Chitawar Hathras

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Chitawar (चितावर) is village in Hathras tahsil and district in Uttar Pradesh.

Location

Village- Chitawar (चितावर), Tehsil/District - Hathras UP, Pincode-204101 Nearby villages: Meetai, Chandpa, Rohai , Mehmadpur Brahman, Bisana, Nagla Soron, Nagla Lachchhi, Nagla Amra.

Jat Gotra

History

Badan Singh and Suraj Mal helped the distressed: Girish Chandra Dwivedi[1] mentions....It was during these excesses that the Jat chief, Badan Singh, and his son, Suraj Mal, then encamping in the neighbourhood of Delhi, helped the distressed a lot. An eyewitness tell us, "Thana Rai (?) and Badel Singh Jat, the zamindar of Chitwarh (?)36 have stationed themselves assisted by the gallant Jats upto Sarai of Bakhtiar Khan while the Chowki of Nadir Shah does not extend beyond the tank of Kishan Das."37 As S. H. Askari suggests,38 Badan Singh's encampment with a "gallant" force displayed an attitude of "resistance", even though the above writer does not specify whether or not any engagement occurred between Badan Singh and the roving Qizilbash bands. However, we do have a definite proof of Badan Singh's (and impliedly also of Suraj Mal's) exertions for ameliorating the distress of the victims of Nadir's cruelty. The sad plight of the people of the Capital deeply stirred the feelings of the compassionate Jat. The author of Iqbalnama I adds:

"He (Badan Singh) ordered that whosoever came from those environs, (the Capital) to his side would find refuge and shelter under his protection and none was to interfere with any such body. Consequently, many people stricken with misfortune and having been pillaged, plundered and ruined came and were taken

care of and treated kindly with favours, each according to his own condition and circumstances. Many people who had gone to Faridabad to bring grains received protecting guards, which escorted them safely. In this situation a world of people became busy in bringing grains and food (which came under heavy fire from the Persians) from that direction and the rates rose (sic.) from two seers to five and six seers."39


36. It is difficult to identify "Chitwarh". There is one place of a similar name called Chitwar, about 4 miles south of Hathras. Same is the case with "Thana Rai" also. It may be a mistake for Suraj Mal who was encamped south of Delhi, where from had passed Babu Rao Malhar as a fugitive from Karnal, Raj., VI. 131.

37. An Anonymous Journal of Nadir Shah's Transactions in India. trans. S.H Askari entitled. 'A Contemporary Correspondence Describing the Events at Delhi at the Time of Nadir Shah's Invasion; in Proc. I.H.C., X (\947), 366

38. Askari, op.cil., Introduction, in Proc. 1.H.e., (1947), 358.

39. Iqbal, 210; TAL. 166; On this occasion Rao Bahadur Singh of Kharisa (perhaps Ghasira) played a role nearly similar to that of Badan Singh, Iqbal, 197.

धर्मेंद्र सिंह सिकरवार निवासी ग्राम चितावर जिला हाथरस ने निम्न जानकारी उपलब्ध कराई है जो उनके ही शब्दों में प्रस्तुत है:

मैं धर्मेंद्र सिंह सिकरवार निवासी ग्राम चितावर जिला हाथरस का रहने वाला हूँ। इस समय ग्वालियर में रहता हूँ। मेरे परिवार एवं गांव के विषय में जो जानकारी मेरी स्मृति में है वह यहाँ साझा कर रहा हूँ। मेरे ग्राम चितावर में अधिकांश जाट परिवार रहते है जिनके गोत्र सिकरवार,फौजदार एवं ठेनुआ है।

मेरे दादाजी स्वर्गीय श्री ठा.मान सिंह जी पट्टीदार थे उनके अधिकार में कई गांव थे। उनके तीन पुत्र थे। प्रथम- स्वर्गीय श्री साहूकार सिंह, द्वितिय-स्वर्गीय श्री फूल सिंह, तृतीय - स्वर्गीय श्री राम चन्द्र सिंह।

मेरे पिताश्री साहूकार सिंह का विवाह गोंगा निवासी श्री स्वर्गीय राम जीत सिंह गोत्र गोधे के यहाँ हुआ था। उनके तीन पुत्र एवं तीन पुत्रियां हुई।

श्री साहूकार सिंह के प्रथम पुत्र श्री स्वर्गीय महाराज सिंह थे। जिनका विवाह नरसिंहपुर के राज परिवार में श्री स्वर्गीय राव सुरेंद्र सिंह गोत्र खेनवार की सुपुत्री गिरीश कुमारी के साथ हुआ था। ये मध्य प्रदेश में पैरामेडिकल असिस्टेंट अफसर के पद पर कार्यरत थे। इनके तीन पुत्र हुए, नीतिराज सिंह सिकरवार, श्रीराज सिंह सिकरवार,और देवराज सिंह सिकरवार है।

नीतिराज का विवाह शीतल पुत्री सोरेन सिंह गोत्र बेनीवाल निवासी सहारनपुर के साथ हुआ। श्रीराज का विवाह गीता पुत्री चौधरी बलवीर सिंह गोत्र चारण निवासी राजगढ़ के साथ हुआ। देवराज का विवाह सविता पुत्री वीरेंद्र सिंह गोत्र चहल निवासी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) के साथ हुआ।

साहूकार सिंह के द्वितीय पुत्र स्वर्गीय निहाल सिंह का विवाह कमलेश कुमारी पुत्री श्री राम सिंह गोत्र ठेनुआ निवासी तिरवाया (राया) के साथ हुआ। इनके दो पुत्र एवं तीन पुत्रियां हुई । इनके पुत्र भोला सिंह एवं विनोद सिंह किसान है ।

साहूकार सिंह जी के तीसरे पुत्र धर्मेंद्र सिंह अर्थात मेरा विवाह प्रतिभा सिंह (ट्रेनिंग अफसर ITI) पुत्री श्री स्वर्गीय जगराज सिंह गोत्र शेरावत निवासी ग्राम जगेठी (मेरठ) के साथ हुआ । मेरे दो पुत्रियाँ एवं एक पुत्र है जिनके नाम सूर्या, दिव्या एवं सागर है। सूर्या का विवाह विश्वराज हुड्डा पुत्र श्री विनयराज हुड्डा निवासी दिल्ली के साथ हुआ। पुत्री दिव्या का विवाह मयंक सिंह ठाकुर पुत्र श्री श्याम मनोहर सिंह ठाकुर गोत्र ठकुरेले निवासी जबलपुर के साथ हुआ। पुत्र सागर असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर कार्यरत है।जिसका विवाह पूजा पुत्री श्री महेंद्र सिंह ठाकुर निवासी जाट पथरिया जिला सागर के साथ संपन्न हुआ जिसका एक पुत्र शिवाय राज सिंह है।

Population

As per census 2011, population of village Chitawar is 2024, with 372 houses.

Notable persons

  • Dharmendra Singh Sikarwar (8989472377): Native Village Chitawar district Hathras U.P., Presently settled in Gwalior is source of above information in Hindi.
  • Ad.Deep Singh s/o Niranjan Singh Sikarwar
  • Ad. Ajit Kumar ,Kishanpal Singh s/o Shiv Varan Singh Sikarwar
  • Narendra pal Singh s/o -Giriraj Singh Sikarwar
  • Rajkumar Ex Pradhan s/o Bijendra Singh Sikarwar
  • Indarjit Singh s/o Jugendra SinghSikarwar
  • Mahesh Kumar s/o Shreekishan Sikarwar
  • Manoj Kumar Ex Pradhan Vedvir Singh (Diwaniya)
  • Bachchu Singh s/o Munshi Singh Chahar
  • Devendra Singh s/o Uttam Singh Chahar
  • ठेनुआ-नवाब सिंग,खजान सिंह,नालू राम सिंह
  • फौजदार (चाहर)- कुमारपाल सिंह पुत्र रामदयाल सिंह
  • विजेंद्र सिंह- पुत्र राम दयाल सिंह
  • कलुआ सिंह- पुत्र राम दयाल सिंह
  • अमर सिंह- पुत्र गीतम सिंह
  • बच्चू सिंह- पुत्र भगीरथ सिंह

External Links

Author

Source - Ranvir Singh from Gwalior via WhatsApp Mob.94251 37463

References


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