Palri Laxmangarh

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Location of 'Olkhan Ki Dhani' near Ganeri in Sikar district

Palri (पालड़ी) is a large village in Laxmangarh tahsil in Sikar district of Rajasthan.

Location

Jat Gotras

Population

As per Census-2011 statistics, Palri village has the total population of 4494 (of which 2307 are males while 2187 are females).[1]

History

सीकर के जागीरदार द्वारा कूदन में क्रूरता का तांडव 25 अप्रेल 1935 को मचाया था. उस समय की घटना है. पालड़ी गाँव का एक किसान लाठी लेकर, गाँव के गुवाड़ से भाग छूटा. एक घुड़सवार की उस पर नजर पडी. घोड़े को दौड़ाते हुए उसने दूर से किसान को चेतावनी दी, 'लाठी फेंक दो, नहीं तो गोली मार दी जाएगी.' किसान अनसुना करता चलता रहा. तब तक घुड़सवार उसके नजदीक आ गया. अकस्मात् ही किसान पीछे मुड़ा और घोड़े की नाक पर लाठी का वार कर दिया. इस वार से घोडा बेकाबू हो गया और जिधर से आया था, उसी दिशा में पलट कर पूरे वेग से दौड़ गया. किसान की युक्ति काम आई. वह भी पूरी शक्ति से , जूती हाथों में ले, अपने गाँव की और भाग छूटा. (राजेन्द्र कसवा, P. 144)

बधाला की ढाणी में विशाल आमसभा

बधाला की ढाणी में विशाल आमसभा - पीड़ित किसानों ने बधाला की ढाणी में विशाल आमसभा आयोजित की, जिसमें हजारों व्यक्ति सम्मिलित हुए. इनमें चौधरी घासीराम, पंडित ताड़केश्वर शर्मा, ख्यालीराम भामरवासी, नेतराम सिंह, ताराचंद झारोड़ा, इन्द्राजसिंह घरडाना, हरीसिंह पलथाना, पन्ने सिंह बाटड, लादूराम बिजारनिया, व्यंगटेश पारिक, रूड़ा राम पालडी सहित शेखावाटी के सभी जाने-माने कार्यकर्ता आये. मंच पर बिजोलिया किसान नेता विजय सिंह पथिक, ठाकुर देशराज, चौधरी रतन सिंह, सरदार हरलाल सिंह आदि थे. छोटी सी ढाणी में पूरा शेखावाटी अंचल समा गया. सभी वक्ताओं ने सीकर रावराजा और छोटे ठिकानेदारों द्वारा फैलाये जा रहे आतंक की आलोचना की. एक प्रस्ताव पारित किया गया कि दो सौ किसान जत्थे में जयपुर पैदल यात्रा करेंगे और जयपुर दरबार को ज्ञापन पेश करेंगे. तदानुसार जयपुर कौंसिल के प्रेसिडेंट सर जॉन बीचम को किसानों ने ज्ञापन पेश किया. (राजेन्द्र कसवा: p. 123)

Notable persons

  • Ruda Ram Meel (रूड़ा राम मील) पालडी - शेखावाटी किसान आन्दोलन के नेता

External Links

References


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