Ganesh Ram Kharra
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Ganesh Ram Karra (born:1911) (गणेशराम खर्रा) from village Bharni (Sikar, Rajasthan) was a leading Freedom Fighter who took part in Shekhawati farmers movement in Rajasthan.
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[1] ने लिखा है ...कुंवर गणेशराम जी - [पृ.530]: चौधरी नवलसिंह जी के छोटे भाई श्री मोतीराम जी थे जिनके सुयोग्य पुत्र का नाम ही कुंवर गणेशरामजी है। पतला और लंबा छरहरा कद और बेलदार बड़ी मुझे आप की विशेषताएं हैं। आपका जन्म संवत 1968 विक्रमी (1911 ई.) में हुआ है।
भारणी में खर्रा गोत्र के चौधरी कन्हैयारामजी एक बलिष्ठ शरीर के आदमी थे और सुंदर भी थे उन्हीं की गोद चौधरी मोतीराम जी चले गए थे। इस तरह कुंवर गणेश रामजी एक धनी और बलिष्ठ आदमी के पोते हैं। इसलिए वह जन्म से ही भाग्यशाली भी हैं। यह उनके बलवान भाग्य की ही करामात है कि वह जयपुर असेंबली के चुने हुए मेंबर और जिला बोर्ड के नामजद सदस्य हैं।
आपका व्यापार भी चलता है और जन सेवा का कार्य भी। हंसमुख मिजाज और सहज परिश्रम आप के गुण हैं। आपके तीन भाई हैं ओंकारसिंह इनके ४ बेटे है द्वारका सिंह खर्रा ,सोहनजी खर्रा , मधु जी खर्रा , गोपाल जी खर्रा , चंद्रसिंह इनके २ बेटे है संवर सिंह खर्रा , गोपाल सिंह खर्रा और मूलसिंह इनके एक बेटा है नेमीचंद जी खर्रा उनके नाम है। तीन लड़के हरिसिंह, रघुवीर सिंह और मोहनसिंह।
भारणी के चौधरी नारायणसिंह जी से शेखावाटी, सीकर
[पृ.531]: वाटी और खंडेलावाटी के सभी लोग परिचित हैं। उन्हीं के छोटे भाई बालूराम जी चौधरी परसराम जी के सुपुत्र हैं। आज से करीब 53-54 वर्ष पहले आपका जन्म हुआ था। आपके एक पुत्र हरबख्श सिंह हैं जो पढ़ते हैं। आप भी कौमी सेवक हैं।
जीवन परिचय
सन 1925 में पुष्कर सम्मलेन के पश्चात् शेखावाटी में दूसरी पंक्ति के जो नेता उभर कर आये, उनमें आपका प्रमुख नाम हैं [2]
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.529-530
- ↑ राजेन्द्र कसवा: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 100
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