Narendra Singh Rathi
Narendra Singh Rathi (Sepoy) (20.06.1968 - 02.06.1999) - From Itawa Muzaffarnagar, Uttar Pradesh, He became Martyr of Kargil war in Kaksar sector on 02 June 1999, Unit-04 Jat Regiment.
सिपाही नरेन्द्र सिंह राठी का जीवन परिचय
सिपाही नरेन्द्र सिंह राठी
20-06-1968 - 02-06-1999
वीरांगना - श्रीमती अनिता देवी
यूनिट - जाट रेजिमेंट
काकसर की लड़ाई
ऑपरेशन विजय
कारगिल युद्ध 1999
सिपाही नरेन्द्र सिंह राठी का जन्म 20 जून 1968 को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की बुढ़ाना तहसील के इटावा गांव में श्री ताल सिंह राठी एवं श्रीमती चंदन कौर के परिवार में हुआ था। वर्ष 1987 से मेरठ से वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। प्रारंभिक प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 4 जाट बटालियन में नियुक्त किया गया था। उन्होंने सेना के कई अहम् ऑपरेशन में भाग लिया था। अप्रैल 1999 में घर पर एक माह की छुट्टी व्यतीत करने के पश्चात उन्हें कारगिल में तैनात किया गया था।
ऑपरेशन विजय में 2 जून 1999 को कारगिल जिले के काकसर सेक्टर में हजारों फीट ऊंची बर्फीली पहाड़ियों पर तोपखाने से सुसज्जित किलेबंद बंकरों में मोर्चा लिए हुए पाकिस्तानी घुसपैठियों की भयानक गोलाबारी में मौसम की अत्यंत विपरीत परिस्थितियों में भी अदम्य साहस, वीरता एवं दृढ़ निश्चय से लड़ते हुए सिपाही नरेन्द्र सिंह वीरगति को प्राप्त हुए थे।
5 जून 1999 को इनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा और पूरे सैन्य सम्मान से इनका अंतिम संस्कार किया गया था।
सिपाही नरेन्द्र सिंह राठी के बलिदान को भारत में युगों - युगों तक स्मरण किया जाएगा।
चित्र गैलरी
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Narendra Singh Rathi
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Narendra Singh Rathi
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ईटावा गांव में हाइवे पर सिपाही नरेन्द्र सिंह राठी का स्मारक।
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ईटावा गांव में हाइवे पर सिपाही नरेन्द्र सिंह राठी का स्मारक।
स्रोत
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
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