Nodal: Difference between revisions
Line 39: | Line 39: | ||
[[Dilwara]], | [[Dilwara]], | ||
[[Sursura]] (10), | [[Sursura]] (10), | ||
[[Ralawatan]] (40), | |||
=== Villages in Nagaur district === | === Villages in Nagaur district === |
Revision as of 15:10, 15 December 2016
Nodal (नोदल) is a Jat gotra found in Rajasthan.
Origin
History
History
Mahabharata Shalya Parva mentions names of combatants armed with diverse weapons and clad in diverse kinds of robes and ornaments, All of them came to the ceremony for investing Kartikeya with the status of generalissimo. Shalya Parva in Sanskrit mentions in shloka 63 Nandal along with Hans as under:
Acoardingh Jat Historian Ram Swarup Joon-One person of the family of last Raja Anand Pal Tomar left Delhi after its conquest by the Mohammadans and settled at village Bohar (near Rohtak). His name was NandanTomar and his descendents were called Nandal Vanshi and later on their Gotra became Nandal.[1]
दलीपसिंह अहलावत लिखते हैं -
जाट्स दी ऐनशन्ट रूलर्ज पृ० 256 पर, बी० एस० दहिया ने लिखा है कि “यह कहना उचित है कि मौर्य शासन से पहले जो नन्द जाट थे वे आज नांदल/नांदेर जाट कहलाते हैं।” आगे वही लेखक पृ० 305 पर लिखते हैं कि “नांदल जाटों ने भारतवर्ष में जो साम्राज्य स्थापित किया वह नन्द मगध साम्राज्य कहलाया।”
नांदल गोत्र के जाटों का निवास आज भी भारतवर्ष में है।
इस गोत्र के जाटों के गांव निम्नलिखित हैं -
1. जिला रोहतक में गांव बोहर तथा इसी के निकट गढ़ी है जिसे बोहर गढ़ी कहते हैं। इस गोत्र के अन्य सभी गांवों का निकास इसी बोहर गांव से है।
2. जिला रोहतक में नन्दल गांव आधा 3. रिठाल गांव का एक ठौला 4. महराना गांव आधा, 5. जटवाड़ा में 50 घर 6. चीमनी में 50 घर हैं।
7. जिला सोनीपत में ज्यासीपुर गांव आधा, डाहर जिला करनाल में भी कुछ गांव हैं जैसे - 8. जाटिल 9. मंढाणा कलां 10. मंढाणा खुर्द आदि। जिला बुलन्दशहर तहसील खुर्जा (उ० प्र०) में इस गोत्र के 12 गांव पास-पास मिलकर बसे हुए हैं। जिनके नाम - भुन्ना, गोहनी, रकराना, शाहपुर, धमपुर, छिरोली, रामगढ़ी, नौरगा, हबीपुर, फिरोजपुर, भूतगढी, जलोखरी। यू० पी० में बोहर गांव से जाकर बसने के कारण वहां ये नांदल जाट, बोहरिये कहलाते हैं।
बोहर गांव का अति प्रसिद्ध नांदल जाट -
द्वितीय महायुद्ध के समय मैंने दिल्ली के लाल किले में एक बड़ा पत्थर रखा हुआ देखा था। उस पर यह लेख खुदा हुआ था कि “बोहर गांव में एक कुआं खोदते समय यह भारी पत्थर उस कुएँ से अकेले एक बोहर गांव के जाट ने बाहिर निकाला था।” उस पर उस जाट का नाम भी था परन्तु मुझे खेद है कि मैं उस पहलवान व्यक्ति का नाम भूल गया हूं।
अनुमान है कि उस पत्थर का वजन लगभग 10 मन था। स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद वह पत्थर वहां से हटा दिया गया। मैंन हाल में ही लाल किले में जाकर उस पत्थर को खोजने का प्रयत्न किया किन्तु नहीं मिला। (लेखक)[2]
Villages founded by Nodal clan
- Nodalon Ki Dhani (नोदलों की ढाणी)- village in Phulera tahsil of Jaipur district in Rajasthan.
Distribution in Rajasthan
Villages in Ajmer district
Dilwara, Sursura (10), Ralawatan (40),
Villages in Nagaur district
Villages in Jaiur district
Phulera, Tyoda Sambhar, Nodalon Ki Dhani, Samalpura,
Notable persons from this gotra
- Sant Kanha Ram (Nodal) - From Sursura, Rupangarh, Ajmer, Rajasthan is a Teacher, Social Worker, Yoga Guru and Author. He was born on 16.7.1963 in the family of Shri Chothu Ram (Jhunta Ram) Nodal and Smt. Chandani Devi. He did M.A. Sanskrit, M.A. Hindi Sahitya and Shiksha Shastri B.Ed. He is author of a well researched book in Hindi on folk deity Tejaji titled - Shri Veer Tejaji Ka Itihas Evam Jiwan Charitra (Shodh Granth), Published by Veer Tejaji Shodh Sansthan Sursura, Ajmer, 2015.
- Mukesh Nodal - From village Dilwara (t.Nasirabad), Ajmer. Member Panchayat Samiti Shreenagar, Ajmer. Mob:9414380306. [3]
- Dhanna Lal Nodal - From village Nodalon Ki Dhani (Samalpura) फुलेरा & दूदू पंचायत समिति के वार्ड ३२ नव निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य धन्ना लाल नोदल का गुरुवार को ग्राम सामलपुरा के नोदलों की ढाणी में भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर नोदल ने उपस्थित ग्रामीणों से कहा कि जनसमस्याओं के समाधान और विकास कार्य बिना भेदभाव के किए जाएंगे। [4] फुलेरा & यूथ कांग्रेस की ओर से चल रहे चलो पंचायत कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत शार्दलपुरा में सोमवार को यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कार्ड वितरित किए गए। मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष राजपाल शर्मा तथा विशिष्टि अतिथि लोक सभा उपाध्यक्ष राजेश चौधरी एंव विधान सभा उपाध्यक्ष टीकम अजमेरा थे। अध्यक्षता यूथ विधान सभा अध्यक्ष धन्नालाल नोदल ने की। ग्राम पंचायत शार्दलपुरा यूथ इकाई अध्यक्ष अमरचंद नोदल, भोलू नोदल, शंकर नोदल, कमलेश वर्मा, काचरोदा नगर अध्यक्ष मुकेश सैन व हिरनोदा नगर अध्यक्ष आनंदी लाल चूला ने अतिथियो का माल्यापर्ण किया।लोक सभा उपाध्यक्ष राजेश चौधरी ने कहा कि इस विशेष कार्यक्रम के तहत पंचायत स्तर पर बनी जन समस्याओं को दूर किया जाएगा। यूथ कांग्रेस के द्वारा पहले भी वृद्ध एंव विकलांगों को सरकारी सहायता दिलाने के लिए आवेदन पत्र भरवाये गये थे। मुख्य अतिथि शर्मा ने कहा कि पूरे हिन्दुस्तान में गरीबो का भला करने के साथ त्याग व बलिदान करने वाली कांग्रेस पार्टी ही है। इस पार्टी में कार्यकर्ताओ का पूरा आदर व सम्मान होता है। कार्यकर्ता एकजुट होकर संगठन को मजबूत बनाए। कार्यक्रम के बीच में अतिथियों द्वारा यूथ कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियो को शपथ दिलाने के साथ कार्डो का वितरण किया गया। मंच संचालन टीकम अजमेरा ने किया। [5]
See also
- Nandal (नांदल)
External links
Reference
- ↑ Ram Swarup Joon: History of the Jats Chapter V: Present Jat Gotras
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Chapter V (Page 479)
- ↑ Jat Parivesh, September 2011, p. 27
- ↑ /12/100212030815_275418.html पंचायत समिति सदस्य नोदल का स्वागत किया
- ↑ यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कार्ड बांटे
Back to Jat Gotras