Jagvir Singh Tetarwal
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Jagvir Singh Tetarwal (Hawaldar) (1976-2014) (हवलदार जगवीरसिंह तेतरवाल), martyr of Counter Insurgency in Jammu and Kashmir, died on 12 August 2014 in a search operation at Kandmal in Sopore area of Jammu and Kashmir. He belonged to village Jhatawa Khurd of Jhunjhunu tahsil in Jhunjhunu district of Rajasthan.
Unit - 5 Rashtriya Rifles
Battle
Battle - Counter Insurgency Battle
His family
शहीद के परिवार में माता मनोहर देवी, वीरांगना श्रीमती किरण देवी, पुत्र अमन और राहुल है
Education
झटावा का जांबाज कश्मीर में शहीद
मलसीसर (झुंझुनूं). झटावाखुर्द निवासी पांच राष्ट्रीय राइफल के जवान हवलदार जगवीरसिंह कश्मीर के सोपोर क्षेत्र में शहीद हो गए। उनका शव बुधवार रात मलसीसर पहुंचा। गुरुवार को राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि की जाएगी। शव लेकर आए सूबेदार विजय ने बताया कि मंगलवार सुबह छह बजे श्रीनगर से कंदमल में ऑपरेशन सर्च के दौरान हवलदार जगवीर (38) अचानक चक्कर आकर गिर गए। उन्हें हैलीकॉप्टर से तुरंत आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां वे सांस थम गई।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर अमीलाल कृष्णिया एसडीएम चंदगीराम झाझड़िया के अनुसार अंत्येष्टि राजकीय सम्मान से होगी। जगवीर के पिता घड़सीराम तेतरवाल का निधन हो चुका है। पत्नी किरण गृहिणी है जो दो बेटों के साथ झुंझुनूं में अणगासर रोड पर रहती है। बड़ा बेटा अमन 12वीं में एवं छोटा टीनू 8वीं पढ़ता है। वीरांगना को बुधवार शाम तक पति की शहादत के बारे में नहीं बताया गया था। जगवीरसिंह चार भाई बहनों में सबसे छोटे थे।
दो अगस्त को ही ड्यूटी पर गए थे: पत्नी किरण इन दिनों बीमार है। कुछ दिन पहले ही उसका थाइराइड का ऑपरेशन हुआ था। परिवार की जिम्मेदारी हवलदार जगवीर के कंधों पर थी। जगवीर करीब 19 साल पहले झुंझुनूं में सेना में 5 जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। बरेली में ट्रेनिंग की थी। फिलहाल आरआर रेजिमेंट में पोस्टिंग थी।
19 साल सेना में सेवा दी: शहीद जगवीर सिंह दो अगस्त को डयूटी पर गए थे। नौ अगस्त को जगवीर सिंह ने अपने दोस्त सुरेश कुमार से बातचीत की थी। सुरेश ने उसकी माता मनोहरी से भी बात कराई थी। बुधवार को फोन आया तब सुरेश उनके घर गया था। माता बेटे की शहादत से बेखबर बुधवार शाम तक खेत में निनाण कर रही थी।
संदर्भ - भास्कर न्यूजू 14.8.2014
राजकीय सम्मान के साथ हुआ शहीद का अंतिम संस्कार
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झुंझुनूं। जिले की अलसीसर पंचायत समिति के गांव झटावा खुर्द में गुरूवार को शहीद हवलदार जगवीर सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमाण्डर अमीलाल कृष्यिणां ने बताया कि पांच राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात हवलदार जगवीर सिंह 12 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गए थे।
शहीद के बड़े बेटे अमन (17) व छोटे बेटे राहुल (12) ने मुखाग्नि दी। जगवीर दो अगस्त को छुट्टी बीताकर वापस ड्यूटी पर गया था।
सेना की टुकड़ी में हवाई फायर कर सलामी दी। विधायक शुभकरण चौधरी, मंडावा विधायक नरेंद्र खींचड़, पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र दानोदिया, अलसीसर उपखंड अधिकारी सहित कई अधिकारियों ने पुष्पच्रक अर्पित किए।
संदर्भ - राजस्थान पत्रिका 14.8.2014
शहीद जगवीर सिंह की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान से सम्पन्न..
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राजस्थान में झुंझुनू जिले के मलसीसर तहसील के झटाना खुर्द गांव के लाडले सपूत एवं 5 राष्ट्रीय राईफल के हवलदार जगवीर सिंह की गुरूवार को अंत्येष्टि पूर्ण सैनिक एवं राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में की गई। हवलदार जगवीर सिंह जम्मू कश्मीर में नियुक्त थे। उदयपुरवाटी विधायक शुभकरण चौधरी, मण्डावा विधायक नरेन्द्र कुमार, अलसीसर उपखण्ड अधिकारी चन्दगीराम झाझडिया, पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण सुरेन्द्र दानोदिया, तहसीलदार मांगेराम पूनियां, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमाण्डर अम्मीलाल कृष्णियां, सुबेदार विजय सिंह सहित शहीद के परिजनों तथा ग्रामीणों ने पुष्प चक्र एवं पुष्प चढ़ाकर श्रद्घांजलि अर्पित की।
अंत्येष्टि स्थल पर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने अपने गावं के वीर सपूत को नम आंखों से अंतिम नमन किया। शहीद की चिता को मुखाग्नि शहीद के 17 वर्षीय पुत्र अमन ने दी। शहीद की पार्थिव देह के साथ आए उनकी सेना के साथी सुबेदार विजय सिंह ने बताया कि उनको विश्वस्त सूत्रों से खबर मिली की जहां वे तैनात थे, वहां ऊंची पहाडिय़ों पर आंतकवादी छिपे हुए है। उन आतंकवादियों को पकडऩे एवं मार गिराने के लिए चाार पार्टिया बनाई गई और 11 तारिख को रात्रि 3 बजे जब वे पहाडी का घेराव कर रहे थे, तो हवलदार जगवीर को बैटल केज्वल्टी हुई और हैलिकॉप्टर से श्रीनगर के सैनिक अस्पताल लाया गया, परन्तु वे रास्ते में ही शहादत को प्राप्त हो गए।
उन्होंने बताया कि जगवीर सिंह बहुत दिलेर और जांबाज सिपाही थे। उनकी शहादत उदाहरणीय है, जिससे देश के युवाओं को सेना में भर्ती होकर देश सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। इस दौरान उपस्थित उदयपुरवाटी विधायक शुभकरण चौधरी तथा मण्डावा विधायक नरेन्द्र कुमार ने कहा कि शहीद के परिजनों को राज्रू सरकार से शहीद को दिए जाने वाले पैकेज के अलावा हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।
शहीद के परिवार में माता मनोहर देवी, वीरांगना श्रीमती किरण देवी, पुत्र अमन और राहुल है। 61 सब एरिया जयपुर के सूबेदार नेमवीर सिंह के नेतृत्व में जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर एवं सलामी दी गई। इसके साथ-साथ एएसआई धर्मपाल के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर एवं सलामी दी गई। इससे पूर्व घर के आंगन शहीद की पार्थिव देह पर परिजनों, महिलाओं ने भी पुष्प अर्पित करके अंतिम नमन किया। शहीद की शवयात्रा में ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा, जगवीर सिंह तेरा नाम रहेगा। जगवीर सिंह तेरा यह बलिदान , याद करेगा हिन्दुस्तान तथा भारत माता की जय‘‘ जैसे नारे ग्रामीणों द्वारा लगाए गए थे।
संदर्भ - सर्राफ धमोरा: मीडिया दरबार
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References
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