Jhuria
Author:Laxman Burdak, IFS (R), Jaipur |
Jhuria (झूरिया)[1] [2] Jhuriya (झूरिया) Juriya (जूरिया) Gotra Jats are found in Rajasthan[3] , Madhya Pradesh and Punjab. They had joined Parihar Confederation.
Origin
They are said have originated from place called Jhang (झंग) in Multan (Sindh). [4]
Villages founded by Jhuria clan
History
झूरिया गौत्र का इतिहास
झूरिया गौत्र का यह इतिहास प्रो. हनुमानाराम ईसराण (Mob: 9414527293, Email:<hrisran@gmail.com>) द्वारा उपलब्ध कराया गया है। ये तथ्य बही भाट श्री कानसिंह गांव ढेंचवास, पोस्ट:चौसाला वाया डिग्गी, तहसील: मालपुरा, जिला:टोंक (राजस्थान) की बही में अभिलिखित है।
झूरिया का गौत्रचारा
- ऋषि-वंश : कपिल ऋषि
- नख: दायमा
- गौत्र: ब्रह्मेश्वर गौत्र
- पूजा: माता दूधवती/दधिमती माता, दधिमती माता का मन्दिर राजस्थान के नागौर जिले के जायल तहसील के गोठ मांगलोद गांव में स्थितहै। यह उत्तरी भारत के पुराने मन्दिरों में से एक है।
- देव: गोस्वामी (गोसांई जी की चरण पूजा)
- देव-स्थान: गांव - जुंजाला, जिला - नागौर एवं रुणेचा, रामदेवरा (जोधपुर)
झूरिया गोत्र की वंशावली:
झूरिया गोत्र के प्रथम महापुरुष/संत पुरूष श्री महिदास जी हुए।
महिदास जी के 65 पीढ़ी उपरांत श्री पुरूषोतम नामक सिद्ध पुरुष हुए।
श्री पुरूषोत्तम जी के चार पुत्र हुए जिनसे निम्नानुसार जाट चार गोत्र प्रसिद्ध हुये :-
महिदास से जोरराज तक वंशावली:
1. महिदास (50 ई.) → → → → → → 66. पुरूषोतम → 67. जोरराज (झूरिया गोत्र के प्रवर्तक)
मरडाटु के झूरिया
लेखक दिनांक 29 अप्रैल 2018 को गांव मरडाटु बड़ी गए। वहाँ पर झूरिया गोत्र के बड़वा मोतीसिंह राव (मोबा:9928887946) निवासी बरना, तहसील किशनगढ़, जिला अजमेर, से मुलाक़ात हुई। उन्होंने झूरिया गोत्र का मौखिक इतिहास निम्नानुसार बताया। विस्तार से जानकारी वे बही देखकर बता सकेंगे।
ज्याणी, झूरिया, हुड्डा और ईसराਸ गोत्र में भाई चारा है यह आपस में शादी नहीं करते हैं।
झूरिया गोत्र की माता: कालका कोलकाता
झूरिया गोत्र का ब्राह्मण: पारिख
झूरिया गोत्र का आदिदेव: शिव, गोसाई जी (जुन्जाला, नागौर)
झूरिया गोत्र का वंश : सूर्यवंश
झूरिया गोत्र का मुख्य गाँव मरडाटु बड़ी है। यहीं से ये लोग आस-पास के गांवों में फैले हैं। इनका निकास मथुरा से संवत 1172 (1115 ई.) में हुआ। यहां से चलकर गांव सोनियासर में आकर आबाद हुए। उस समय मोहम्मद गौरी (1149 – 1206) का राज्य दिल्ली में था।
सोनियासर से आकर मरडाटु गांव संवत 1515 (1458 ई.) में महराम झूरिया ने बसाया। इन्हीं के नाम पर गाँव का नाम मरडाटु रखा गया जो वर्तमान मरडाटु बड़ी और मरडाटु छोटी के बीच में स्थित टीले पर बसा था जो अब उजाड़ हो गया है। झूरिया जाट वर्तमान में मरडाटु बड़ी में संवत 1975 (1918 ई.) में आकर बस गए। संभवत: संवत 1975 में फैली प्लेग माहमारी के कारण मूल गाँव छोड़ना पड़ा था। यहाँ अभी झूरिया जाटों के लगभग 250 घर हैं।
घोडीवारा खुर्द में 60 घर झूरिया लोगों के हैं। घोडीवारा से चलकर झूरिया लोग आजवा गांव, तहसील डीडवाना, नागौर में आए। यहाँ झूरिया गोत्र के 80 परिवार निवास करते हैं। अन्य गांवों में इस गोत्र के परिवार निम्नानुसार निवास करते हैं:
मुन्दड़ा (100), सीतसर (10) सुलखनिया (10), खुड़ी चूरू (10), बंगड़ी लक्ष्मणगढ़ (40), मालासी (15), भाउजी की ढाणी (10), भूमा बड़ा (5), बल्दू (8), भिंचावा (10), सांवलोदा पुरोहितान (7),सानिया (40),यहां से यह लोग बींचावा गांव गए। बींचावा मे रुपाराम जी का दाह संस्कार कर उनके चार पुत्र डाबगांव आ गये। रुपाराम जी के छोटे पुत्र बीरदाराम जी भारतीय सेना मे भर्ती हुवे और 1962 के युद्ध में घायल हुए और वीरता पुरस्कार से सम्मानित सम्मानित हुए । बीरदाराम जी के चार पुत्र हुए। बडे पुत्र जोराराम जी गांव के चौधरी रहे, इनके पुत्रो ने भी भारतीय सेना में सेवाएं दी और पोते भी राजनीति और शैक्षिक क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं।
हरियाणा में हिसार जिले के बालसमंद तहसील के बांडेड़ी गांव में 40 परिवार हैं।
मरडाटु गाँव में जब झूरिया लोग आए तो इनके साथ पारीक ब्राह्मण भी आए थे। संवत 1518 (1461 ई.) में पहले इस गांव में ब्राह्मण लोगों ने कुएं की नाल खोदी 55 हाथ तक, जब पानी नहीं आया था तो शेषनाल झूरिया जाटों ने खोदी तब जाकर पानी आया। यह उल्लेख पुराने कुएं के शिलालेख पर अंकित है।
इनके पूर्वज बीलाजी ने मरडाटु गाँव में सन ...... में बिलाणु जोहड़ बनवाया।
इनके पूर्वज तुलछाजी ने मरडाटु गाँव में सन् ...... में एक चबूतरा बनवाया। तुलछा जी के तीन पुत्रों 1. खरता, 2. बाला और 3. बोहिता से ही संतानों की वृद्धि हुई है।
Distribution in Haryana
Villages in Hisar district
Banda Heri Hansi (40), Bandaheri Balsamand,
Distribution in Punjab
Villages in Fazilka district
Kerian (22),
Distribution in Rajasthan
Villages in Sikar district
Bagri Sikar (40), Bhauji ki Dhani (10), Bhuma Bada (5), Mardatu Bari (250), Mardatu, Sanwloda Purohitan (7),
Villages in Churu district
Bass Jeeram (15), Bhakara (25) Khejra Uttarada, Khari Khuri (10), Malasi (8), Mundra (100), Sitsar (10), Sujangarh (2), Sulkhania (10),
Villages in Hanumangarh district
Villages in Jhunjhunu district
Villages in Nagaur district
Ajawa (80), Baldoo (36), Bhinchawa (10), Dabgaon (30) Kalru Merta, Naurangpura, Saniya (50) Ladnun (25)
Villages in Pali district
Villages in Tonk district
Madhoganj (2),
Villages in Jodhpur district
Distribution in Madhya Pradesh
Villages in Ratlam district
Villages in Ratlam district with population of this gotra are:
Notable persons
- Bhagwan Singh Jhuria - DO LIC OF INDIA, Date of Birth : 5-January-1974, Vill - Mardatu Bari, PO- Bibipur Chhota, Teh- Laxmangarh, Sikar, Present Address : LIC Colony, Jhunjhunu,Phone Number : 01592-237017, Mob: 9414256016
- Manoj Jhuria - Software Engineer AdElement, Date of Birth : 15-October-1984, Vill- Mardatu Bari, Post- Bibipur chota,tEH.-Fatehpur shekhawati - 332317, Present Address : B-404, LandMark Garden,Kalyani nagar,Pune-411006, Mob: 09561535166, Email: jhuria.manoj@gmail.com
- Dr Banwari Lal Jhuria - Senior Vetenary Officer, Vill - Mardatu Bari, PO- Bibipur Chhota, Teh- Laxmangarh, Sikar, Mob: 09414398921
- Hanumana Ram Jhuria - an innovator, a progressive farmer and social worker from village Sulkhania in Ratangarh tehsil of Churu district in Rajasthan. He is known for preserving Sulkhania variety of Bajra seeds.
- Shriram Singh Jhuria, Mardatu Bari, retired on 31 Oct 2015 as Associate Prof. at Govt.SK College Sikar, died on 13th April 2021.
- Himanshu Jhuria, Date of Birth=25-07-2006, Lives in fazilka, Punjab. Email- jhuriahimanshu103@gmail.com
- Satyanarayan Jhuriya Ex-servicemen, SBI Senior Cashier Lives in Dabgaon, Didwana, Rajasthan
- Chensukh Jhuriya, DOB-03/05/2001 Govt. Teacher lives in Dabgaon, Didwana, Rajasthan
- Hemaram Jhuriya DOB-07/01/1991 Active Congress leader lives in Dabgaon, Didwana, Rajasthan
Gallery of Jhuria people
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Shriram Singh Jhuria, Mardatu Bari
References
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. झ-6
- ↑ Ompal Singh Tugania:Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu,p.40,s.n. 963
- ↑ Jat History Thakur Deshraj/Chapter IX,p.695
- ↑ Mahendra Singh Arya et al: Adhunik Jat Itihas, p.248
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