Tagu
Tagu (तागू)[1] Tagoo (तागू) ,Taga (तगा) Tyagi (त्यागी) Tigala (तिगाला)/ Tagala (तगाला) Gotra Jats are found in Rajasthan and Madhya Pradesh.
Origin
तोमर (तंवर) जाट दिल्ली के शासन का त्याग करने के बाद तोमर जाटों की एक शाखा अजमेर क्षेत्र में पहुची तो तगा(त्याग करने वाले) के नाम से प्रसिद्ध हुई यही शब्द क्षेत्रीय अपभ्रंश होते होते तागु में परिवर्तित हो गया यहां से खंडार गए लोग तगा त्यागी नाम से पहचाने गए
बुरड़क इतिहास में तगाला जाट
तिगाला जाट के नाम पर बुरड़क गोत्र के मूल स्थान के गाँव का नाम गोठडा तगालान पड़ा. गाँव का नाम गोठडा तगालान रखने के सम्बन्ध में बड़वा (राव) के अभिलेखों में निम्न विवरण उपलब्ध है. कहते हैं कि जब भारत में मुसलमान बादशाहों द्वारा मंदिरों को नष्ट किया जा रहा था तब औरंगजेब ने हर्ष और जीनमाता के मन्दिरों पर भी हमला किया. उसने हर्ष की मूर्तियों को खंडित कर फौजों को जीणमाता के मंदिर की तरफ बढ़ाया. उस समय हर्ष के मंदिर की पूजा गूजर लोग तथा जीनमाता के मंदिर की पूजा
तिगाला जाट करते थे. कहते हैं कि हमले के तुरन्त बाद जीणमाता की मक्खियों (भंवरों) ने बादशाह की सेना पर हमला बोल दिया. मक्खियों ने बादशाह की सेना का पीछा दिल्ली तक किया और सेना को बहुत नुकसान पहुंचाया. बदशाह ने जब हर्ष और जीनमाता का स्मरण किया और माफ़ी मांगी तभी पीछा छोड़ा. इसके उपलक्ष में बादशाह द्वारा हर्ष मंदिर के लिये सवामण तेल और सवामण बाकला हर साल भेजने का वादा किया. जीनमाता के भाट हरफ़ूल तिगाला जाट को गाँव गोठडा तागालान की 18000 बीघा जमीन की जागीर बक्शी. इसलिए इस गाँव का नाम गोठडा तागालान कहलाता है. यह जागीर उनके पास 105 साल रही तत्पश्चात संवत 1837 में यह कासली के नवाब के साथ फतेहपुर के अधीन हुआ. बादमें यह जागीर शेखावतों के पास आई.
Distribution in Rajasthan
Villages in Ajmer district
Deomali (20), Saradhana (3), Sarmaliya (20),
Villages in Kota district
Kota,
Villages in Sawai Madhopur district
Distribution in Madhya Pradesh
Villages in Mandsaur district
Notable persons
External links
See also
References
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