Purani Abadi
Purani Abadi (पुराणी आबादी) is a village in District Ganganagar in the Indian state of Rajasthan. PIN:335001
Location
Origin
History
इतिहास
ठाकुर देशराज[1] ने लिखा है...वर्तमान गंगानगर पहले रामनगर कहा जाता था। जिसकी स्थापना सन् 1910 में हुई। इससे बहुत पहले यह रामू जाट की ढ़ानी थी। सन् 1927 में गंगनहर के उदघाटन के बाद महाराजा गंगासिंह ने रामनगर को गंगानगर नाम दिया। रामनगर अब पुरानी आबादी के नाम से पहचाना जाता है।
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है कि चौधरी हरिश्चंद्र ने आर्य समाज की कृपा से 1921 ई. में रामनगर में आर्य समाज भवन बनाया। पीछे मंडी गंगानगर में आर्य समाज मंदिर बनवाया। गौ रक्षा के लिए के एस जायसवाल के 1911 ई. में करोड़ों भारतीयों के हस्ताक्षरों से इंग्लैंड एक डेपुटेशन भेजने का आयोजन किया। बहुत से हस्ताक्षरों के साथ एक मुसलमान भाई के प्रयत्न व सहयोग के मार्फत ₹200/- उनको भेजे। जो सेवा मनुष्यमात्र के लिए जीवन का मूल मंत्र है उससे प्रथक कैसे रहा जाता।
ठाकुर देशराज[3] ने लिखा है कि चौधरी हरिश्चंद्र को स्त्री शिक्षा की लगन सदा ही से पुरुष वर्ग से कम नहीं रही परंतु हत भाग्य देश के लिए इसके लिए सुविधा कहां। अभी तक इसकी चिंता ही में अपने को घुलाया जा रहा है। रामनगर में 1921 में कन्या पाठशाला खोली, मंत्री पद का भार सिर पर आया। भारी परिश्रम से 1934 ई. तक उसे चलाया गया। राज ने गंगानगर में कन्या पाठशाला खोल दी तो ₹800 नगद उस समय कमेटी के पास था मकान व उसका पट्टा, तमस्सुक रजिस्ट्रार इत्यादि लाला ईशरदास जी तहसीलदार व बाबू रामलालजी हेडमास्टर को सौंप दिया। उसके पीछे स्त्री शिक्षा का फुटकर काम करता रहा।
Jat Gotras
Population
Notable Persons
- T. C. Saharan - RAS.
- Devendra Singh IPS -
- Saraswati Devi (Manda) - From Purani Abadi, Ganganagar, donated Rs. 100000/- for Jat Kanya Chhatrawas run by Hanumangarh Jila Jat Samiti
- Ch. Shri Bhagwan Nain, Near Adarsh Cinema, Purani Abadi, Ganganagar, Ph:0154-2472662, Life Time Member Trustee Gramotthan Vidyapeeth Sangaria.
- चौ. बीरबल सिंह गोदारा आदर्ष टाकीज के पास, पुरानी आबादी श्रीगंगानगर, He Donated Rs. 112111 to Gramotthan Vidyapeeth Sangaria.[4]
- श्री बहादुरसिंह कुल्हड़िया पुत्र श्री मल्लूराम पुरानी आबादी श्रीगंगानगर[5]
External Links
References
- ↑ Thakur Deshraj: Bikaneriy Jagriti Ke Agradoot – Chaudhari Harish Chandra Nain, 1964, p.294-296
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.122
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.123
- ↑ http://www.swamikeshwanand.com/Donors%20List.aspx sn 120
- ↑ http://www.swamikeshwanand.com/Donors%20List.aspx sn 198
Back to Jat Villages