Latiyan
Latiyan (लटियाण) Latian (लटियान)[1] Lathiyan (लाठियान) is Gotra of Jats found in Distt Muzaffarnagar in Uttar Pradesh.
Latiyan Khap
Latiyan Khap has 12 villages in Muzaffarnagar district in Uttar Pradesh. Head village is Budhina Kalan. Main villages are Alipur Kalan (अलीपुर खेड़ी) , Budhina (बुढ़िना).[2]
लाटियान खाप
65. लाटियान खाप - डॉ ओमपाल सिंह तुगानिया[3] ने लेख किया है कि इस खाप के करीब 12 गांव हैं जो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में बसे हुए हैं जिनमें अलीपुर खेड़ी, बुढ़िना आदि मुख्य गांव हैं. इस खाप में लाटियान गोत्र के जाटों का बाहुल्य है. गांव बुढ़िना इस खाप का मुख्यालय है. चौधरी भुल्लण सिंह इस खाप के चौधरी थे जो अपनी ईमानदारी, सादगी और न्यायकारी फैसलों के लिए जाने जाते थे. बाद में उनके जेष्ठ पुत्र चौधरी रामपाल सिंह (दीवान जी) इस खाप के चौधरी रहे हैं. वर्तमान में चौधरी वीरेंद्र सिंह लाटियान खाप के चौधरी हैं.
लाटियान खाप की स्थापना एव उसके वंशज
लाटियान खाप की स्थापना एव उसके वंशज: समय लगभग - 700-800 ई. से
1). सूर्यवंशी राजा चत्रभोज (ऋषि आत्रय, माता अंशुईया के वंशज) व गोगे रानी के 9 पुत्र
2). अलकुण्ड राजा, सत्यापन राजा, सिकंद राजा, प्रशम राजा, सर्वाच्च राजा, धर्मगद राजा, इंद्र राजा, कल्लन राजा, सिलोकचंद राजा
3).राजा पृथ्वी (सिलोकचंद के पुत्र )
4). राजा पृथ्वी के 10 पुत्र: 1. भूरे पाल, 2. कृपाल राजा, 3. जागे राव, 4. बेघे राव, 5. निर्भय राव, 6. कालेश राव, 7. देशे राव, 8. लाट्टे राव, 9. ढाके राव, 10. समीर
राजा पृथ्वी के 8वे पुत्र लाट्टे राव से लाटियान खाप कि स्थापना हुई समय - सन 860ई.
5). दीपचंद (लाट्टे राव के पुत्र )
6). दीपचंद के दो पुत्र - सदानंद और गजराज
सदानंद ने गाँव बसाया "बुडिना कलां " संवत 1208 (=1151 ई.) मे.
7) सदानंद के 8 पुत्र - 1. राजबल, 2. कैरसिंह, 3. सुखदेव, 4. कल्लन, 5. हरजी, 6. दयाराम, 7. विकारी, 8. फुल्लिचंद
केवल तीसरे पुत्र सुखदेव का वंश चला
8). सुक्कन
9). जिसुख (कोई संतान नहीं ), बत्तन सिंह
10). बत्तन सिंह के 2 पुत्र - लालसिंह, डूंगर सिंह
11). लालसिंह के 5 पुत्र - मूलराज, इलमसिंह, माईदयाल, सजवंत, उगरसैन
12). केवल उगरसैन का वंश चला - 1 पुत्र -- मनोहर
13). भगवाना, सोराम
14). नहार सिंह
15). छज्जू, कृपा, रामधन
मंजले भाई (कृपा) की एकलौती पुत्री रामकला जिसकी शादी गठवाला खाप (मलिक) के गाँव मखमूल पुर (अब शामली जिले मे) हुई
उनकी ढ़ेरी पर मलिक बुडिना कलां गाँव मे आकर बसे
16). नहार सिंह के जेष्ठ पुत्र छज्जू के 1 पुत्र - किशोरी
17). हमीजन, सदा राम, खण्डेसिंह-- केवल खण्डेसिंह का वंश चला
18). शौ सिंह, शिवलाल
19). शौसिंह के 5 पुत्र--- मोहर सिंह, सोराज, मवासी, रामसुख , सदासुख केवल 3 पुत्र - मोहर सिंह, सोराज और रामसूख का वंश चला
20). बड़े पुत्र मोहर सिंह के 6 पुत्र -- बसंतराम, यमरत सिंह, देशराज, खासेराम, हंशराज, जागेराम
21). केवल 5वे पुत्र हंशराज का वंश चला - 3 पुत्र --- तरीप, मलखान और शंकर
22). लक्खी राम ( 3 पुत्र ) , लखनलाल, अमन सिंह (1 पुत्र ), महेन्द्र और नैन सिंह
23). लक्खी राम के 3 पुत्र - वीरेंद्र सिंह (वर्तमान मे खाप के चौधरी ) (Ch Virendra Singh Latiyan)- ( 2 पुत्र ), नरेंद्र (5 पुत्र ) और सुरेश (2 पुत्र )
24). वीरेंद्र सिंह के 2 पुत्र - धीरज ( Dheeraj Latiyan और रनपाल (Ranpal Latiyan )
25). - सनी ( यानी मैं ) और अथर्व
Source - Sunny Latian, Mob: 70375 80056
Distribution in Uttar Pradesh
Villages in Muzaffarnagar district
Alipur Kalan, Budina Kalan, Salhakheri, Titawi,
Villages in Saharanpur district
Notable Persons
- Ch. Birendra Latiyan: S/O Ch. Lakkhi Singh is Chaudhary of Latiyan Khaap. He was socially proved and accepted as Chaudhary by all Latiyan's in the Panchayat Meeting of year 2000.[4]
- Ch. Bhullan Singh - Was reputed person and had been its Chaudhary. He was known for his honesty, simplicity and judicious decisions.
- Ch.Rampal Singh s/o ch. Bhullan singh - (M/no. 9690804246)
- Ch. Virpal Singh Jat - President of Rashtriya Jat Ekta Manch (Bharat), M/No- 9811805033,9910492612.0120-2559709
- Ranvir Singh Latiyan was an educationist and leader born as the third child of Late Ch. Kanwal Singh and Late Mrs. Manbhari Devi on June 30, 1925, at village Titawi, district Muzaffarnagar, Uttar Pradesh, India.
- Ch. Dheeraj Latiyan S/O Ch. Birendra Latiyan - Choudhary of Latiyan Khaap. Zila Adhyaksh and notable person of the district. Proceeding the heritage of Latiyan's very responsibily and honestly and guiding others.
- Late Ch. Lakkhi Singh Latiyan - Known for his judicious decisions, Philanthropist and respected person of the village, Did many works to provoke brotherhood among the villagers and help the poor.
- Ch. Ishwar Singh Latiyan S/O Ch. Lakkhi Singh - Successor of a Notable Family of the Village, Brother of Ch. Anoop Singh & Ch. Braham Singh, Founder of Kisan Union in village and voice of helpless and poor.
Gallery
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Copy of Bhat ki Pothi.
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Copy of Bhat ki Pothi
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बुडीना कलां मे लाटियान खाप मुख्यालय
External Links
References
- ↑ O.S.Tugania:Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu,p.59,s.n. 2220
- ↑ Dr Ompal Singh Tugania: Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p. 21
- ↑ Dr Ompal Singh Tugania: Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p. 21
- ↑ tony stark <tonystark8979@gmail.com>
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