Mohanbari
Mohanbari (मोहनबाड़ी ) or Chhota Jhanswa (छोटा झान्सवा) is a village in Matanhail tahsil of Jhajjar district in Haryana.
Jat Gotras
History
इतिहासकार स्वामी ओमानन्द सरस्वती लिखते हैं
यौधेयों की पांचवें प्रकार की मुद्रायें जो कि यौधेय गण की अन्तिम मुद्रायें मानी जाती हैं, और प्रायः जिसे गण राज्यों अथवा उनकी मुद्राओं का स्वल्प ज्ञान रखने वाले व्यक्ति भी जानते हैं, उन पर ब्राह्मी लिपि तथा संस्कृत भाषा में "यौधेय गणस्य जय" लिखा है । मध्य में कार्त्तिकेय अपनी शक्ति लिये खड़ा है । उसके एक पग के पास मयूर (मोर) का चित्र चित्रित है । इस मुद्रा पर कार्त्तिकेय की शक्ति (भाला) और उसके शिर के बीच ब्राह्मी में "द्वि" लिखा है । इस मुद्रा पर दूसरी ओर चलती हुई देवी का चित्र है । देवी का बायां हाथ कटि पर स्थित है तथा दायां हाथ ऊपर उठा रखा है । हाथ में कंगन भी प्रतीत होते हैं । देवी के दायें हाथ के नीचे पुष्पों से परिपूरित पात्र (कलसा) भी विद्यमान है । देवी के बायें ओर इस प्रकार का चिह्न है । देखिये, द्वितीय फलक पर ५ संख्या (नम्बर) वाली मुद्रा । वर्तुलाकार इस में मुद्रा पर देवी के चारों ओर बनी मणियों की माला यह द्योतित करती है कि यह अमूल्य रत्नों तथा धन-धान्य से परिपूरित बहुधान्यक अर्थात् हरयाणा की मुद्रा है । यह यौधेयों की विजय की सूचना देने वाली मुद्रा है । सभी इतिहासज्ञों का यह विचार है कि कुषाणों को पराजित कर उखाड़ फेंक देने के पश्चात् यौधेय गण ने अपनी इस मुद्रा को ढाला (बनाया) था । यह मुद्रा प्रायः सम्पूर्ण हरयाणे में मिलती है । मेरठ, हापुड़, सुनेत, करौंथा, अटायल, आंवली, मोहनबाड़ी, हाँसी, हिसार, भिवानी, नौरंगाबाद, दादरी, मल्हाणा, सीदीपुर लोवा आदि स्थानों से यह मुद्रा हमें प्राप्त हुई है । महम, सोनीपत, जयजयवन्ती, सहारनपुर आदि अनेक स्थानों पर भी यह लोगों को पर्याप्त संख्या में मिली है ।[2]
Location
It is very near to village Jharli. Mohanbari is 1 km away from Jhanswa village. Mohanbari is official name of village but people commonly know this village by Chhota Jhanswa "छोटा झान्सवा" as it is a small village and has it's birth from Jhanswa village not many years ago. Both these villages still have their ancestral families in each other's village. Even Jhanswa (झान्सवा) and Mohanbari villages have same "paane" which are namely "Kuchhlan", "Chhaban" and "Hamman".
The nearby villages are Jhanswa, Jharli, Sasroli, Goria, Bahu Jholri, Bajitpur, Khanpur Khurd, Khanpur Kalan, Noganwa, Birohar, Matanhail, Chhuchhakwas, Akehri Madanpur, Ladain, Bhurawas and Salhawas.
This village is 35 km from Jhajjar, 58 km from Rohtak and 88 km from Gurgaon. It has around 300+ homes and almost 100 percent literacy. Each family has at least one govt. job and even girls are at par with boys in education and other fields. This village comes under Rohtak Lok Sabha constituency and under Jhajjar constituency for state assembly elections.
Also, this village has got historical importance, there are many a "stone's idols" which are unearthed from the village's land and are kept in Gurukul Jhajjar. There are certain idols which have been kept in village mandir (temple) and are worth seeing.
A Model Village
"Mohanbari (छोटा झान्सवा)" has been declared as MODEL village. Recently NTPC thermal power plant has been setup in the land of Jharli, Mohanbari and Khanpur villages, this coal based electricity plant is generating 1500 MW power.
Population
(Data as per Census-2011 figures)
Total Population | Male Population | Female Population |
---|---|---|
1309 | 691 | 618 |
Notable persons from this village
External Links
https://villageinfo.in/haryana/jhajjar/matenhail/mohanbari.html
References
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Chapter III (Page 219)
- ↑ Veerbhoomi Haryana/यौधेय गण की मुद्रायें (पृष्ठ 140-142)
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