Gurumukh Sing Saai: Difference between revisions
m (Minor edit) |
No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
'''Gurumukh Sing [[Saai]]''' was a Freedom fighter and hero of [[Shekhawati farmers movement]]. He was born in year | <center> | ||
{| class="wikitable" style="text-align:center"; border="5" | |||
|align=center colspan=13 style="background: #FFD700"| <small>''' Author:[[User:Lrburdak|Laxman Burdak, IFS (R), Jaipur]]'''</small> | |||
|- | |||
|} | |||
</center> | |||
---- | |||
[[File:Deshraj 1934 51. Gurumukh Daulatpura and Hawaldar Tiku Ram Patoda.jpg|thumb|[[Gurumukh Sing Saai]] (born:1893), [[Doulatpura Jhunjhunu|Daulatpura]] and [[Hawaldar Tiku Ram]] [[Patoda]]]] | |||
'''Gurumukh Sing [[Saai]]''' (चौधरी गुरुमुखसिंह साईं ), from [[Doulatpura Jhunjhunu]], was a Freedom fighter and hero of [[Shekhawati farmers movement]]. He was born in year 1893 at village [[Doulatpura Jhunjhunu]] in tahsil and district [[Jhunjhunu]] in [[Rajasthan]]. | |||
== जाट जन सेवक == | |||
[[ठाकुर देशराज]]<ref>[[Thakur Deshraj]]:[[Jat Jan Sewak]], 1949, p.432-433 </ref> ने लिखा है ....'''चौधरी गुरुमुखसिंह जी''' | |||
[पृ 433]: शेखावाटी में झुंझुनू के पास [[Doulatpura Jhunjhunu|दौलतपुरा]] एक गांव है। इसी गांव में आज से 52-53 साल पहले चौधरी मंगलाराम जी '''[[Saai|साईं गोत्र]]''' के जाट के घर पर आप का जन्म हुआ। आप [[Pandit Khemraj|पंडित खेमराज जी]] के सत्संग से [[आर्यसमाजी]] बने। आपके इलाके में नुक्ते भोज की बड़ी रिवाज थी। यह कहा जा सकता है की नुक्ता का पूर्ण बहिष्कार शेखावाटी में किसी ने किया है तो वह आप ही हैं। | |||
---- | |||
[पृ.434]: आप पूर्ण सच्चाई के साथ जन सेवा करते हैं। और उस सेवा का बदला कभी भी आपने नहीं चाहा है। | |||
== जीवन परिचय == | == जीवन परिचय == | ||
'''भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे''' - शेखावाटी में किसान आन्दोलन और जनजागरण के बीज गांधीजी ने सन 1921 में बोये । '''सन् 1921''' में गांधीजी का आगमन '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' हुआ । इसका समाचार '''सेठ देवीबक्स सर्राफ''' को आ चुका था । सेठ देवीबक्स सर्राफ शेखावाटी जनजागरण के अग्रदूत थे । आप शेखावाटी के वैश्यों में प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने ठिकानेदारों के विरुद्ध आवाज उठाई । देवीबक्स सर्राफ ने शेखावाटी के अग्रणी किसान नेताओं को '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' जाने के लिए तैयार किया । भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे में आप भी प्रमुख व्यक्ति थे । <ref>[[Rajendra Singh Kaswan|राजेन्द्र कसवा]]: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 70 </ref> | '''भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे''' - शेखावाटी में किसान आन्दोलन और जनजागरण के बीज गांधीजी ने सन 1921 में बोये । '''सन् 1921''' में गांधीजी का आगमन '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' हुआ । इसका समाचार '''सेठ देवीबक्स सर्राफ''' को आ चुका था । सेठ देवीबक्स सर्राफ शेखावाटी जनजागरण के अग्रदूत थे । आप शेखावाटी के वैश्यों में प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने ठिकानेदारों के विरुद्ध आवाज उठाई । देवीबक्स सर्राफ ने शेखावाटी के अग्रणी किसान नेताओं को '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' जाने के लिए तैयार किया । भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे में आप भी प्रमुख व्यक्ति थे । <ref>[[Rajendra Singh Kaswan|राजेन्द्र कसवा]]: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 70 </ref> | ||
== बाहरी कड़ियाँ == | |||
== सन्दर्भ == | == सन्दर्भ == | ||
<references/> | <references/> | ||
---- | ---- | ||
Back to [[The Freedom Fighters]] | Back to [[Jat Jan Sewak]]/[[The Freedom Fighters]] | ||
[[Category:Jat Jan Sewak]] | |||
[[Category:Jat Jan Sewak From Rajasthan]] | |||
[[Category:Jat Jan Sewak From Jhunjhunu]] | |||
[[Category:The Freedom Fighters]] | [[Category:The Freedom Fighters]] | ||
[[Category:The Freedom Fighters From Rajasthan]] | [[Category:The Freedom Fighters From Rajasthan]] |
Latest revision as of 09:14, 27 December 2017
Author:Laxman Burdak, IFS (R), Jaipur |

Gurumukh Sing Saai (चौधरी गुरुमुखसिंह साईं ), from Doulatpura Jhunjhunu, was a Freedom fighter and hero of Shekhawati farmers movement. He was born in year 1893 at village Doulatpura Jhunjhunu in tahsil and district Jhunjhunu in Rajasthan.
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[1] ने लिखा है ....चौधरी गुरुमुखसिंह जी [पृ 433]: शेखावाटी में झुंझुनू के पास दौलतपुरा एक गांव है। इसी गांव में आज से 52-53 साल पहले चौधरी मंगलाराम जी साईं गोत्र के जाट के घर पर आप का जन्म हुआ। आप पंडित खेमराज जी के सत्संग से आर्यसमाजी बने। आपके इलाके में नुक्ते भोज की बड़ी रिवाज थी। यह कहा जा सकता है की नुक्ता का पूर्ण बहिष्कार शेखावाटी में किसी ने किया है तो वह आप ही हैं।
[पृ.434]: आप पूर्ण सच्चाई के साथ जन सेवा करते हैं। और उस सेवा का बदला कभी भी आपने नहीं चाहा है।
जीवन परिचय
भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे - शेखावाटी में किसान आन्दोलन और जनजागरण के बीज गांधीजी ने सन 1921 में बोये । सन् 1921 में गांधीजी का आगमन भिवानी हुआ । इसका समाचार सेठ देवीबक्स सर्राफ को आ चुका था । सेठ देवीबक्स सर्राफ शेखावाटी जनजागरण के अग्रदूत थे । आप शेखावाटी के वैश्यों में प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने ठिकानेदारों के विरुद्ध आवाज उठाई । देवीबक्स सर्राफ ने शेखावाटी के अग्रणी किसान नेताओं को भिवानी जाने के लिए तैयार किया । भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे में आप भी प्रमुख व्यक्ति थे । [2]
बाहरी कड़ियाँ
सन्दर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.432-433
- ↑ राजेन्द्र कसवा: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 70
Back to Jat Jan Sewak/The Freedom Fighters