Mukand Ram Kulhari

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Mukand Ram Kulhari from Sangasi, Jhunjhunu, was a Freedom Fighter who took part in Shekhawati farmers movement in Rajasthan. He was son of Bhuda Ram Kulhari.[1]

जीवन परिचय

जाट जन सेवक

ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है .... चौधरी जयदेवसिंह जी - [पृ.404]: शेखावाटी प्रांतीय जाट जीवन आंदोलन के कर्णधार चौधरी चिमनाराम कुलहरी के भाई भूदाराम जी को वहां का बच्चा-बच्चा जानता है। उन्हीं के छोटे भाई चौधरी गुमानाराम जी के सुपुत्र गोपालसिंह के वीरपुत्र का नाम जयदेवसिंह है। आपसे छोटे भाई रामनिवास हैं।

जयदेव सिंह एक स्वतंत्र व्यक्तित्व के नौजवान हैं। वह इस सिद्धांत के आदमी हैं कि “अगर साथी न मिले तो अकेला ही चल” । शेखावाटी में जो स्वतंत्र रुप से सन 1946 से नया किसान संगठन आरंभ हुआ है उसके आप एक प्रमुख कर्णधार हैं। जब सुलझे हुए और वर्षों के कार्यकर्ता इस शिशु किसान संगठन का हाथ छोड़ कर और परिस्थिति का बहाना करके छोड़ बैठे हैं, जयदेव सिंह उसके प्रति ममता लिए हृदय से उसे पालने पोसने में लगे हुए हैं। आपकी उम्र इस समय 28-29 साल के लगभग है।

सांगाती में जो प्रथम शेखावाटी अधिवेशन हुआ था उसके आप स्वागत मंत्री थे। दफा 144 का उल्लंघन करने पर आप को गिरफ्तार भी होना पड़ा है। आपके चाचा चौधरी मुकुंद राम जी सुपुत्र चौधरी भूदाराम जी भी आपको किसान हितों के कार्य में पूरा सहयोग देते हैं।

किसान सभा का अनुमादन

केसरदेव सांगसी /जयदेव सिंह सांगासी /मुकुंद राम सांगसी - 15 जून 1946 को झुंझुनू में किसान कार्यकर्ताओं की एक बैठक चौधरी घासी राम ने बुलाई. शेखावाटी के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने इसमें भाग लिया. अध्यक्षता विद्याधर कुलहरी ने की. इसमें यह उभर कर आया कि भविष्य में समाजवादी विचारधारा को अपनाया जाये. जिन व्यक्तियों ने किसान सभा का अनुमादन किया उनमें आप भी सम्मिलित थे. (राजेन्द्र कसवा, p. 201-03).

किसान सभा की और से रींगस में विशाल किसान सम्मलेन 30 जून 1946 को बुलाया गया. इसमें पूरे राज्य के किसान नेता सम्मिलित हुए. यह निर्णय किया गया कि पूरे जयपुर स्टेट में किसान सभा की शाखाएं गठन की जावें. आपको जयपुर स्टेट की किसान सभा का उपमंत्री चुन लिया गया. (राजेन्द्र कसवा, p. 203)

किसान सभा का उपमंत्री चुना 1946

किसान सभा की और से रींगस में विशाल किसान सम्मलेन 30 जून 1946 को बुलाया गया. इसमें पूरे राज्य के किसान नेता सम्मिलित हुए. यह निर्णय किया गया कि पूरे जयपुर स्टेट में किसान सभा की शाखाएं गठन की जावें. आपको जयपुर स्टेट की किसान सभा का उपमंत्री चुन लिया गया. (राजेन्द्र कसवा, p. 203)

References


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