Madan Kaur

श्रीमती मदनकौर (b. 1935) (Madan Kaur) का जन्म राजस्थान के जोधपुर जिले की शेरगढ़ तहसील के ढाढणीया) गाँव में सन 1935 में गोकुल दास डऊकिया के घर हुआ.
गोकुल दास साधारण किसान पुत्र थे. सन 1956 के छपनीय अकाल में रोजी रोटी के लिए गोकुल दास सिंध चले गए. सक्खर रेलवे स्टेसन पर उन्होंने मजदूरी की. उस समय उन्होंने अंग्रेज गार्ड से अंग्रेजी पढ़ना-लिखना सीख लिया. कुशाग्र बुद्धि गोकुल दास रेलवे में गार्ड से तरक्की कर एटीएस के पद पर पहुंचे. यहीं आपको शिक्षा के महत्व का पता चला तो आपने अपनी पुत्रियों को भी शिक्षा दिलाई. श्रीमती मदन कौर ने अर्थ शास्त्र विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि ग्रहण की. उस समय महिलाओं की शिक्षा नगण्य थी. उस समय किसी जाट लडकी के पढने की तो कल्पना भी नहीं की जा सकती थी.
आपका विवाह डीगाड़ी कला (जोधपुर) निवासी मोहनराम मण्डा के साथ हुआ. मण्डा भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी थे. आपका पुत्र व पुत्रवधू विदेशों में चिकित्सक हैं. पुत्री सुधा डॉ. दलपत सिंह से ब्याही हैं.
सन 1963 में आप बाड़मेर जिला कांग्रेस कमिटी की अध्यक्ष बनी. आपने सन 1977 तक लगातार 14 वर्ष तक इस पद को शोभित किया. 1967 से 1980 तक 13 वर्ष तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी सदस्य रही. सन 1967 में पचपदरा से विधासभा सदस्य बनी. आप पचपदरा से लगातार 1967 -72 , 1972 -77 , 1977 -80 तीन बार विधायक रही. 1989 में जनता लहर में कांग्रेस छोड़कर चौधरी देवी लाल के बैनर तले जनता दल की टिकट पर गुढा मालानी से विधायक चुनी गयी. आप चार बार राजस्थान विधान सभा की सदस्या रही. 1990 में राज्य सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री बनी. इस पद पर दो वर्ष से ज्यादा समय तक रही.
इससे पूर्व 1999 में आपको प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्श बनाया. फ़रवरी 2005 में सम्पन्न पंचायती राज चुनाओं में आपको जिला परिषद सदस्य चुना गया तथा बडमेर की प्रथम महिला प्रमुख बनने का सौभाग प्राप्त हुआ. आपने बालिका शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित किये. औद्योगिक नगरी बालोतरा में समदडी रोड पर वीर तेजा विकास समिति के बैनर तले छात्र व छात्राओं के लिये आवासिय छात्रावास का निर्माण किया. इस समिति की आप अध्यक्ष हैं. इस भव्य छात्रावास में जाट मन्दिर भी बना हुआ है. आप जट मन्दिर पुष्कर, महाराजा सूरजमल शिक्षण संसथान नई दिल्ली, जाट चैरिटेबल ट्रस्ट बाड़मेर, बहादुर सिंह समाज जाग्रति ट्रस्ट संगरिया सहित अनेक जाट संस्थाओं की सक्रीय सदस्य हैं. आपको पुष्कर जाट मंदिर समिति की तरफ से जाट रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया.
MLA
1967-72 सदस्य, चौथी राजस्थान विधान सभा 1972-77 सदस्य, पांचवी राजस्थान विधान सभा 1977-80 सदस्य, छठी राजस्थान विधान सभा 1990-92 सदस्य, नौवीं राजस्थान विधान सभा
Minister
1990
सन्दर्भ
- जोगाराम सारण: बाड़मेर के जाट गौरव, खेमा बाबा प्रकाशन, गरल (बाड़मेर), 2009 , पृ. 227-229
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