Shishupal Singh Narsara

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Author:Laxman Burdak, IFS (Retd.), Jaipur
Shishupal Singh Narsara

Shishupal Singh Narsara (Thalor) (5.11.1954-6.10.2020) is an Author and Social Worker, a Retired Principal from Rajasthan Education Service. He comes from village Narsara in Sikar district of Rajasthan. Born: 5.11.1954, Education:M.A (Hindi,Raj.Science), M.Ed. He had a great collection of literary and historical books at his residence in village Narsara, Sikar, Rajasthan. Information about him can be obtained from his son Surendra Thalor Mob:9309225777 village Narsara in Sikar district of Rajasthan or Popular Career Institute, Near Roadways Bus Stand Fatehpur-332301, Mob: 9461538591, 9460488591, Email: spnarsara@gmail.com.

He died on 6 October 2020.

Shishupal Singh Narsara

शिशुपाल सिंह नारसरा का जीवन परिचय

Shishupal Singh Biography.jpg
  • जन्म: 5 नवम्बर, 1954 ग्राम: नारसरा (सीकर) राज.
  • पिता: श्री पन्नाराम
  • माता: श्रीमती बाली देवी
  • शिक्षा: एम.ए. (हिन्दी, राजनीति विज्ञान), एम.एड.
  • कृतियां : बदलाव की लहर (लघु उपन्यास), लक्ष्यपथ, संभावनाओं के द्वार (काव्य संग्रह)
  • सह लेखन: सीकर में सम्पूर्ण साक्षरता का जन अभियान, आपणी पोथी भाग 1 व 2, आपणी किताब भाग 1
  • सम्पादन: जाट आरक्षण आंदोलन, अक्षय शांति की खोज, दिशाकल्प, सफलता के सूत्र, हौसलों की उड़ान, समकालीन स्त्री गल्प, समकालीन कहानियां, माटी की महक, जाग्यां सरसी, आपणी संस्क्रति आपणा गीत।
  • सह-सम्पादन: आखर रो उजाळो, राजस्थानी रा मंचीय एकांकी, गांव की चौपाल तथा अन्य एकांकी, संस्था प्रधान मार्गदर्शिका, स्टूडेन्ट, शिक्षक एवं अभिभावक।
  • शोध: राजकीय एवं निजी प्राथमिक विद्यालयों का तुलनात्मक अध्ययन।
  • विशेष: आकाशवाणी जयपुर व चूरू तथा दूरदर्शन जयपुर, टी.वी.99, एचबीसी, समाचार प्लस से प्रसारण। राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में लेखन। शिक्षा विभाग राजस्थान की शिक्षक दिवस प्रकाशन योजना में दो दर्जन से अधिक कृतियों में रचनाएं प्रकाशित। कविताओं का बंग्ला व उर्दू में अनुवाद प्रकाशित। विभिन्न सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य।

उपलब्धियां एवं सम्मान

शिक्षा एवं साहित्य:
  • भारत ज्ञान विज्ञान समिति, बिलासपुर (छ.ग.) का ‘साक्षरता मित्र पुरस्कार’ 30 जुलाई 1992
  • अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानोपाधि महाविद्यालय, कप्तानगंज देवरिया (उ.प्र.) का ‘साहित्य कला रत्न सम्मान’ 20 अगस्त 1992
  • राजस्थान सरकार द्वारा ‘राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार’ 05 सितम्बर 2001
  • अखिल भारतवर्षीय जाट महासभा, धोद (सीकर) द्वारा ‘शिक्षा, साहित्य एवं राष्ट्रीय सरोकारों के लिए अभिनन्दन’ 14.07.2002
  • जैमिनी अकादमी, पानीपत (हरियाणा) का ‘राष्ट्रकवि सोहनलाल द्विवेदी जन्म शताब्दी हिन्दी सेवी सम्मान’ 15 सितम्बर 2005
  • राजस्थान पत्रिका द्वारा शिक्षा एवं साहित्य के लिए ‘स्वर्णिम महोत्सव कर्णधार सम्मान’ 24 फरवरी 2006
  • राजर्षि राजा महेन्द्र प्रताप एकता संस्थान, आगरा (उ.प्र.) का ‘राजर्षि राजा महेन्द्र प्रताप साहित्यकार सम्मान’ 01 दिसम्बर 2006
  • साहित्यांचल संस्थान, भीलवाड़ा (राज.) का ‘जमनालाल व्यास स्मृति साहित्यांचल सम्मान’ 10 जून 2007
  • हरिशेवा निम्बार्क संस्कृत सेवा समिति, भीलवाड़ा (राज.) का ‘संस्कृत सेवा सम्मान’ 18 नवम्बर 2007
  • गिरधारी सिंह शेखावत स्मृति संस्थान, लक्ष्मणगढ़ (सीकर) राज. का ‘उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान’ 18 फरवरी 2008
  • समाजदूत साप्ताहिक रामगढ़ की स्वर्ण जयन्ती पर साहित्य सेवा के लिए ‘समाजरत्न अलंकरण’ से सम्मानित 13 नवम्बर 2011
  • महात्मा ज्योतिबा फूले विचार फतेहपुर शेखावाटी का साहित्यिक सेवाओं के लिए 08 जनवरी 2012
  • श्री मुरारीलाल मिश्रा स्मृति सेवा संस्थान, फतेहपुर का ‘शिक्षा एवं साहित्य सेवा सम्मान’ 05 अगस्त 2012
  • महरिया फाउण्डेशन, सीकर द्वारा ‘बी.एम. महरिया इन्स्पायरेशन अवार्ड’ 2012
  • वरिष्ठ नागरिक सद्विचार परिवार मानासी द्वारा शिक्षा, साहित्य एवं समाज सेवा के लिए 25 जून 2013
  • धानुका सेवा ट्रस्ट, कोलकाता द्वारा ‘साहित्य सम्मान’ 10 नवम्बर 2013
  • जगमग दीपज्योति पत्रिका अलवर द्वारा साहित्यिक अवदान के लिए तेजेन्द्र कुमार अग्रवाल स्मृति सम्मान 10 अप्रेल 2016
  • प्रेरणा शिक्षा समिति जयपुर द्वारा श्रीचन्द योगी मानस रत्न सम्मान 08 सितम्बर 2016
पर्यावरण
  • राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड का ‘पक्षी मित्र पुरस्कार’ जिले में सर्वोच्च उपलब्धि के लिए 22 अप्रेल 2006
  • वन विभाग, सीकर द्वारा ‘वृक्ष वर्द्धक पुरस्कार’ 30 मार्च 2011
  • उपखण्ड अधिकारी फतेहपुर (सीकर) वृक्षारोपण में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए 26 जनवरी 2012
  • वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ‘पर्यावरण मित्र पुरस्कार 2013’
विविध
  • लायन्स क्लब, लक्ष्मणगढ़ (सीकर) राज. का ‘समाज सेवा सम्मान’ 21 जून 1987
  • ग्रामोदय समिति लक्ष्मणगढ़ द्वारा ‘समाजोपयोगी कार्यों में श्रेष्ठ भूमिका’ के लिए 1991
  • राजस्थान पत्रिका मानव मित्र संस्थान सीकर द्वारा ‘चिकित्सा शिविर आयोजन’ के लिए 11 मई 2008
  • जिला कलक्टर, सीकर (राज.) द्वारा विभिन्न ‘राष्ट्रीय पर्वों’ पर 8 बार सम्मानित
  • शिक्षा विभाग एवं विभिन्न संस्थाओं द्वारा अनेकों बार सम्मानित

विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़ाव

  • अध्यक्ष - साहित्य संसद, फतेहपुर ;सीकर
  • अध्यक्ष - पॉपुलर कॅरियर इन्स्टीट्यूट, फतेहपुर ;सीकर
  • सचिव - शेखावाटी साहित्य, कला एवं संस्कृति अकादमी, लक्ष्मणगढ़ ;सीकर
  • संस्थापक अध्यक्ष - शेखावाटी लोक मंगल संस्थान, लक्ष्मणगढ़ ;सीकर
  • प्रांतीय संयुक्त सचिव - राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद्, राजस्थान, जयपुर
  • सचिव - राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद्, सीकर
  • संरक्षक - पर्यावरण सुधर समिति, फतेहपुर ;सीकर
  • सचिव - सीकर प्रौढ़ शिक्षा समिति, सीकर
  • सदस्य - राजस्थान प्रौढ़ शिक्षण समिति, जयपुर
  • सदस्य - ग्रामीण महिला शिक्षण संस्थान, शिवसिंगपुरा ;सीकर
  • सदस्य - पत्र-पत्रिका सहयोग उप समिति, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर
  • सक्रिय सदस्य - सेठ बजरंगलाल धानुका सेवा ट्रस्ट, फतेहपुर
  • सदस्य कार्यकारिणी - चौ. चरणसिंह शिक्षा समिति, फतेहपुर ;सीकर
  • सहायक कमिश्नर - राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड

सामाजिक सरोकार एवं सामुदायिक सेवा

  • जनसंख्या शिक्षा शिक्षण एवं परिवार कल्याण:
अ. अनेकानेक शिविरों के माध्यम से वातावरण निर्माण।
ब. जनसंख्या शिक्षा हेतु राज्य संदर्भ केन्द्र जयपुर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में भागीदारी।
स. जनसंख्या शिक्षा हेतु ‘आई-इंडिया’-जयपुर द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में भागीदारी।
द. चिकित्सा/नेत्रा चिकित्सा एवं समाज सेवा शिविरों में सेवा एवं भागीदारी।
  • विभिन्न समस्याओं के समाधन हेतु जनचेतना शिविरों का आयोजन एवं विभिन्न विभागों के समन्वय से समस्याओं का निराकरण।
  • साक्षरता, व्यापक साक्षरता एवं सम्पूर्ण साक्षरता के मुख्य संदर्भ व्यक्ति के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त करना एवं क्षेत्रा में प्रशिक्षण देना।
  • साक्षरता के जिला संचालक मंडल एवं कोर ग्रुप के सदस्य के रूप में कार्य करना।
  • साक्षरता की राष्ट्रीय कार्यशाला बिलासपुर ;म.प्र.द्ध में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रतिवेदन बाबत मानव संसाध्न मंत्रालय द्वारा प्रशंसित।
  • वरिष्ठ सहायक परियोजना अध्किारी प्रौढ़ शिक्षा काल में साक्षरता के क्षेत्रा में उत्कृष्ट कार्य हेतु पं.स. लक्ष्मणगढ़ को विकास हेतु पांच लाख रुपये का पुरस्कार।
  • दानदाता भामाशाहों को प्रेरित कर अब तक विभिन्न विद्यालयों में लगभग 1 करोड़ रुपये के निर्माण कार्य एवं संसाध्न जुटाये।
  • मूल्यनिष्ठ समाज के निर्माण में मीडिया की भूमिका विषय पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, शांतिवन, आबूरोड़ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय/अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला में भागीदारी।
  • राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकारों ‘एक व्यक्ति एक पेड़’ एवं ‘हरियाळो राजस्थान’ के तहत इको क्लब का गठन कर हजारों पेड़ बेसवा, पिंजरापोल पफतेहपुर में सात सौ व रा.उ.मा.वि. हरसावा बड़ा में एक हजार पेड़ लगवाये।
  • ‘अमृतम् जलम्’ अभियानान्तर्गत पफतेहपुर घड़वा जोहड़ा, बेसवा का जोहड़ा, गोडि़या बड़ा का जोहड़ा एवं नारसरा में जगनाणा जोहड़ा की खुदाई करवाई।
  • ‘सुनामी पीडि़तों की सहायतार्थ’ विद्यार्थियों के माध्यम से 23 हजार रूपये का संकलन कर ‘जीवन कलश’ में दिये। बाढ़ पीडि़तों की सहायतार्थ 15,500 रूपये ‘जीवन कलश’ में जमा करवाये।
  • गर्मियों में प्रतिवर्ष परिन्दों को चुग्गे एवं पानी हेतु परिण्डों की व्यवस्था करना/करवाना।
  • सम्प्रति: राजस्थान शिक्षा सेवा अधिकारी (सेवानिवृत्त)
  • सम्पर्क: पॉपुलर कॅरियर इन्स्टीट्यूट, रोड़वेज बस स्टैण्ड, फतेहपुर शेखावाटी (राज.) 332 301
  • फोन: 09461538591, 09460488591
  • e-mail : spnarsara@gmail.com

तारावती भादू के अमृत महोत्सव में 'माटी की महक' का विमोचन

तारावती भादू के अमृत महोत्सव में 'माटी की महक' का विमोचन

शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी तारावती भादू को उनके जीवन के 75 वर्ष पर साहित्य संसद की ओर से सम्मानित किया गया। रेलवे के सामुदायिक भवन में आयोजित अमृत महोत्सव समारोह में उनके सहयोगी रहे कई रिटायर्ड अधिकारी भी यहां पहुंचे। भादू परियोजना निदेशक महिला विकास भी रहीं थीं, इसलिए पूर्व में महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव एवं राजस्थान की मुख्य सचिव रही राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशल सिंह ने भी यहां बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। अध्यक्षता कार्यवाहक सभापति विमल कुलहरि ने की। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशल सिंह ने शिशुपाल सिंह नारसरा द्वारा तारावती भादू के व्यक्तित्व पर लिखी पुस्तक माटी की महक, का विमोचन भी किया। समारोह में स्कूली बच्चों ने महिला शिक्षा, भ्रूण हत्या आदि पर कार्यक्रम पेश करते हुए लोगों को भाव विभोर कर दिया। समारोह में स्वामी राघवाचार्य वेदांती, स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, प्रदेश के पूर्व लोकायुक्त पीपी सिंह, सीकर के पूर्व एडीएम ताराचंद सहारण, ईएसआई निदेशक एमपी बुडानिया, उप जिला प्रमुख पूरण कंवर सहित अनेक लोग मौजूद रहे।[1]

साहित्य संसद फतेहपुर

नलिन सराफ[2] ने लिखा है कि फतेहपुर के कुछ बुद्धिजीवियों ने मिलकर एक संस्था 'साहित्य संसद' गठन किया जो पिछले वर्षों से साहित्य प्रसार का साधन बना हुआ है। इसके संस्थापक एवं प्रमुख संयोजक शिशुपाल सिंह नारसरा हैं। ये अपने साथियों के साथ समय-समय पर साहित्यकारों का सम्मान, कवि सम्मेलन, मुशायरे व काव्य गोष्ठियों का आयोजन कर नवोदित साहित्यकारों को प्रोत्साहित करते हैं। इस सबके अलावा इनहोने पुस्तक प्रकाशन क्षेत्र में भी कदम रखा है। इन सब कार्यों के हेतु लगने वाले धन का प्रबंध इनके परिचित साहित्य प्रेमी श्रेष्ठिजन करते रहते हैं। इस तरह ये कई नवोदित साहित्यकारों की कृतियाँ प्रकाश में लाने के माध्यम बन रहे हैं। इनका यह प्रयास सफल गति से आगे बढ़ रहा है। शिशुपाल सिंह नारसरा अध्यापन कार्य में संलग्न एक प्रबुद्ध साहित्यकार हैं। इन्होने कई पुस्तकों का लेखन व सम्पादन किया है व अनेकों सम्मान और पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके हैं। यहाँ साहित्य धारा को जाग्रत रखने में इनके प्रयासों में कुछ साहित्यकार मित्रों व साहित्य प्रेमियों ने सहयोग दिया। विशेष सहयोगी बने नरेन्द्र कुमार धानुका। जिनके अर्थ सहयोग से कई नवोदित कवियों व साहित्यकारों की रचनाएँ प्रकाश में आईं। वर्तमान में कुछ प्रमुख कवि, शायर व साहित्यकार ये हैं: नथमल केडिया, राजेन्द्र केडिया (दोनों कलकत्ता प्रवासी) नजीर फतेहपुरी (पुणे), भीमराज शर्मा (जयपुर), राम गोपाल शास्त्री, एस.डी. जॉय आदि।

शिशुपाल सिंह नारसरा द्वारा लिखित अथवा संपादित कुछ पुस्तकें

  • अक्षय शांति की खोज (काव्य संग्रह) - लेखक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', प्रकाशक:उद्योग नगर प्रकाशन, 695, न्यू कोट गाँव, जी टी रोड़, गाजियाबाद, वर्ष: 2007, ISBN: 978-81-905969-2-3
  • आपणी संस्कृति आपणा गीत - रचना एवं संकलन: सरस्वती ढाका, सम्पादन: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', प्रकाशक: साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301, ISBN: 978-81-926510-9-5, वर्ष: 2016
  • बदलाव की लहर - संपादक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301, प्रकाशक: राष्ट्र भाषा संस्थान, सी-8/174, यामुनविहार, दिल्ली -110053, वर्ष:1992
  • एक शख़्स अपना सा (शिशुपाल सिंह 'नारसरा':व्यक्तित्व एवं कृतित्व) - प्रधान संपादक:गोपाल प्रसाद मुद्गल, संपादक: आचार्य राम गोपाल शास्त्री, प्रकाशक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301 ISBN: 978-81-926510-3-3, वर्ष: 2014
  • गाँव की चोपाल तथा अन्य एकाँकी - संपादक: डॉ गोरधान सिंह शेखावत एवं शिशुपाल सिंह 'नारसरा', साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301, प्रकाशक:जनवाणी प्रकाशन, 30/35-36, गली नं. 9, विश्वास नगर, दिल्ली-110032, वर्ष: 2010, ISBN: 978-93-80628-11-0
  • जाज्ञां सरसी - रचनाकार: सुलतानाराम जाखड़, संपादक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', प्रकाशक: साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301, वर्ष:2015, ISBN: 978-81-926510-6-4
  • जाट आरक्षण आंदोलन (तथ्यात्मक विश्लेषण) - संपादक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', प्रकाशक: विवेक पब्लिशिंग हाऊस, धामाणी मार्केट, चौड़ा रास्ता, जयपुर-302003, वर्ष: 2001
  • लक्ष्य पथ: - लेखक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', प्रकाशक: संस्कृति साहित्य, 30/35 ए, शॉप न-2, गली नं. 9, विश्वास नगर, दिल्ली-110032, वर्ष: 2004, ISBN: 81-86253-41-6
  • माटी की महक (तारावती भादू: व्यक्तित्व एवं कृतित्व) - संपादक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', प्रकाशक: साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301 ISBN: 978-81-926510-2-6, वर्ष: 2014
  • राजस्थानी रा मंचीय एकाँकी - संपादक: डॉ गोरधान सिंह शेखावत एवं शिशुपाल सिंह 'नारसरा', साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301, प्रकाशक:जनवाणी प्रकाशन, 30/35-36, गली नं. 9, विश्वास नगर, दिल्ली-110032, वर्ष: 2010, ISBN: 978-93-80628-13-4
  • समकालीन कहानियाँ - संपादक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301, प्रकाशक: पुस्तक संसार, जयपुर, ISBN: 978-93-81737-26-2, वर्ष: 2013
  • समकालीन स्त्री गल्प - संपादक: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', साहित्य संसद, रोडवेज बस स्टेंड के पास, फतेहपुर शेखावाटी, राजस्थान-332301, प्रकाशक: मोनिका प्रकाशन, 85/175, प्रतापनगर, सांगानेर, जयपुर-302003, वर्ष: 2012, ISBN: 978-81-910726-6-2
  • संस्था प्रधान मार्गदर्शिका - संपादक मण्डल: शिशुपाल सिंह 'नारसरा', रामनिवास शर्मा एवं मोहिनी ढाका, प्रकाशक: जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम, सीकर, वर्ष:2012
  • ऐसे थे सर्वपल्ली डा. राधाकृष्णन - नारवाल प्रकाशन, मैन मार्केट, रतनलाल रुंगटा के पास, पिलानी-333031 (राजस्थान), वर्ष:2019
  • ऐसे थे डा. ए पी जे अब्दुल कलाम
  • आजादी के सिपाही ।

पुस्तकों की चित्रवीथी

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

  1. Bhaskar Sikar 10.2.2014
  2. फतेहपुर दर्पण (एक चित्रमय गाथा), लेखक: नलिन सराफ, प्रकाशक: जीवन प्रभार प्रकाशन, ए-209, साईं श्रद्धा, वीरा देसाई मार्ग, मुंबई-400058, वर्ष: 2012, ISBN: 81-85564-82-5, पृ.58-59

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