Mukesh Bhakar

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Mukesh Bhakar

Mukesh Bhaskar (born:?-death:30.6.2010) from village Bhukhredi, Ratangarh, Churu, Rajasthan became a martyr of militancy in Kupwara district of Jammu and Kashmir on 30.6.2010. He was Gunner from 98 Field Regiment.

जीवन परिचय

मुकेश भास्कर वर्ष 2002 में सेना में भर्ती हुए थे। मुकेश का विवाह दो साल पूर्व सुमन देवी से हुआ था। उनके परिवार में पिता पोखरमल, मां अणची देवी, पत्नी सुमन, दो भाई, एक बहन और एक वर्षीय पुत्री हैं। मुकेश के पिता थोरासी गाँव से भुखरेडी गाँव में गोद आए थे।

शहीद मुकेश की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि

देशभक्ति के नारों से गूंज उठा गगन, एडीएम-एसपी ने पुष्प-चक्र अर्पित कर दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि चूरू, 4 जुलाई। ‘भारत माता की जय’, ‘वंदेमातरम’ एवं ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, मुकेश तेरा नाम रहेगा’ जैसे गगनभेदी नारों और देशभक्ति से जज्बे से भरे माहौल के बीच रविवार को जिले की रतनगढ तहसील के भुखरेड़ी गांव के लाड़ले मुकेश भास्कर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से कर दिया गया। वे 30 जून 2010 को जम्मू-कश्मीर के मच्छल सेक्टर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। शहीद की शवयात्रा में शामिल भुखरेड़ी एवं आस-पास के सैकड़ों लोगों ने उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी। छोटे भाई इंद्रचंद ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी।

अतिरिक्त कलक्टर बीएल मेहरड़ा ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर शासन व प्रशासन की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी। पुलिस अधीक्षक निसार अहमद, सांसद रामसिंह कस्वां, रतनगढ विधायक राजकुमार रिणवां, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर रामकुमार कस्वां, एसडीएम के के गोयल, प्रधान संतोष तालणियां, अभिनेष महर्षि, पूर्णाराम और शहीद के साथी जवानों सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने शहीद के शव पर पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राजस्थान पुलिस के सशस्त्र जवानों ने हवाई फायर कर शहीद को सलामी दी।

शहीद के शव के साथ आए भारतीय सेना के रिसालदार सतवीर सिंह एवं सूबेदार मानसिंह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के मच्छल सेक्टर में 30 जून को सवेरे छह बजे आरंभ हुई मुठभेड़ में दोपहर 11.50 पर गनर मुकेश भास्कर के सिर में गोली लगी और वे देश के लिए शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में सेना में भर्ती हुए मुकेश अपने कर्तव्य और देश के लिए निष्ठा रखने वाले सिपाही थे। मुकेश का विवाह दो साल पूर्व सुमन देवी से हुआ था। उनके परिवार में पिता पोखरमल, मां अणची देवी, पत्नी सुमन, दो भाई, एक बहन और एक वर्षीय पुत्री हैं।

एडीएम बीएल मेहरड़ा एवं एसपी निसार अहमद ने इस मौके पर शहीद के परिजनों को ढाढस बंधाते हुए अपनी ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। एडीएम मेहरड़ा ने कहा कि फर्ज की जंग में कुर्बान हुए मुकेश की शहादत पर पूरे देश को गर्व है। एसपी निसार अहमद ने कहा कि देश के लिए जान हथेली पर लेकर लड़ने वाले मुकेश जैसे सिपाहियों के दम पर ही देश की जनता महफूज है।

संदर्भ - कुमार अजय का ब्लॉग, सोमवार, 5 जुलाई 2010

"हक" पर कब्जा,"सम्मान" पर चुप्पी

शहीद वीरांगनाओं को पति के सम्मान के खातिर कहाँ-कहाँ भटकना पड़ा इसकी जानकारी प्रस्तुत कर रहा हूँ: विश्वनाथ सैनी जी का यह शहीदों के लिए किया गया प्रयास सराहनीय है। आपके प्रयासों और अन्य लोगों के सहयोग से मुकेश भास्कर का बना हुआ स्मारक मैंने भुखरेड़ी गाँव में देखा है। यदि शहीदों की विधवाओं को यह संघर्ष करना पड़ेगा तो यह देश और समाज के लिए शर्म की बात है।


चूरू । "वतन पर मरने वालों का बाकी यही निशां होगा" कि शहीद वीरांगनाएं अपने हक और पति के सम्मान के खातिर कार्यालय दर कार्यालय चक्कर काटेंगी। बात भले ही गले नहीं उतर रही हो, परन्तु रतनगढ़ के गांव भुखरेड़ी निवासी दो शहीद वीरांगनाओं को प्रशासन ने ऎसा करने पर मजबूर कर रखा है।

एक शहीद वीरांगना को भूखण्ड आवंटन के बावजूद उस पर कब्जा नहीं मिल पाया जबकि दूसरी को शहीद स्मारक बनवाने के लिए जमीन आवंटित करने में अधिकारी रूचि नहीं ले रहे हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार 1986 में ऑपरेशन मेघदूत में शहीद हुए दीपसर निवासी सिपाही तोलाराम की वीरांगना सुप्यार देवी को 25 अगस्त 2008 को चूरू की सैनिक बस्ती के सेक्टर 1-बी-189 में 10.5 गुणा 21 मीटर भूखण्ड आवंटित किया गया। सुप्यार देवी को भूखण्ड का पट्टा भी दिया गया, परन्तु भूखण्ड पर उसे आज तक कब्जा नहीं मिल पाया। प्रशासन की मिलीभगत से भूखण्ड पर अन्य व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है। ऎसे में सुप्यार देवी भूखण्ड आवंटन के ढाई वर्ष बाद भी अपने हक से वंचित है।

उधर, जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में मच्छाल सेक्टर में 30 जून 2010 को शहीद हुए भुखरेड़ी के मुकेश भास्कर की वीरांगना सुमन उनके सम्मान में शहीद स्मारक बनवाना चाहती है। स्मारक के नाम पर गांव में भूमि आवंटित करने के लिए सुमन ने ग्राम पंचायत, तहसीलदार व कलक्टर कार्यालय में अनेक चक्कर काट चुकी है। बार-बार चक्कर कटवाने से दुखी होकर सुमन ने 21 फरवरी को जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर शहीद मुकेश का इस तरह अपमान नहीं करने की गुहार लगाई है। प्रशासन ने केवल पट्टा थमाया। प्रशासन ने सैनिक बस्ती में भूखण्ड आवंटित करने में महज कागजी खानापूर्ति की है।

पट्टा मिलने पर मैंने नम्बरों के आधार पर भूखण्ड पर ढूंढ़ा तो उस पर किसी अन्य का अवैध कब्जा मिला। अवैध रूप से किया गया कब्जा हटवाकर मुझे अपने भूखण्ड पर कब्जा दिलवाने के लिए मैंने प्रशासन के सामने अनेक बार गुहार लगाई, मगर अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला।

-सुप्यार देवी, शहीद तोलाराम की वीरांगना अधिकारियों ने दबाई फाइल पति के सम्मान में शहीद स्मारक बनवाना चाहती हूं। स्मारक के नाम पर भूमि आवंटित करने की फाइल पहले रतनगढ़ तहसीलदार ने पांच माह तक दबाए रखी और अब तीन माह से फाइल जिला कलक्टर के पास अटकी पड़ी है। गांव में गोचर भूमि पर स्मारक बनाया जा सकता है। जनप्रतिनिधि स्मारक निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग देने के लिए तैयार हैं। इसके बावजूद प्रशासन मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है।

-सुमन देवी, शहीद मुकेश की वीरांगनाप्रशासन को बताया दोनों ही शहीद वीरांगनाओं के साथ ठीक नहीं हो रहा है। वीरांगना सुप्यार ने भूखण्ड पर कब्जा नहीं मिलने की शिकायत थी, जिससे प्रशासन को अवगत करवा दिया गया। शहीद स्मारक का मामला भी कलक्टर की जानकारी में लाया हुआ है।

-रामकुमार कस्वां, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, चूरू दूंगा आर्थिक सहयोगशहीद मुकेश की अत्येष्टि के समय ही मैंने उनके स्मारक के लिए आर्थिक सहयोग देने का वादा किया था और अब भी तैयार हूं। प्रशासन जमीन तो आवंटन करें, राशि की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।

-रामसिंह कस्वां, सांसद, चूरू मुझे जानकारी नहीं शहीद वीरांगनाओं की समस्याएं प्राथमिकता से दूरी की जाती हैं। सैनिक बस्ती में शहीद वीरांगना को भूखण्ड आवंटन और गांव भुखरेड़ी में शहीद स्मारक बनवाए जाने का मामला मेरी जानकारी में नहीं है। यदि आप जैसा बता रहे हो, वैसा हो रहा है तो तत्काल दोनों मामलों की जांच करवाएंगे।-विकास एस भाले, कलक्टर, चूूरू

संदर्भ - विश्वनाथ सैनी के बलाॅग से साभार

शहीद की मूर्ति का अनावरण

गनर मुकेश भाकर, 98 फील्ड रेजीमेंट, जम्मू कश्मीर के कूपवाड़ा जिले में दिनांक 30 जून 2010 को वीरगति को प्राप्त हुये। शहीद की मूर्ति का अनावरण गाँव भुखरेड़ी में दिनांक 5.12.2012 को किया गया। इस अवसर पर स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, राजकुमार रिणवा विधायक रतनगढ़, राजाराम मील अध्यक्ष जाटमहासभा राजस्थान और पूर्णा राम गिला अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक चुरू थे।

वीरांगना सुमन देवी का सम्मान

28.2.2017 को श्रीरघुनाथ सी.सै. स्कूल का वार्षिक उत्सव नमन-2017 पूर्ण हर्षोल्लास, उमंग एवं देशभक्ति के रंगों से सरोबार नजर आया। कार्यक्रम में प्रधानतया रतनगढ़ तहसील के उन सपूतों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए, जिन्होंने मातृभूमि की यथार्थ अपने प्राणोत्सर्ग किए। कार्यक्रम विद्यालय के विजय ग्राउंड पर देवस्थान मंत्री राजकुमार रिणवां के मुख्य आतिथ्य में प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्षा कमला कस्वां ने की। कार्यक्रम में भुखरेड़ी के लाल शहीद मुकेश भास्कर की वीरांगना सुमन देवी, लूणासर के शहीद भगवानसिंह की मां विमला कंवर, भुखरेड़ी के ही शहीद तोलाराम की वीरांगना सुप्यार देवी, गुड़ावड़ी के शहीद दामोदर शर्मा की वीरांगना संगीता शर्मा का उपस्थित अतिथिगणों ने शॉल, पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया।[1]

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References


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