Kurchhi
Kurchhi (कुड़छी) (Kudchhi) is a village in Kheenvsar tahsil of Nagaur district in Rajasthan.
Location
Origin
History
खीचड़ गोत्र का इतिहास
जगमाल जी खीचड़ कुड़छी गाँव से सिद्धूों का पांचला गाँव गए. → उनके पुत्र पिथा राम → उनके पुत्र सांवलाराम → उनके पुत्र भागचंद → उनके पुत्र गोविंद बायतु चिमनजी गाँव में बसे. गोविंद के पुत्र जय राम → उनके दो पुत्र हुये: 1. लधा राम और 2. सेवाराम
लधा राम हेमजी का तला गाँव में बसा. लधा राम के पुत्र पुरखा राम हुये जिनके 2 पुत्र हुये: 1. रामाराम और 2. हेमाराम
रामा राम के पुत्र बीरमाराम और उनके 4 पुत्र हुये: 1. सोनाराम 2. गोरधन 3. डूंगरराम 4. मगाराम 5. लुम्भा राम
सोना राम के पुत्र 2 हुए:1. मेहरा राम 2. हीरा राम मेहराराम के 3 पुत्र हुए:1. जसराज 2. जगदीश 3. जेठा राम हीरा राम के 1 पुत्र हुआ:1. खेमराज
गोरधन राम के 2 पुत्र हुए:1. आईंदान राम 2. दौलाराम आईंदान राम के 3 पुत्र हुए:1. लक्ष्मण 2. विक्रम 3 हरजी दौलाराम के 2 पुत्र हुए: 1. प्रशांत 2. पुरुषोत्तम
डुंगरा राम के 1 पुत्र हुआ:1. खेताराम खेता राम के 1 पुत्र हुआ:1. कृष्ण (किशन)
मगा राम के 4 पुत्र हुए:1. स्वरूप सिंह 2. राजेंद्र 3. देवीलाल 4. भैरा राम स्वरूप सिंह के 1 पुत्र हुआ:1. मोनू राजेंद्र के 1 पुत्र हुआ:1. विकास देवीलाल के 1 पुत्र हुआ:1. कमलेश
लुम्भारम के 2 पुत्र हुए:1. गणेश 2. अशोक गणेश के 1 पुत्र हुआ:1. मांगीलाल
सेवाराम के पुत्र 3 हुये: 1. करणाराम 2. सुराराम 3. सुरताराम
करणाराम के पुत्र हुये: 1. कुंभाराम 2. भीमाराम
कुंभाराम के पुत्र खेमाराम और उनके पुत्र रेखाराम हुये.
भीमाराम के पुत्र पदमाराम पदमाराम के 5 पुत्र हुए: 1. जुजाराम 2. मंगला राम 3. घुड़ाराम 4. प्रह्लाद और 5. चुनाराम
सुराराम के कोई संतान नहीं.
सुरताराम के 3 पुत्र 1. 1. नागरराम 2. देदाराम 3. कुशलाराम
नागरराम के पुत्र हुये मूलाराम उनके 3 पुत्र हुये: 1. मोहन सिंह 2. सत्ता राम 3. डॉ. जुझाराम
देदाराम के 4 पुत्र हुये: 1. गोरधन 2. खूमा राम 3. रूपा राम 4. नन्द राम
कुशलाराम के पुत्र नहीं
Jat Gotras
Population
Notable Persons
- Chokha Ram Khichar: अमर शहीद चोखाराम जी खीचड. वीर भुमी नागौर के रत्न. श्री चोखाराम जी खीचड का जन्म रेसुराम जी खीचड के घर माता जिया देवी की कोख से 30 दिसम्बर 1945 को गाँव कुडछी, तहसील खीवसर जिला नागौर (राज.) में हुआ था। श्री चोखाराम जी खीचड भाई बहनों में सबसे बड़े थे। इनके भाइयों के नाम लुमबाराम जी खीचड व चोलाराम जी खीचड था। इनकी बहन का नाम मुली देवी था। इनका जन्म भारत की आजादी से पहले होने के कारण बालपन से ही आजादी के दिवानों की कहानियाँ सुनकर बीता, मन में देश प्रेम जागा व भारत माता की सेवा के लिये अवसर आने पर मात्रभूमी की सेवा का संकल्प लिया। 30 दिसम्बर 1965 को देश सेवा के संकल्प का अवसर ,उनको राजपुताना राइफलस में राइफल मेन पद पर भरती होकर मिला। इनका विवाह जिला जोधपुर तहसील बापणी के गौदारा गौत्र में जाखण गाँव की नानु देवी से हुआ था। भारत भूमी की सेवा करते हुए 15 दिसम्बर 1971 को भारत पाकिस्तान युद्ध में पश्चिमी सेक्टर पर आपरेशन केकटस लिली को पूरण करते हुए ,अपना जीवन भारत भूमी की रक्षा के लिये न्यौछावर कर दिया। अमर शहीद चोखाराम जी खीचड का आदर्श जीवन व शहादत पूरे भारत में आने वाली नसलो को प्रेरणा देता रहेगा।
External Links
References
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