Bangad
Bangad (बांगड) Vangar (वांगर)[1] Bangare (बांगरे)[2] Bangar (बांगर)[3] [4] Vagara (वागरा)[5] is gotra of Jats found in Haryana and Rajasthan. They are branch of Gathwala Malik. It is a branch of Yaudheya gotra.[6]
Origin
- बांगरसै (जाट गोत्र - बांगर) : बांगरसै नाम का गाँव झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले की बंदगांव विकास-खंड में है।
बांगर/ बांगड शब्द का व्याकरण में अर्थ
इतिहासकार स्वामी ओमानन्द सरस्वती लिखते हैं -
जांगल वा बाँगर दोनों पर्यायवाची शब्द हैं । इसलिये इस प्रदेश का बाँगर नाम होना उचित ही है । क्योंकि इस हरयाणा प्रदेश के कुछ भागों में जंगल था । उसे काटकर हमारे पूर्वजों ने वहाँ बस्ती बसाई । जिन जंगलों को हमारे पूर्वजों ने विनष्ट किया, उनकी स्मृति सदा विद्यमान रहे और आने वाली सन्तान इसके लिये कृतज्ञ और ऋणी रहे, इसी दृष्टि से इस प्रदेश का नाम आज तक जाँगल चला आता है ।
- कंटक देश कठोर नर भैंस-मूत को नीर ।
- कर्मों का मारा फिरे बांगर देश फकीर ॥
यह लोकोक्ति इसी प्रदेश के लिए सन्त गोरखनाथ जी ने कही है । इनकी तपोभूमि कभी रोहतक के निकट थी जहाँ पर आजकल नाथों का मठ बाबा मस्तनाथ जी के नाम से प्रसिद्ध है, जो बोहर-ग्राम (गढ़ी) के पास है । जिस प्रकार रोहितक (रोहिड़े) के जंगल को काट कर रोहितक वा रोहतक नाम हमारे पूर्वजों ने रखा और शिरीष वृक्ष को काट कर "शैरीषक" वा सिरसा नाम रक्खा । यह उपकार वा ऋण प्रकट करने के लिये हमारे पूर्वजों ने स्मारक रूप में वृक्षों के जंगल थे, इनके नाम पर नगरों व प्रदेशों का नाम रख दिया । इसी कारण बाँगर वा जाँगल नाम हरयाणा प्रान्त का अपनी एक पुरानी स्मृति को लिये हुए है और उजड़े हुए जंगल की स्मृति व उपकार को प्रकट कर रहा है ।
वर्तमान उत्तर प्रदेश की तीनों पश्चिमी कमिश्नरियों - मेरठ, आगरा और रुहेलखण्ड के विशाल भू-भाग में भी वर्तमान पंजाब के सतलुज नदी से यमुना नदी तक के भाग की भाँति "बाँगर" नाम प्रचलित है ।
बांगर के पुनः छोटे-छोटे भागों के अवान्तर नाम बागड़, डाबर, नरदक, खादर, काम्यक, ढैल, और म्यान-ढ़ाबर (दो आबा) और व्रज आदि स्थानीय रूप में प्रचलित हैं ।
इस प्रकार अनेक नाम इस हरयाणा प्रदेश के प्राचीन काल से आज तक प्रचलित हैं । जिसे पाठकों के ज्ञानार्थ थोड़ा सा निवेदन किया है ।[7]
History
Distribution in Haryana
Villages in Kurukshetra district
Jats in Kurukshetra district in Haryana Mehra village near Ladwa (Kurukshetra),use both Bangad and Malik as their gotra.
Villages in Panipat District
Villages in Jhajjar district
Maraut, Near Chhuchakwas, use both Bangar and Bangadwa as their gotra.
Villages in Kaithal District
Jats in (Village Songal,District Kaithal, Haryana) also uses both Bangar and Malik as their Gotras, But Now they are directed by their Khap to use BANGAR Only as they can marry other Gotra included in Malik. Other villages with substantial population of BANGAR Jats are Balbera (बलबेड़ा) (Near Chika, Dist Kaithal), Pyoda , Devigarh, Salimpur Bangar. There are also few families of Bangar Gotra Living in Bangare Village District Patiala, Punjab. Originally they are from Songal.
Villages in Jind District
Chandpur, Kheri Naguran, Nagura,
Villages in Sonipat District
Kola near Gohana.
Villages in Hisar District
Villages in Yamunanagar District
Distribution in Rajasthan
Villages in Tonk district
Bagpura (2),
Villages in Baran district
Distribution in Madhya Pradesh
Villages in Nimach district
Notable persons
- Narhari Bangar - IAS Haryana, Chief Administrator, Marketing Board Haryana Revenue, Haryana Govt. SDM, Thaneshwar, Kurukshetra, B-12, Officers Colony, Kurukshetra, Haryana, 01744-220352, (PP-1019).
- Mr. Samunder Singh Banger - HPS DSP, Haryana Govt.Bhiwani, Kothi No 10-A, Haryana State Education Board Bhiwani Haryana, Ph:01664-242544, 01664-242755 (PP-966).
- Sh. Surender Singh Bangar: Deputy Director, Information Technology , Department of education, Haryana
- Sanjay Bangar - Cricket Player.
- Dr. K C Bangar, Former Chairman, HPSC and an INLD Leader.
- Deepak Kumar Bangar: IRS (C&CE), 2008 batch, Posted At IGI Airport, New Delhi, M: 9717100267
External links
Reference
- ↑ O.S.Tugania:Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p.52, s.n. 1738
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. ब-97
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. ब-75
- ↑ O.S.Tugania:Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p.52, s.n. 1738
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. व-1
- ↑ History of the Jats/Chapter V,p.109, s.no. 103
- ↑ Veerbhoomi Haryana/हरयाणा के प्राचीन नाम व स्थान (पृष्ठ 129-131)
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