Nagla Sabal

From Jatland Wiki
Jump to navigation Jump to search
Location of Gonda in Aligarh district

Nagla Sabal, also called Gonda Aligarh (गोंडा), , is a village in Iglas tahsil of Aligarh district in Uttar Pradesh.

Location

Town - Gonda (गोंडा) is a town and Block headquarter, Tehsil - Iglas and District - Aligarh. Uttar Pradesh . Pin code - 202123. Gonda town is also another town and district headquarter in Eastern Uttar Pradesh .

Nagla Sabal urf Gonda is a village of Gonda Block, District Aligarh, Uttar Pradesh.

आसपास के गांव - रूद्यान उर्फ तारापुर, धान्टौली, इकताजपुर, नगला जगदेव, अजाहरी, नगला दरवार, नगला ग्रोवर्धन सिकतरी, धारा की गढ़ी, धांड। कस्बा गोंडा, इगलास से 17 किमी , खैर से 13 किमी अलीगढ़ से 23 किमी की दूरी पर स्थित है ।

History

Gonda region is densely surrounded by the Thakurela Gotra Jats who are the branch of Kakran[1] gotra Jats. Thakurela people came here from the long past ago and occupied this area. This area is also known as the "Lagsama" which was named after the their warrior queen Lakshami. They built the fort nearby place called Bhiyamil (भियामिल) and declared themselves as an independent estate. When Mughals occupy this region the Jats of this region did not paid any of tax and always gave the resistance to the Mughals. Even Britishers were afraid of this region due to the Raja Amani Singh of Lagsama. It is to be said that he was so strong and brave that he did not hold the horse and fight with the swords in both of his hands. It is also said that his horse was so intelligent and brave that the horse himself also started killing Britishers. The Jats of the Iglas and nearby region fought against the britishers under the leadership of Amani Singh. There is a statue of Raja Amani Singh near Iglas. He was from the village Gahlou (गहलऊ) of Lagsama region.

Geography

Gonda is located at WikiMiniAtlas 27°50′N 77°53′E / 27.83°N 77.88°E / 27.83; 77.88. It has an average elevation of 168 metres (553 feet).

Village Dhara Garhi is a Sub village of Nagla Sabal urf Gonda. Person - Harvir Singh Kakaran (Thakurela)

Village - Chinta ki Nagaria is a sub village of Nagla Sabal urf Gonda district Aligarh. Person - Nahar Singh (Thakurela/Kakaran)

Jat Gotras

तुलसी पच्चीसी (दोहे)

हमने करके देखे हैं, कुछेक सफल प्रयोग । तुम भी तुलसी के सुनो औषधीय प्रयोग ।1।

तुलसी कड़वी स्वाद में, पर है परम पवित्र । नाश करे कफ, पित्त कम, औषधि परम विचित्र ।2।

छालों से मुँह में अगर, होय किसी को कष्ट । तुलसी चमेली पत्र खा, निर्णय है स्पष्ट ।3।

गुर्दे में पथरी अगर, डॉक्टर देय बताय । तुलसी रस के साथ में, दीजै शहद चटाय ।4।

हिचकी जब आने लगें, करें बहुत ही तंग । दीजै ताहि इलायची, तुलसी दल के संग ।5।

अगर किसी की आँख को, लेय रतौंधी थाम । चौदह दिन तक आँख में, डालो तुलसी श्याम ।6।

दमा और खांसी अगर, करो कहीं महसूस । शहद संग दीजै विहंसि, तुलसी अदरक जूस ।7।

बच्चे को होने लगे, पतले – पतले दस्त । तुलसी ईसबगोल दधि खाय, बनेगा मस्त ।8।

पित्त शान्ति के हित, ‘गीता’ करो एक उपाय । तुलसी अदरक साथ में, नीबू लेय मिलाय ।9।

दस्त और उल्टी लगें, दीखैं हैजा आत । दीजै काली मिर्च संग, तुम तुलसी के पात ।10।

ज्योति बढ़ाओ नेत्र की, देउ दवा सब फेंक । तुलसी पानी फिटकरी, आँख गरम कर सेक ।11।

अगर जल गयें हों कहीं, पीड़ा रही सताय । तुलसी रस संग लीजिए, गोला तेल मिलाय ।12।

सूखे तुलसी पात संग, लेउ आंवला । बाल अगर इनसे धुलें, स्वस्थ रहे सम्पूर्ण ।13।

बन्धु कंठ में आपके, जो खराश अति होय । तुलसी अदरक रस मिला, देंगे जड़ से खोय ।14।

‘गीता’ छोटे घाव पे, तुलसी बीज लगाय । तुलसी रस हर जोड़ की, पीड़ा देत भगाय ।15।

शक्ति स्मरण की अगर, पड़े कभी कमजोर । तुलसी दल जल संग लो, तुम होते ही भोर ।16।

घटक रोग अजीर्ण जब, करे तुम्हें अति तंग । लीजै काली मिर्च को, तुलसी दल के संग ।17।

दांत दर्द होने लगे, सूज रहे हों गाल । तुलसी रस कर्पुर लो, देखो तुरंत कमाल ।18।

लू लगने पर कीजिए, गीता यही उपाय । रस में तुलसी पात के, चीनी लेउ मिले ।19।

तुलसी के पंचांग को, गठिया के हित लेउ । गुड़ बकरी के दूध के, साथ मिलाकर देउ ।20।

तुलसी दल के अर्क में, लो तुम नमक मिलाय । बूंद नाक में डारि दो, मूर्छा तुरंत मिटाय ।21।

सिर की पीड़ा ने अगर, ‘गीता’ कीना तंग । पीसो तुलसी बीज को, लेउ शहद के संग ।22।

किसी तरह का संक्रमण, तन को रहा सताय । तुलसी रस अरु नीम रस, पीबो प्रात: सायं ।23।

चोटिल होने पर कभी, परखो सरल उपाय । तुलसी चूर्ण फिटकरी, तापे छिड़कहूँ लाय ।24।

तुलसी की गुणवत्ता पर, जो दो ‘गीता’ ध्यान । तुलसी माता करेंगी, सबही का कल्याण ।25।

(साभार – श्रीमती गीता कांकरान गोंडा जिला अलीगढ़ उ. प्र.)

External

Notable persons

  • सूबेदार-मेजर चरनसिंह (सेवा निवृत्त आर्मी)
  • स्व. मास्टर मेघराज सिंह,
  • श्री दिलीप कांकरान, प्रधानाचार्य बलबीर सिंह इंटर कालेज,
  • डॉ. रूप सिंह कांकरान, वरिष्ठ वैज्ञानिक (समुद्री विकास वैज्ञानिक), महासागर विभाग, भारत सरकार
  • चंद्रजीत सिंह विनीत ( एम एस सी गणित) मुख्य अध्यापक
  • श्रीमती गीता कांकरान पत्नि चन्द्र जीत सिंह विनीत कवियत्री - श्रीमती गीता कांकरान का जन्म एक जुलाई सन 1981 को बलरामपुर डाकघर सबलपुर जिला अलीगढ़ में हुआ आपके पिता श्री डंबर सिंह तनवर कवि समाज सुधारक व माता श्रीमती सत्यवती तंवर की तीन संतानों में आप दोनो भाइयों से छोटी हैं आपने दिल्ली यूनिवर्सिटी से हिंदी ऑनर्स मे ग्रेजुएशन किया है।कॉलेज समय से ही कविता लिखने के शौक व मंचो पर काव्य पाठ की ही वजह से अमर उजाला दैनिक समाचार ने आपकी शादी की खबर को राष्ट्रीय पृष्ठ पर छापा।आपकी शादी 18फरबरी2005को गौंडा अलीगढ़ निवासी श्री विनीत कांकरान के साथ हुई। आप के परिवार में सरस्वती का मानो वास है आपकी दोनो ननद पति व ज्येष्ठ चारों स्नातकोत्तर व सरकारी संस्थानों में सम्मानित पदों पर सेवारत हैं जिनमे ज्येष्ठ श्री रूपसिंह कांकरान समुद्री विकास में जी श्रेणी के वैज्ञानिक हैं।आपके दो पुत्री व एक पुत्र है ।आपके ससुर सूबेदार चरण सिंह फौज से सेवा निवृत व सास श्रीमती माया देवी गृहिणी हैं।

Gallery

See also

External links

References

  1. Dr Ompal Singh Tugania, Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, Agra, 2004, p. 16

Back to Jat Villages