Ajroda
Ajroda (अजरौदा) or Arauda (अरौदा) is a small village in Wair tahsil in Bharatpur district in Rajasthan.
Location
Jat Gotras
History
ठाकुर देशराज[1] ने लिखा है .... जयपुर रोड पर हलेना के पूर्व की ओर अजरौदा गोधारा जाटों का एक पुराना मशहूर गाँव है। गाँव की नींव सन् 1590 ई. में पड़ी थी। राया से चलकर आए कुछ लोगों ने इसे आबाद किया। आबाद करने वालों का सरदार कुवेर गोधारा था। जिस समय वीर गोकुला ने मुगल अत्याचारों के खिलाफ तलवार उठाई थी उस समय गुलाब का लड़का सम्पत यहाँ का जवाँमर्द आदमी था। उसने गोकुला की सेना में अपना नाम लिखाकर जाति भक्ति का परिचय दिया था। सम्पत का लड़का माधोसिंह हुआ। इसी माधोसिंह की तीसरी पीढ़ी में ठाकुर नानगराम हुये। उनके दो पुत्र हुये - 1. चतुर्भुज सिंह और 2. मथुरा लाल। आज से 53 साल पहले सन् 1895 ई. के दिसंबर महीने में मथुरा लाल का जन्म हुआ। मोहन सिंह और विजय सिंह उनके दो लड़के हैं। सन 1877 ई में आपके पिता अरौदा से कोटा राज्य में पहुंचे। वहाँ आपके पितामह ने देहात में खेती का धंधा अपनाया था। सन् 1901 में आपके पितामह कोटा की सेना में मुलाजिम हो गए। तभी से आपका परिवार कोटा का वाशिंदा हो गया। मथुरा लाल एक्साइज में इंस्पेक्टर बन गए।
मथुरा लाल की यौवन से ही रुचि जाति सेवा की ओर थी। सन् 1917 से आपकी रुचि जाति सेवा में हुई। सन् 1925 ई. में जब 'जाट-वीर' शुरू हुआ तो हाड़ौती में अपने इसके सदस्य बनाए। जहां जहां जाट जलसे हुये आप सपरिवार उनमें पधारे। पुष्कर जाट महोत्सव 1925 का जो साहित्य मिला उसे आपने हाड़ौती में वितरण करवाया।
आपकी इच्छा बारां में एक जाट छात्रावास देखने की थी। सन् 1942 में जब देवी सिंह बोचल्या उधर गए तो आपने देहात में घूमकर बड़े-बड़े जाटों से उनका परिचय करवाया।
Population
According to Census-2011 information:
- With total 98 families residing, Arauda village has the population of 674 (of which 355 are males while 319 are females).[2]
Notable persons
- Mathura Lal Arauda (born:1895) (मथुरा लाल अरौदा), from Arauda (अरौदा), Wair , Bharatpur was a Social worker in Bharatpur, Rajasthan. [3]
- Onkar Singh Master (मास्टर ओंकार सिंह), from Ajroda (अजरौदा), Bharatpur was a Social worker in Bharatpur, Rajasthan. आपके अहमदाबाद के साथियों में ठाकुर रामसिंह अरौदा और ठाकुर पौथीसिंह पथेना मशहूर हैं। [4]
External Links
References
Back to Jat Villages