Kaliyas
Kaliyas (कलियास) is a village in Nagaur tehsil of Nagaur district in Rajasthan.
Founder
Kalubaba and Palbaba Jats of Changal gotra founded it in year 1468 AD (samvat 1525) [1] .
Location
It is situated in south of Veer Tejaji Janmsthali Khirnal at a distance of 15 km.The village is not connected by any road or rail.
Jat Gotras
The biggest gotra is Changal.
Population
Half of the families are Jats. Population of Kaliyas according to Census 2001 is 911 including males 457 and females 454.
History
Kalubaba and Palbaba Jats of Changal gotra founded it in year 1468 AD and constructed two ponds known as Kalai talab and palsai talab. There is a temple of Bharonji near Kalai Talab. in the ground of Palasai talab there are two temples of Shankarji and balaji. There is a sati monument in the village.
डॉ पेमाराम[2]लिखते हैं कि सिंध और पंजाब से समय-समय पर ज्यों-ज्यों जाट राजस्थान में आते गये, मरूस्थलीय प्रदेशों में बसने के साथ ही उन्होने प्रजातन्त्रीय तरीके से अपने छोटे-छोटे गणराज्य बना लिये थे जो अपनी सुरक्षा की व्यवस्था स्वयं करते थे तथा मिल-बैठकर अपने आपसी विवाद सुलझा लेते थे । ऐसे गणराज्य तीसरी सदी से लेकर सोलहवीं सदी तक चलते रहे । जैसे ईसा की तीसरी शताब्दी तक यौधेयों का जांगल प्रदेश पर अधिकार था । उसके बाद नागों ने उन्हें हरा कर जांगल प्रदेश (वर्तमान बिकानेर एवं नागौर जिला) पर अधिकार कर लिया । यौधेयों को हराने वाले पद्मावती के भारशिव नाग थे, जिन्होने चौथी शताब्दी से लेकर छठी शताब्दी तक बिकानेर, नागौर, जोधपुर तथा जालोर के जसवन्तपुरा तक शासन किया । जांगल प्रदेश में नागों के अधीन जो क्षेत्र था, उसकी राजधानी अहिच्छत्रपुर (नागौर) थी । यही वजह है कि नागौर के आस-पास चारों ओर अनेक नागवंशी मिसलों के नाम पर अनेक गांव बसे हुये हैं जैसे काला मिसल के नाम पर काल्यास, फ़िरड़ोदा का फिड़ोद, इनाणियां का इनाणा, भाकल का भाखरोद, बानों का भदाणा, भरणा का भरणगांव / भरनांवा / भरनाई, गोरा का डेह तथा धोला का खड़नाल आदि ।
छठी शताब्दी बाद नागौर पर दौसौ साल तक गूजरों ने राज किया परन्तु आठवीं शताब्दी बाद पुनः काला नागों ने गूजरों को हराकर अपना आधिपत्य कायम किया ।
दसवीं सदी के अन्त में प्रतिहारों ने नागों से नागौर छीन लिया । इस समय प्रतिहारों ने काला नागों का पूर्णतया सफ़ाया कर दिया । थोड़े से नाग बचे वे बलाया गांव में बसे और फिर वहां से अन्यत्र गये ।
Notable persons
- Nenaram Changal - A good social worker.
- Mani Ram Changal - कालियास गाँव के मनीराम चांगल एक अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता है।
References
- ↑ Jat Samaj, Agra, June 2004
- ↑ राजस्थान के जाटों का इतिहास, 2010, पृ.19
External links
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