Janwa Chaudhary
सुरेश चौधरी मुण्डारा 2005
जणवा चौधरी जाट जाति से निकला समाज है। अर्थात जणवा जाति की उत्पत्ति जाट जाति से ही हुई है। जाटों मे आज भी जणवा गोत्र मिलता है। जणवा गोत्र के जाट राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा,पंजाब में निवास करते हैं।
जणवा जाति की उत्पत्ति
जणवा जाति की उत्पत्ति जुणा जी जाट से मानी जाती है। प्राचीन जाट राजा युवनाश्व के वंश में विजयपाल नामक एक वीर धार्मिक व्यक्ति हुआ था। यह विजयपाल गोरम ऋषि का शिष्य था। विजयपाल की शादी सोमजी की पुत्री जसोदा से हुई थी। इस विवाह के पीछे भी एक रोचक घटना है। विजयपाल और जसोदा को गुरु कृपा से एक पुत्ररत्न की प्राप्ति हुई थी इस पुत्र का नाम जणों जी रखा गया आगे चलकर जुणाजी ने आबू के नीचे जणपुर नामक जगह बसाई थी। जणो जी के 12 पुत्र हुए जिनके नाम गोवा,गिरधर, ऊँका, लाला,अगरा, आशा,लिखमीदास, आलामसी,कालू भान,भद्दर,आलन थे।
जुणाजी के 12 पुत्रों ने कुछ अन्य लोगो को मिलाकर एक दल बनाया और इस दल को साथ लेकर दहाड़ी मारा करते थे। एक बार यह लोग पल्लीवाल ब्राह्मणो की कुछ कन्या उठा लाए और इन कन्याओं से इन्होंने विवाह कर लिया था। जुणा जी गोरम ऋषि के अनुयायी थे अतः जो अन्य गोत्रीय जाट गोरमऋषि को मानते थे। वो जाट इनके संघ में शामिल हो गए कालांतर में यह संघ एक जाति के रूप में परिवर्तित हो गया और इस जाति को बहुसंख्यक जणवा गोत्रीय जाटों के कारण जणवा चौधरी बोला जाने लगा है।इनके कुल 24 गोत्र है।
जणवा चौधरी गोत्र
जणवा चौधरी समाज का निवास क्षेत्र
जणवा चौधरी समाज पाली जिला, जालोर जिला, सिरोही जिला, प्रतापगढ़ जिले में कुल 96 ग्रामों में निवास करता हैं।
मारवाड़ के 22 गांव
घाणेराव,ददापरा,आना,सारंगपुरा,सोनाणा,शोभाबास, लामपी,पाटियों का गुढा,नारलाई,अटाडिया,अणवा,माडपुरा,कंसली,रामजी गुढा,निप्पल,बोडली, दलरी,डठारिया,इटनदां चारणान, इटन्डा मेड़तिया
गोडवाड़ के 42 गाँव
देवतरा,फालना गांव ,धनी,बमनियां,खुडाला,सेसली, बड़ेल, बोया,लणावा, राडावा,पितवा,गुढ़ा सिरवियाँ,मिरगेश्वर,सादडा,गुढा कल्याणसिंह,लाटडा,लालराई,पनारिया,डंगरली,जुणा,बिलिया,भादरास,सादड़ी,राजपुरा,गुढा मांगलियावास,सिदरली,मोरखा, मुंडारा, टीपरी,सदलवा, कोट बालियान,दांतीवाड़ा,पांचलवाड़ा
मेवाड़ के 24 गाँव
बटेवर, भाणुजा, इटाली,रुंडेडा,नवानियाँ, अरनंड, पिण्ड नई,पिण्ड पुरानी,बिलोदा,चौहानखेड़ा, चायलो खेड़ा,फतेहपुर,बम्बोरी,जलोदा जागीर,करजू, सारंगपुरा,गोठड़ा,अमरपुरा,देवरी, देवीपुरा,बड़बल,बाहड़ा,सालेड़ा,सतोला,खरोदा,हडमनिया जागीर
आबू के 8 गाँव
सांगवाडा,सनवाड़ा,फूलबाई खेड़ा,खाखरवाडा,बटेरा, भारजा,तरूंगी,भीमाणा
महत्वपूर्ण लोग
यह भी देखें
संदर्भ
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