Indraj Singh Ghardana: Difference between revisions

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== जीवन परिचय ==
== जीवन परिचय ==
'''भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे''' - शेखावाटी  में किसान  आन्दोलन और जनजागरण के बीज  गांधीजी ने सन 1921 में बोये. '''सन् 1921''' में गांधीजी का आगमन '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' हुआ. इसका समाचार '''सेठ देवीबक्स सर्राफ''' को आ चुका था. सेठ देवीबक्स सर्राफ शेखावाटी जनजागरण के अग्रदूत थे. आप शेखावाटी के वैश्यों में प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने ठिकानेदारों के विरुद्ध आवाज उठाई. देवीबक्स सर्राफ ने शेखावाटी के अग्रणी किसान नेताओं को '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' जाने के लिए तैयार किया. भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे में आप भी प्रमुख व्यक्ति थे. <ref>[[Rajendra Singh Kaswan|राजेन्द्र कसवा]]: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 70 </ref>
'''भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे''' - शेखावाटी  में किसान  आन्दोलन और जनजागरण के बीज  गांधीजी ने सन 1921 में बोये. '''सन् 1921''' में गांधीजी का आगमन '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' हुआ. इसका समाचार '''सेठ देवीबक्स सर्राफ''' को आ चुका था. सेठ देवीबक्स सर्राफ शेखावाटी जनजागरण के अग्रदूत थे. आप शेखावाटी के वैश्यों में प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने ठिकानेदारों के विरुद्ध आवाज उठाई. देवीबक्स सर्राफ ने शेखावाटी के अग्रणी किसान नेताओं को '''[[Bhiwani|भिवानी]]''' जाने के लिए तैयार किया. भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे में आप भी प्रमुख व्यक्ति थे. <ref>[[Rajendra Singh Kaswan|राजेन्द्र कसवा]]: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 70 </ref>
सन 1925 में पुष्कर सम्मलेन के पश्चात् शेखावाटी में दूसरी पंक्ति के जो नेता उभर कर आये, उनमें आपका प्रमुख नाम हैं <ref>[[Rajendra Singh Kaswan|राजेन्द्र कसवा]]: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी),  जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 100 </ref>
== सन्दर्भ ==
== सन्दर्भ ==



Revision as of 08:09, 26 January 2012

Indraj Singh Ghardana was a Freedom fighter and hero of Shekhawati farmers movement. He was born in year ..... at village Ghardana Kalan in Buhana tahsil of district Jhunjhunu in Rajasthan.

जीवन परिचय

भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे - शेखावाटी में किसान आन्दोलन और जनजागरण के बीज गांधीजी ने सन 1921 में बोये. सन् 1921 में गांधीजी का आगमन भिवानी हुआ. इसका समाचार सेठ देवीबक्स सर्राफ को आ चुका था. सेठ देवीबक्स सर्राफ शेखावाटी जनजागरण के अग्रदूत थे. आप शेखावाटी के वैश्यों में प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने ठिकानेदारों के विरुद्ध आवाज उठाई. देवीबक्स सर्राफ ने शेखावाटी के अग्रणी किसान नेताओं को भिवानी जाने के लिए तैयार किया. भिवानी जाने वाले शेखावाटी के जत्थे में आप भी प्रमुख व्यक्ति थे. [1]

सन 1925 में पुष्कर सम्मलेन के पश्चात् शेखावाटी में दूसरी पंक्ति के जो नेता उभर कर आये, उनमें आपका प्रमुख नाम हैं [2]

सन्दर्भ

  1. राजेन्द्र कसवा: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 70
  2. राजेन्द्र कसवा: मेरा गाँव मेरा देश (वाया शेखावाटी), जयपुर, 2012, ISBN 978-81-89681-21-0, P. 100

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