Ranwa

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Ranwa

(Ranwan, Ranwah, Rinwa, Radwa, Ranawa)

Location  : Rajasthan, Haryana, Punjab, Madhya Pradesh and Uttar Pradesh

Country  : India

Languages : Rajasthani, Haryanvi, Punjabi

Religion  : Hinduism

Ranwa (रणवा)[1] [2] Ranwan (रणवां) Ranwah (रणवाह) Rinwa (रिणवा) Radwa (रड़वा) Ranawa (रणावा) is gotra of Jats found in Rajasthan,[3] Haryana, Punjab, Madhya Pradesh and Uttar Pradesh.

Origin

This gotra originated from ranbankure people who were very ferocious warriors. [4] [5]

History

According to the historical records of Ranwa gotra Rao Mutia Kamas of Dahiya Jat clan came from Kannauj in samvat 905 (848 AD) and constructed a fort in Nagaur city in Rajasthan. Lakhan Rao, Ballu Rao, Joon Rao and Pipa Rao ruled here for about 200 years. Rao Pipaji married with Deyoo Jakhar the daughter of Maihan Raja. Their sons were Sahajarao, Rajdeo, Mandeo, and Gangdeo. The descendants of each originated separate Jats clans:

(ranwa vanshawali record by Lt. chander ji rao bhanwar lal madan lal rao)

Saamikhera Inscription of Malashi Ranwa s.v.1485 (1428 AD)

There is an inscription of the year s.v.1485 (1428 AD) of a Ranwa warrior named Malashi in village Sami at Shiva temple.

The book Arabic, Persian and Urdu Inscriptions of West India by Dr. Ziyaud-Din Abdul-Hayy Desai provides a comprehensive list of more than 2,000 inscriptions from West Indian states. This book mentions about the Inscription of Sami at At S.No. 254.[6]

Dantru Silalekh of Ranwas on the chhatri

Dantru Silalekh of Ranwas is on the chhatri of village Dantru. It was constructed by Ranwa Jats.

Villages founded by Ranwan clan

  • Rinu (रिणु) - village in Laxmangarh tehsil, Sikar district of Rajasthan

रिनवा और बलहारों में लड़ाई

बलहारा: मारवाड़ में बलहारा जाटों का भी एक समय बड़ा राज्य था. बाकी, बिलाड़ा, बालोतरा उन्हीं राज्यों के प्रसिद्ध नगर थे. डीडवाना परगने के मौलासर पर भी उन्हीं की सत्ता थी. बाद में बलहारों ने मौलासर के पास रिणवा जाटों के राज्य कोयलपाटन (कौलिया) पर कब्जा कर लिया. उस दौरान कोयलपाटन में रिनवा और बलहारों में लड़ाई हुई थी, जिनमें कई रिणवा मारे गए थे. यहाँ कई रिणवा सतियों की मूर्तियाँ मौजूद हैं. इस इलाके पर आज से चार सौ वर्ष पहले तक बलहारे जाट अपना प्रभुत्व रखते थे. जिन दिनों दौलतखां नागौर का सूबेदार था, उस समय बुलाजी बलहारा इस इलाके के 57 गाँवों का सरदार थ. झाडोद पट्टी उसके हाथ में थी और वह मौलासर में रहता था. उसने गौचर भूमि के लिए एक बड़ी बीड छोड़ी थी और तीन हजार बीघा भूमि उसने अपने चारण को दान में दी थी जो आज भी उस चारण के वंशजों के अधिकार में है. (डॉ पेमा राम, राजस्थान के जाटों का इतिहास पृ.21-22)

मेघसर के रणवां गोत्र का इतिहास

रणवां गोत्र के जाट: इतिहास के आईने में झांकने पर पता चलता है कि रणवां गोत्र का उद्गम ऐसे लड़ाकुओं से हुआ जो अत्यधिक खूँखार लड़ाका थे। "Ranwa...This gotra originated from ranbankure people who were very ferocious warriors." [Source: 1.Mahendra Singh Arya et al: Adhunik Jat Itihas, p.277, 2. Mahipal Arya, Jat Jyoti, Aug. 2013, p.14 ]

मारवाड़ में बल्हारा जाटों का पुराने जमाने में बड़ा राज्य था। डीडवाना परगने के मौलासर पर भी ये राज करते थे। बाद में बल्हारों ने मौलासर के पास रिणवां/ रणवां जाटों के राज्य कोयलपाटन (कौलिया) पर कब्जा कर लिया। लगभग साढ़े चार सौ साल पहले कोयलपाटन में रिणवा और बल्हारों के बीच लड़ाई हुई थी, जिनमें कई रिणवां मारे गए थे। यहां कई रिणवां सतियों की मूर्तियां मौजूद हैं। [ स्रोत: डॉ. पेमाराम, राजस्थान के जाटों का इतिहास, पृष्ठ 21-22

रणवां गोत्र के जाटों का मेघसर में आगमन: रणवां गोत्र के जाट श्री टिक्कूराम सन 1880 के लगभग तिहाय गाँव (तहसील-रामगढ़-सेठाण) छोड़कर मेघसर गाँव में आकर बसे। श्री टिक्कूराम के पांच पुत्रों के ये नाम थे: 1. कालूराम 2. धन्नाराम 3. बुधाराम 4. जीवणराम 5. भेभाराम

कुछ वर्षों बाद गाँव के जागीरदार से खटपट होने पर श्री बुधाराम व श्री धन्नाराम को पास के गाँव सहनाली बड़ी में और श्री जीवणराम को दाऊदसर में अपने रिश्तेदारों के पास लगभग पांच-छः महीने रहकर गुजारने पड़े। उस दौरान श्री धन्नाराम का देहान्त सहनाली बड़ी में हो गया। फिर जागीरदार से सुलह होने के बाद वहाँ से वापिस मेघसर में आकर स्थाई रूप से आबाद हो गए। बता दें, उस जमाने में स्व. टीकूराम रणवां के घर पर पुराने जमाने की लोहे की तिजोरी थी और वह बाद में उनके सबसे छोटे बेटे श्री भेभाराम को हस्तानांतरित हुई।

श्री कालूराम के दो पुत्र लादूराम (निःसंतान ) एवं श्री दूदाराम थे। श्री दूदाराम के पुत्रों के नाम हैं: सर्व श्री हरचंद, जगदीश, शेराराम, शीशपाल। श्री बुधाराम रणवां का असामयिक निधन अबोहर-फाजिल्का से ऊँट से 'कतार' (बाजरा खरीद) लाने के दौरान रास्ते में जहरीले सांप के काटने से सन 1950 (विक्रम संवत 2007) में हो गया। नोहर-भादरा के आसपास घटे इस हादसे पर वहीं पर उनका अंतिम संस्कार करना पड़ा। उनके तीन पुत्रों के नाम ये हैं: सर्व श्री मूलाराम, मघाराम व कुंभाराम।

श्री कालूराम के दो पुत्र लादूराम (निःसंतान ) एवं श्री दूदाराम थे। श्री दूदाराम के पुत्रों के नाम हैं: सर्व श्री हरचंद, जगदीश, शेराराम, शीशपाल। श्री जीवनराम रणवां के दो पुत्र थे जिनके नाम सर्व श्री मुकनाराम व दल्लाराम था।

श्री भेभाराम के तीन पुत्रों के नाम ये हैं: सर्व श्री सांवलराम, रामकुमार सिंह एवं रामेश्वर। श्री सांवलराम राजनीति और पंचायती में खास रुचि रखते थे। किसी फायदेमंद नई बात को अपनाने से नहीं हिचकते थे। इसकी एक मिसाल पेश है। उन्नीस सौ सत्तर के दशक तक अज्ञानता के कारण गाँवों में परिवार नियोजन को अपनाना तो दूर की बात थी, उसके बारे में बात करना भी वर्जित था। उस दौर में श्री सांवलराम रणवां तथा श्री पदमाराम ईसराण दोनों एक राय होकर सन 1969 में बीकानेर के पी बी एम अस्पताल गए और वहाँ पर खुद के खर्चे पर पुरुष नसबंदी करवाकर आए। बता दें कि सन 1975 से पहले परिवार नियोजन अपनाने पर किसी प्रकार का कोई विशेष प्रोत्साहन देय नहीं था। गाँव में सबसे पहले पुरुष नसबंदी करवाने का श्रेय इन दो व्यक्तियों को सामूहिक रूप में जाता है। ये सब लंबे समय तक आसपास के गाँवों में भी चर्चा का विषय बना रहा। (देखें - मेघसर- अतीत और वर्तमान)

Villages founded by Ranwas

Sahajarao left Nagaur in vikram samvat 1111 and founded village Saamikhera and constructed fort and Shiva temple there. Later on 12 sons of Sahaja founded the villages Jachas, Bhikhanwasi, Khanadi, Karkedi, Maulasar, Makrana, Bai, Buchyasi, Bhurbhura, Jabdinagar, Chausal and HiraniBarekan.

Distribution in Rajasthan

Locations in Jaipur city

Ganesh Colony (Khatipura), Jhotwara, Murlipura Scheme, Murlipura Scheme, Vishnawala,

Villages in Jaipur district

Anantpura, Dhani Nagan, Hatoopura, Khijuriya (1), Khijuriya (1), Kishorpura (6), Mohanpura Ranwa, Mokhampura, Mukundpura Dadawata (1), Mundiya Garh, Munpura (16), Rampura, Sanwat Ka Bas, Sholawata, Tootoli (1),

Villages in Dausa district

Panditpura,

Villages in Alwar district

Mangolaki, Soorajgarh,

Villages in Sikar district

Balaji Ki Dhani (Nechhwa), Bhainrupura (15), Bhirana (Losal), Bhojdesar, Bodlasi, Dholpalia, Dippura, Ghirnia Bara, Haripura (Losal), Jaswantpura, Jachas, Jajod, Jethwan Ka Bas (46), Jhigar Badi, Jhigar Chhoti, Kadma Ka Bas, Kalyanpura Shekhisar (2) Khandela, Losal, Mailasi (80), Mandiwal Ki Dhani, Nawaldi, Netarwas, Panlawa, Piliyon Ka Dhahar, Rampur (Losal), Jajod, Shekhiwas, Sikar, Tidwa, Tihay, Tunwa , Turkasia

Villages in Nagaur district

Aspura, Ambapa, Bardawa Nagaur, Beri Kalan, Bhawariya, Bugala, Chanda Roon, Dakipura, Deusar, Dholiya, Dobri Kalan, Etawada Bhoja, Gotan, Gular, Gugarwar Nagaur, Jabdinagar, Jodi Ka Bas (10), Kalwa, Karkeri, Kheri Leela (18), Nagaur, Nagwara, Nathawara, Kuchera, Mandookara, Merwas, Modi Khurd, Nonpura, Noowa, Rol, Shri Krishanpura, Sirsala, Soodwar,

Villages in Jhunjhunu district

Bhorki (10), Ismailpur, Kaimari Ki Dhani, Narhad, Nawalri, Tilokakabas[7]

Villages in Hanumangarh district

Dholipal, Dhaban, Hanumangarh, Katheda, Doulatpura, Dhandela, Bolanwali, Bhanbuwan Ki Dhani, Mirjawali Mair, Sangaria, Tibi,

Villages in Ganganagar district

Purani Abadi, Sherekan,

Villages in Ajmer district

Ajmer, Gujarwara, Keriya Kalan, Ramsinghpura, Rari,

Villages in Tonk district

Beelwasya (2), Bilamata (1), Dotana (7), Hathaki (5), Jaula (2), Niwai Rural, Sanwaria (1), Sinodia (4),

Villages in Bhilwara district

Balapura Asind, Kanechhan Khurd (2), Rayala, Amli Kaloosingh,

Villages in Baran district

Ranwa

Villages in Churu district

Chhapar Churu (1), Dalman (4), Dabri Badi, Dhani Ranwan, Dokwa, Jigsana Tibba, Khandwa Churu, Khandwa Patta Peetheesar (15), Khuri Sujangarh (1), Meghsar (27), Ranwan Ki Dhani (50), Sujangarh (21),

Villages in Chittorgarh district

Ranwon Ka Khera (t.Kapasan),

Villages in Pali district

Dhundhala,

Villages in Barmer district

Ranwa is a village in Chohtan Tahsil of Barmer district in Rajasthan.

Distribution in Punjab

Villages in Jalandhar district

Villages in Patiala district

Ranwan population is 1,500 in Patiala district. [8]

Villages in Fazilka district

Ranwan villages in Fazilka district are:

Villages in Fazilka district

Daulatpura Abohar[9] Barekan (Fazilka), Muradwalla (Bhomgarh)(Fazilka), Lakhe Wali Dhad (Fazilka),

Villages in Ludhiana district

Villages in Ludhiana district

Villages in Patiala district

Villages in Sangrur district

Villages in Fatehgarh Sahib district

  • Ranwan

Distribution in Madhya Pradesh

Villages in Mandsaur district

Nataram (Sitamau) (Mandsaur)

Villages in Nimach district

Chaplana,

Villages in Badwani district

Temla[10]

Villages in Indore district

Mend, Sherpur Indore[11] Sendal,

Villages in Ratlam district

Salakhedi and Panched are notable villages of this gotra. Villages in Ratlam district with population of this gotra are:

Banjali 1, Barbodana 2, Bardiya goyal 1, Bhansa dabar 1, Bodina 7, Dantodiya 2, Dhaturiya 6, Kalkheda 1, Kalmoda 3, Panched 30, Piploda 8, Raoti 17, Ratlam 1, Rughnathgarh 3, Salakhedi 44,

Villages in Hoshangabad district

Kahariya,

Villages in Dewas district

Matmor, Khal Dewas, Pokharkhurd, Udainagar,

Villages in Harda district

Adampur Harda, Gogiya,

Villages in Khargone district

Bhikhar Khedi (8), Karahi Khargone, Katkut, Kodala,

Villages in Shajapur district

Magraniya[12]

Villages in Sehore district

Muhai,

Villages in Dhar district

Bamkaner, Nagda Dhar,

Villages in Raisen district

Mandideep,

Distribution in Uttar Pradesh

Villages in Rampur district

Runwa Nagla,

Distribution in Haryana

Villages in Sirsa district

Ali Mohammad,

Notable persons

  • Dr. Arjun Lal (Ranwa) - Principal Scientist & Head, Germplasm Exchange Division, Date of Birth : 5-April-1951, Permanent Address : Plot No 26, Dhaka Nagar, Sirsi Road, Jaipur, Present Address : Head, Germplasm Exchange, NBPGR, Pusa Campus, New Dehi, Phone: 9868571836, Mob: 9868571836, Email Address : arjunlal@nbpgr.ernet.in
  • Jodha Ram (Ranwa) - Sr. Aircraft Maintenance Engineer Inter Globe Aviation Ltd.(Indigo) , Date of Birth : 1-December-1982, Vill- Gujarwara, PO - Manoharpura, distt.- Ajmer ,Rajasthan, Present Address : 99, Kushal Nagar, Sanganer, Jaipur.Phone: 9887913580, Mob: 9950197320, Email: jodha.ram@goindigo.in
  • Mr. Suresh Rinwa - Medicine, Medical Officer Health Haryana Govt. Medical College, Rohtak, Haryana (PP-960)
  • Hari Ram Ranwa - B.J.P. District President,Sikar,Rajasthan and Chairman Bhartiya education group ,Sikar
  • पूर्व प्रधान निहालसिंह रणवा (नरहड़)
  • Ashok Ranwa - RAS (2012), from Didwana (Nagaur) [14]
  • गंगा राम रिनवा, मेरवास- मारवाड़ जाट कृषक सुधार सभा की प्रबंधकारिणी और कार्यकारिणी में रहकर आप ने जाट जाति की सेवा करके अपने को कृतार्थ किया है। [15]
  • बागा राम रिनवा- मारवाड़ जाट कृषक सुधार सभा की प्रबंधकारिणी और कार्यकारिणी में रहकर आप ने जाट जाति की सेवा करके अपने को कृतार्थ किया है। [16]
Posted at ICAR-Indian Institute of Soil and Water 
Conservation, Research Centre, Kota, Rajasthan. 
From village Hathgi, Tehsil Malpura, Dist. Tonk. 
Raj.Mo:9106990047

References


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