Bes River

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(Redirected from Vidisha River)
Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Bes River (बेस नदी) flows near Besnagar (Vidisha) in Madhya Pradesh which merges into Betwa River. It has been mentioned by Kalidasa as Naganadi (नगनदी) and in Mahabharata as Vidisha River (विदिशा नदी).

Origin

Variants

History

Vidisha town is situated east of the Betwa River, in the fork of the Betwa and Bes Rivers, 10 km from Sanchi. The town of Besnagar, 3 km from present-day Vidisha on the west side of the river.

Sindh River originates on the Malwa Plateau in Vidisha district.

In Mahabharata

Vidisha River (विदिशा) in Mahabharata (II.9.18), (VI.10.27)

Sabha Parva, Mahabharata/Book II Chapter 9 mentions the Kings who attended Sabha of Varuna. Vidisha (विदिशा) (River) is mentioned in Mahabharata (II.9.18). [1]....there are also the four oceans, the river Bhagirathi, the Kalindi, the Vidisa, the Venwa, the Narmada of rapid current; the Vipasa, the Satadru, the Chandrabhaga, the Saraswati; the Iravati, the Vitasta, the Sindhu, the Devanadi; the Godavari, the Krishnavenwa and that queen of rivers the Kaveri;..


Bhisma Parva, Mahabharata/Book VI Chapter 10 describes geography and provinces of Bharatavarsha. Vidisha (विदिशा) (River) is mentioned in Mahabharata (VI.10.27).[2]....Vidisa and Krishna-vena, and Tamra, and Kapila, of Salu, and Suvama, the Vedaswa, and the mighty river Harisrava; of Sighra....

बेस नदी

विजयेन्द्र कुमार माथुर[3] ने लेख किया है ...बेस नदी (AS, p.645) ग्वालियर तथा भोपाल रियासतों में बहने वाली नदी है। बेसनगर बेस नदी के नाम से ही प्रसिद्ध है। बेस और बेतवा के संगम पर प्राचीन काल की प्रसिद्ध नगरी विदिशा बसी हुई थी। शायद बेस नदी को महाभारत सभा पर्व महाभारत 9,18 में विदिशा कहा गया है-'कालिंदी विदिशा वेणा नर्मदा वेगवाहिनी'। बेस नदी कालिदास के मेघदूत पूर्वमेघ 28 की नगनदी भी हो सकती है।

विदिशा नदी

विजयेन्द्र कुमार माथुर[4] ने लेख किया है ...विदिशा नदी (AS, p.855): विदिशा नामक नदी का उल्लेख महाभारत सभा पर्व महाभारत 9,18 में किया गया है-'कालिंदी विदिशा वेणा नर्मदा वेगवाहिनी'। निश्चय रूप से यह विदिशा या वर्तमान बेसनगर के पास बहने वाली बेस नदी का ही नाम है ।

नगनदी

विजयेन्द्र कुमार माथुर[5] ने लेख किया है ... नगनदी (AS, p.474) 'विश्रांतस्सन व्रज नगनदीतीरजातानिसिचनुद्यानानां नवजलकणैर्यूथिका जालकानि'। मेघदूत, पूर्वमेघ 28. इस श्लोक में 'नगनदी' के उल्लेख से जान पड़ता है कि कालिदास ने नगनदी का किसी विशेष नदी के नाम के रूप में उल्लेख न करके इस शब्द को सामान्य रूप से पहाड़ी नदी (नग=पर्वत) के अर्थ में प्रयुक्त किया है। नगनदी का मेघ की यात्रा के क्रम में विदिशा और नीचगिरि (संभवतः सांची) के ठीक पश्चात् उल्लेख हुआ है और नगनदी के पश्चात् अगले छंदों में मेघ को उज्जयिनी का मार्ग बताया गया है। जान पड़ता है कि यह नदी वर्तमान की 'वेसनदी' है जिसके तट पर अति प्राचीन स्थान बेसनगर (जो विदिशा का उपनगर था) वसा हुआ है। वेस नदी वेसनगर के निकट [p.475]: ही बेतवा में मिलती है। संभव है कि बेस नदी के छोटी सी सरिता होने के कारण कालिदास ने उसे नगनदी या पहाड़ी नदी मात्र कहा है।

External links

References

  1. तदा समुथ्राश चत्वारॊ नथी भागीरथी च या, कालिन्दी विदिशा वेण्णा नर्मदा वेगवाहिनी (II.9.18)
  2. विदिशां कृष्ण वेण्णां च ताम्रां च कपिलाम अपि, शलुं सुवामां वेदाश्वां हरिस्रावां महापगाम (VI.10.27)
  3. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.645
  4. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.855
  5. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.474-475