Shakuntala Singh
Author: Laxman Burdak IFS (R) |
श्रीमती शकुन्तला सिंह शिक्षा विभाग (राजस्थान सरकार) से सेवानिवृत व्याख्याता हैं। आपने अपने सेवाकाल में उत्कृष्ट कार्य हेतु अनेक जिला स्तरीय पुरस्कार प्राप्त किए। वर्ष 2000 में राज्य स्तरीय पुरस्कार भी प्राप्त किया। आप स्वतन्त्रता सेनानी महाशय धर्मपाल सिंह भालोठिया की पुत्री हैं।
जन्म
श्रीमती शकुन्तला सिंह का जन्म 25.11.1950 को ढाणी भालोठिया जिला महेन्द्रगढ़ (हरियाणा) में स्वतंत्रता सेनानी एवं प्रसिद्ध भजनोपदेशक स्व.श्री धर्मपाल सिंह भालोठिया के घर हुआ । उस समय गांवों में आसपास शिक्षा का अभाव होने के कारण आपकी प्राथमिक शिक्षा महिला विद्यापीठ महाजन (बीकानेर), मिडिल शिक्षा बगड़ (झुंझुनूं) से एवं माध्यमिक शिक्षा ग्रामोत्थान विद्यापीठ संगरिया (हनुमानगढ़) में हुई । प्रीयूनिवर्सिटी इन्द्रागांधी बालिका महाविद्यालय अरडावता (झुंझुनूं) एवं बी.ए.तोदी महाविद्यालय लक्ष्मणगढ़ (सीकर ) से की। पीरामल शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय बगड़ से बी.एड.किया । एम.ए.हिंदी एवं इतिहास में किया ।
अध्यापन कार्य
आपने अध्यापन कार्य श्री रघुनाथ बालिका विद्यालय लक्ष्मणगढ़ (सीकर) से शुरू किया, उसके पश्चात राजकिय कन्या माध्यमिक विद्यालय कूदन, राजकिय सावित्री कन्या विद्यालय लक्ष्मणगढ़, प्रधानाध्यापिका अजीतगढ़, पलसाना एवं एस.के.स्कूल सीकर में व्याख्याता पद पर कार्य किया । अंत में आप मार्च 2011 में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मुरलीपुरा स्कीम, जयपुर से व्याख्याता (हिंदी) पद से सेवानिवृत हुई ।
व्यक्तित्व
आप बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी हैं । आप अति उत्साही,स्वत: स्फूर्त,प्रतिभावान एवं जिज्ञासु शिक्षाविद रही हैं।
सम्मान
आपके परीक्षा परिणाम सदैव उत्कृष्ट होने के कारण कई बार जिला एवं संभाग स्तर पर सम्मानित किया गया । साक्षरता कार्यक्रम,अल्प बचत योजना,जनसहयोग से निर्माण कार्य व स्काउट गाइड में जिलाधीश सीकर द्वारा भी सम्मानित किया गया । साक्षरता अभियान सीकर में भी सराहनीय कार्य किया । अपने सेवाकाल में उत्कृष्ट कार्य हेतु शिक्षक दिवस 5 सितम्बर वर्ष 2000 में राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त किया।