Hatingarwar

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Hatingarwar (हतींगरवार) Hathingarwar (हथिंगरवार) Hathingaravar (हथिंगरवार) Hathingarawar (हथिंगरवार) gotra Jats are found in Madhya Pradesh.

Origin

Hatingarwar gotra is said to be originated from place called Hatingar (हतींगर). [1] Hatingar is a village in West Bengal. [2]Hatingar surname is found in USA also. We need further research.

History

कुदारी (जिला दतिया, मध्य प्रदेश) में हथिंगरवारों की जागीरदारी थी । यहां पर‌ उनकी गढ़ी बनी हुई थी, जिसका रख रखाव के अभाव में अब अस्तित्व ही समाप्त हो गया है ।

ठाकुर चंदनसिंह हथिंगरवार (कुदारी) का परिचय

ठाकुर चंदनसिंह हथिंगरवार निवासी ग्राम कुदारी तहसील इंदरगढ़ जिला दतिया का पारिवारिक परिचय

ठाकुर चंदनसिंह पारिवारिक परिस्थितियों के कारण ग्राम कुदारी से अपने परिवार के साथ इंदौर जिले के ग्राम जलवाय आकर बस गए थे । यहां इन्होंने एक व्यापारी के प्रतिष्ठान में मुनीम के रुप में काफी समय तक कार्य किया ।

ठा. चंदनसिंह के एक पुत्र और एक पुत्री हुए । पुत्र का नाम ठाकुर किशन सिंह चौधरी और पुत्री का नाम कांवेरी बाई रखा गया । किशनसिंह ने शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात पुलिस विभाग में सेवा प्रारंभ की । इनका विवाह मानपुर के प्रतिष्ठित दांदक परिवार के श्री रामकिशन सिंह की बहिन श्रीमती सरजू बाई के साथ हुआ था । चंदन सिंह की सुपुत्री श्रीमती कांवेरी बाई का विवाह ठाकुर रघुवीर सिंह खेनवार के साथ हुआ ।

पुलिस की नौकरी में किशन सिंह की पोस्टिंग इंदौर जिले के ग्राम मानपुर में हुई । यहां पर उन्होंने जमीन खरीदी और यहीं निवास करने लगे । पुलिस सेवा में रहते हुए वे पदोन्नत होते हुए नगर निरीक्षक (टीआई) के पद तक पहुंचे । वर्ष 1967में हृदयाघात से उनका देहांत हुआ । अपने सेवाकाल में वे जहां भी पदस्थ रहे, नियमों के दायरे में रहकर उन्होंने जाट समाज की भरसक सेवा की । उनका चोर उचक्कों में बहुत खौफ था । चोर उचक्के उनके नाम से कांपा करते थे ।

उनके 4 पुत्र क्रमशः मोहन सिंह, धीरेन्द्र सिंह, भारत सिंह और महेंद्र सिंह तथा दो पुत्रियां श्रीमती शारदा और दूसरी श्रीमती बेबी हुई ।

श्रीमती शारदा बाई का विवाह ग्राम पनवाड़ी के ठाकुर सुल्तान सिंह (टाल वाले) के ज्येष्ठ पुत्र श्री गजराज सिंह खेनवार तथा छोटी पुत्री श्रीमती बेबी बाई का विवाह ग्राम शेरपुर तहसील महू जिला इंदौर के धनाठ्य परिवार में स्व. श्री केशर सिंह जी, सरपंच के सुपुत्र लक्ष्मीनारायण चौधरी (मांगलोदा) के साथ हुआ था ।

किशनसिंह के प्रथम पुत्र मोहनसिंह चौधरी पत्रकार तथा पेपर एजेंसी के संचालक रहे हैं । आपका विवाह ग्राम बोरखेड़ा तहसील आष्टा जिला सीहोर के प्रतिष्ठित ढाका परिवार में गोपाल सिंह पटेल की सुपुत्री जयवंती से हुआ । आप वर्तमान में इंदौर शहर में निवासरत हैं । आपके एक पुत्र कुलदीप सिंह और एक पुत्री श्रीमती कविता चौधरी है । कुलदीप सिंह चौधरी भारतीय जनता पार्टी मैं कार्यरत होकर नगर निगम इंदौर में गवर्नमेंट कांट्रेक्टर है तथा ट्रेडिंग का बिजनेस भी है ।

ठाकुर किशन सिंह के दूसरे पुत्र धीरेंद्र सिंह चौधरी सहकारिता विभाग में वसूली अधिकारी थे । इनका विवाह ग्राम बोरखेड़ा के प्रतिष्ठित ढाका परिवार के शिव सिंह पटेल की सुपुत्री श्रीमती शीला के साथ हुआ था । आपका परिवार भी इंदौर में निवासरत हैं । स्व श्री धीरेन्द्र सिंह के तीन पुत्र क्रमशः अजय सिंह, अजीत सिंह और तीसरे पुत्र अमित सिंह हैं । ये तीनों भाई शासकीय/अशासकीय सेवाओं में कार्यरत हैं ।

ठाकुर किशन सिंह चौधरी के तीसरे सुपुत्र स्व श्री भारत सिंह थे । उनके दो पुत्र आलोक एवं अनुराग हैं ।आलोक चौधरी मर्चेंट नेवी में ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं । उनके दूसरे पुत्र अनुराग भी मानपुर में रहकर व्यवसाय करते हैं ।

ठाकुर किशन सिंह चौधरी के चौथे सबसे छोटे पुत्र महेंद्र सिंह चौधरी हैं जो सहकारिता विभाग से सेवा निवृत हैं । महेंद्र सिंह चौधरी के पुत्र मोहित सिंह चौधरी एवं पुत्री मोनिका चौधरी है । इनकी मानपुर में आटो पार्टस की दुकान के साथ साथ मोटर साइकिल का शोरूम भी है ।

Distribution in Madhya Pradesh

Villages in Bhopal district

Bhopal, Akodia mandi,

Villages in Sehore district

Bor Kheda

Villages in Shajapur district

Shajapur, Akodia Mandi, Panwadi

Villages in Datia district

Ahroni, Bhalka, Jaroli, Kudari,

Villages in Gwalior district

Bhori, Urwa,

Villages in Indore district

Manpur,

Villages in Sagar district

Jat Patharia

Villages in Jhabua district

Jhabua,

Villages in Vidisha district

Kurwai, Rajpur Vidisha,

Villages in Guna district

Richhera,

History

Notable persons

  • ठाकुर प्रतापसिंह जी [पृ.574]: तहसील भांडेर राज्य ग्वालियर में ही भलका नाम का एक गांव है। वही के ठाकुर कनीराम जी के आप भतीजे हैं। ठाकुर कनीराम हरभान सिंह दो भाई थे। आप हरभान सिंह जी के सुपुत्र हैं। आप बड़े जमींदार और धनी आदमी हैं। गोत्र आपका हतींगरवार है। [3]

External links

References


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