Amrit Kalash
स्वतंत्रता सेनानी प्रसिद्ध कवि एवं समाज सुधारक
अमृत कलश (भजनावली)
सुरेंद्र सिंह भालोठिया और डॉ स्नेहलता सिंह
बाबा पब्लिकेशन, जयपुर- भावोद्गार
- बेटी के दो शब्द
- अध्याय-1:ईश्वर-वंदन...........................11
- अध्याय-2:किसान...........................19
- अध्याय-3:देश की दशा...........................25
- अध्याय-4:विश्व की दशा...........................37
- अध्याय-5:भ्रष्टाचार...........................41
- अध्याय-6:बुरे व्यसन - नशा...........................44
- अध्याय-7:जाति प्रथा एवं छूआछूत...........................51
- अध्याय-8:अन्ध विश्वास...........................57
- अध्याय-9:देशभक्ति...........................65
- अध्याय-10:सामाजिक कुरीति - दहेज...........................74
- अध्याय-11:शिक्षाप्रद सीख...........................84
- अध्याय-12:लालच बुरी बला...........................92
- अध्याय-13:विविध भजन...........................100
- अध्याय-14:महापुरुष/स्वतंत्रता सेनानी...........................114
- अध्याय-15:नारी जागृति...........................126
- अध्याय-16:विभिन्न अवसरों पर गाये जाने वाले गीत ...........................132
- अध्याय-17:स्त्री शिक्षा...........................140
- अध्याय-18:श्रद्धांजलि भजन ...........................145