kilometres from Nagpur, on the Kurla - Howrah railway line, near the border of Chhattisgarh and Madhya Pradesh, and Amgaon Railway Station (code AGN) is under Nagpur Division of South East Central Railway.
Villages in Amgaon Tahsil
Towns: 1 Amgaon bk., 2 Risama,
Villages:
1 Anjora, 2 Asordi, 3 Bagheda, 4 Bamhani, 5 Bangaon, 6 Baniyatola, 7 Banjaritola, 8 Basipar, 9 Bhajiyapar, 10 Bhalitola, 11 Bhosa, 12 Birsi, 13 Boda, 14 Borkanhar, 15 Bothali, 16 Buraditola, 17 Chichtola, 18 Chimantola, 19 Chirchalbandh, 20 Dahegaon, 21 Dhamangaon, 22 Dhawaditola, 23 Dhobitola, 24 Dongargaon, 25 Fukimeta, 26 Ghattemani, 27 Girola, 28 Gortha, 29 Gosaitola, 30 Jambhurtola, 31 Jamkhari, 32 Jawari, 33 Kalimati, 34 Karanji, 35 Katangtola, 36 Kattipar, 37 Katurli, 38 Kawadi, 39 Khursipar, 40 Khursipartola, 41 Kikaripar, 42 Kindgipar, 43 Kopitola, 44 Kosamtola, 45 Kumbhartoli, 46 Maharitola, 47 Makkitola, 48 Malni, 49 Manegaon, 50 Manekasa, 51 Marartola, 52 Mohgaon, 53 Mundipar, 54 Nangpura, 55 Nangtola, 56 Nansari, 57 Navegaon, 58 Padampur, 59 Pangaon, 60 Pauldawana, 61 Pipartola, 62 Pipartola, 63 Ramatola, 64 Ramjitola, 65 Sambhutola, 66 Sarkartola, 67 Sawangi, 68 Shioni, 69 Shiontola, 70 Sitepar, 71 Sonekhari, 72 Suplipar, 73 Surkuda, 74 Takari, 75 Tekari, 76 Thana, 77 Thanatola, 78 Tigaon, 79 Waghdongari, 80 Walad, 81 Yermada,
Source - https://www.census2011.co.in/data/subdistrict/4047-amgaon-gondiya-maharashtra.html
History
Amgaon is believed as the birthplace of the Sanskrit poet Bhavabhuti. Kali Mata (Hindu Goddess Kali) temple and Sai Baba temple (located on salekasa road) are two of the main attractions in Amgaon.
पद्मपुर
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...पद्मपुर, जिला भंडारा, महा., (AS,p.524) : आमगांव से एक मील पर एक प्राचीन ग्राम है. प्रोफेसर मिरासी तथा अन्य कई विद्वानों का मत है कि संस्कृत के प्रसिद्ध नाटककार महाकवि भवभूति इसी पद्मपुर के निवासी थे. भवभूति ने महावीरचरित्र नाटक में पद्मपुर का उल्लेख किया है तथा मालतीमाधव नाटक के प्रथम अंक में अपनी जन्मभूमि पद्मपुर नगर में बताते हुए इसकी स्थिति दक्षिणापथ में कही है-- 'अस्ति दक्षिणापथे पद्मपुर नाम नगरम्....तदामुष्यायणस्य तत्रभवतो भट्टगोपालस्य पौत्र: पवित्रकीर्ते नीलकंठस्य पुत्र: श्रीकंठपदलांछन: पदवाक्यप्रमाणज्ञो भवभूतिर्नाम कवि निसर्ग-सौह्रदेन भरतेषु वर्तमान: स्वकृतिमेवगुणभूयसीमस्माकं हस्ते समर्पितवान्'.
ग्राम के निकट एक पहाड़ी है जिसे आज भी लोग भवभूति की टोरिया कहते हैं और महाकवि की स्मृति में कुछ अवशेषों की पूजा भी होती है. मालती-माधव में उन्होंने जिस भ्रष्ट बोध तांत्रिक समाज का वर्णन किया है उसका अस्तित्व आठवीं सदी में देश के इस भाग में वास्तविक रूप में ही था-- इस दृष्टि से भी भभूति के निवास स्थान का अभिज्ञान इसी पद्मपुर से करना समीचीन ही जान पड़ता है. पद्मपुर का उल्लेख दुर्ग (मध्य प्रदेश) से प्राप्त एक [p.525] वाकाटक अभिलेख में है- देखें इंडियन हिस्टोरिकल क्वार्टरली 1935,पृ. 299; एपिग्राफिका इंडिका- 22,207. प्राचीन समय में यहां जैन मंदिर भी अनेक होंगे क्योंकि खेतों से जैन तीर्थंकरों की खंडित मूर्तियां प्राप्त हुई हैं. कलचुरिकालीन अवशेष भी यहां मिले हैं.
External links
References
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.524-525