Chhonkar
Chhonkar (छोंकर)[1] [2] Chhonker (छोंकर) Chhaunkar (छौंकर)[3]Chhinkar (छींकर)[4] Chhaunkare (छौंकरे) Chhonkare (छौंकरे) Chhonkare (छोंकरे)[5][6] Chhokar (छोकर)[7] Chonkar (चोंकर)[8] Chhenkure (छेंकुरे) gotra Jats are found in Uttar Pradesh, Madhya Pradesh, Rajasthan and Maharashtra.
Origin
Nagavanshi Raja Sahajpal after becoming angry (Chhoh in Hindi) left and came to Pichhor and ruled here. After Chhoh they were known as Chhonkar. They worship tree called Chhonkara (Prosopis cineraria), also known as Sami or Khejri. [9]
यदुवंश के शाखागोत्र - : 1. वृष्णि 2. अन्धक 3. हाला 4. शिवस्कन्दे-सौकन्दे 5. डागुर-डीगराणा 6. खिरवार-खरे 7. बलहारा 8. सारन 9. सिनसिनवाल 10. छोंकर 11. सोगरवार 12. हांगा 13. घनिहार 14. भोज ।[10]
History
Ram Swarup Joon[11] writes.......Bhimrolia is the gotra of the Dholpur dynasty. According to their bard, descendants of the Vir Bhadra were called Bhadras for 184 generations. After Tej Sen they were called Sens for 62 generations. For several generations thereafter they were called Muni and later Ghandras after King Vijaya Chand. Their last ruler was Shamsi, whose descendants are the present Dholpur dynasty.
Rajayapal Yadawa made Bayana his Capital in
History of the Jats, End of Page-75
1100 Vikram Samvat. Among the ancestors of Dholpur dynasty there was a king named Palansis Rao who was killed in Kanauj on the occasion of Sanyogita's Swayamwara (the self-selection of the groom by the girl). King Vijayapal who declared her his dharam sister gave his grandson Brahmadev and his mother queens Ghandra Kaumudi. When Shahabuddin Mohammad Ghori drove them out after killing the ruler. King Vijayapal had to face the invasion of Mohammad Ghori. He also had to fight against Abubakar Kandhari, Dharampal, and grandson of King. Sohan Pal founded the dynasty of Bichor. Their descendants are found both among the Jats and Rajputs. According to Colonel Todd, Chonkars, inspite of being Jats, are called Rajputs. in Mugal period some chhonkar jats accepted islam after shudhi andolan they joined chhonkar jadaun caste.they are now calling rajput chhodkar but original rajput donot marry them
Madanpal had a son called Subaipal, who drove out Kriah Raja of Digh and established his rule there. The Chonkar gotra is found in Western and Eastern Punjab. There are ten villages belonging to the Chonkars in Aligarh district, two in Jullundur district and one in Ambala district.
Ram Swarup Joon[12] writes about Chhonkar and Sansanwal: This is the gotra of the Bharatpur ruling dynasty. Their original gotra is Yadu. As they settled down in a village called Sansani, they became known as Sansanwal. They raised their voice against the atrocities of Aurangzeb, protected the Hindu Dharma and established a new capital. One Yaduvanshi ancestor belonging to this gotra, named Brij Raj ruled over the territory called Brij after his name. These people had returned home from Dwarka and their capital was Mathura, in the 64th generation of King Brij Raj.
Ram Sarup Joon[13] writes that...about 70 Jat Gotras joined the Gujar force and started calling themselves Gujars. Chhonker is one of them.
Ram Sarup Joon[14] writes that...The Gondal, Tiwana, Janjeha, Dahiya, Chhonkar, Khokhar Rajputs converted from Jats in comparatively recent times.
Chokar (चोकर), Chhokar (छोकर) is also a Gujar tribe, found in Karnal, where they have long been settled. Immigrating from beyond Muttra they once held a chaubisi, or group of 24 villages, with Namaunda as their head-quarters. [15]
इतिहास
राम स्वरूप जून[10] लिखते हैं......भीमरोलिया धौलपुर राजवंश का गोत्र है। उनके बार्ड के अनुसार, वीर भद्र के वंशज 184 पीढ़ियों के लिए भद्र कहलाते थे। तेज सेन के बाद उन्हें 62 पीढ़ियों तक सेंसर कहा जाता था। उसके बाद कई पीढ़ियों तक उन्हें राजा विजय चंद के बाद मुनि और बाद में घंड्रा कहा गया। उनका अंतिम शासक शम्सी था, जिसके वंशज वर्तमान धौलपुर राजवंश हैं।
राजयापाल यादव ने बयाना को अपनी राजधानी बनाया
जाटों का इतिहास, पृष्ठ-75 का अंत
1100 विक्रम संवत। धौलपुर राजवंश के पूर्वजों में पलंसिस राव नाम का एक राजा था, जो संयोगिता के स्वयंवर (लड़की द्वारा दूल्हे का स्व-चयन) के अवसर पर कन्नौज में मारा गया था। राजा विजयपाल जिन्होंने उन्हें अपनी धर्म बहन घोषित किया, उन्होंने अपने पोते ब्रह्मदेव और उनकी मां रानियों को घंद्र कौमुदी दी। जब शहाबुद्दीन मोहम्मद गोरी ने शासक को मार कर उन्हें बाहर निकाल दिया। राजा विजयपाल को मोहम्मद गोरी के आक्रमण का सामना करना पड़ा। उन्हें अबूबकर कंधारी, धर्मपाल और राजा के पोते के खिलाफ भी लड़ना पड़ा। सोहन पाल ने बिचोर राजवंश की स्थापना की। उनके वंशज जाट और राजपूत दोनों में पाए जाते हैं। कर्नल टॉड के अनुसार छोंकर जाट होते हुए भी राजपूत कहलाते हैं। मुगल काल में कुछ छोंकर जाटों ने शुद्धि आंदोलन के बाद इस्लाम स्वीकार किया, वे छोंकर जादौन जाति में शामिल हो गए। वे अब राजपूत छोडकर कह रहे हैं लेकिन मूल राजपूत उनसे शादी नहीं करते हैं
मदनपाल का सुबैपाल नाम का एक बेटा था, जिसने दीघ के क्रिया राजा को निकाल दिया और वहां अपना शासन स्थापित किया। चोंकर(छोकर) गोत्र पश्चिमी और पूर्वी पंजाब में पाया जाता है। अलीगढ़ जिले में चोंकरों के दस गांव हैं, जालंधर जिले में दो और अंबाला जिले में एक गांव है।
राम स्वरूप जून [11] छोंकर और संसनवाल के बारे में लिखते हैं: यह भरतपुर शासक वंश का गोत्र है। इनका मूल गोत्र यदु है। जैसे ही वे सनसानी नामक गाँव में बस गए, उन्हें संसनवाल के नाम से जाना जाने लगा। उन्होंने औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई, हिंदू धर्म की रक्षा की और एक नई राजधानी की स्थापना की। इस गोत्र से संबंधित एक यदुवंशी पूर्वज, जिसका नाम बृज राज था, ने अपने नाम के बाद बृज नामक क्षेत्र पर शासन किया। ये लोग द्वारका से घर लौटे थे और राजा बृज राज की 64वीं पीढ़ी में इनकी राजधानी मथुरा थी।
राम सरूप जून [१२] लिखते हैं कि... लगभग ७० जाट गोत्र गूजर सेना में शामिल हो गए और खुद को गूजर कहने लगे। छोंकर उनमें से एक है।
राम सरूप जून [१३] लिखते हैं कि ... गोंडल, तिवाना, जंजेहा, दहिया, छोंकर, खोखर राजपूत तुलनात्मक रूप से हाल के दिनों में जाटों से परिवर्तित हुए।
छोकर (चोकर), छोकर (छोक्कर) भी एक गूजर जनजाति है, जो करनाल में पाई जाती है, जहां वे लंबे समय से बसे हुए हैं। मुत्तरा से आगे आकर उन्होंने एक बार चौबीसी, या 24 गांवों के समूह का आयोजन किया, जिसका मुख्यालय नामौंडा था। [14]
छेंकुरे गोत्र गांव टेकनपुर का इतिहास
छेंकुरे गोत्र टेकनपुर की स्थापना के बारे श्री सुरेन्द्र सिंह राणा गोत्र छेंकुरे निवासी टेकनपुर जगाओं (पट्टियों) के आधार पर दी गई जानकारी इस तरह से है -
प्रारंभ में छेंकुरे गोत्र का निवास स्थान गांव अछनेरा जिला आगरा उत्तर प्रदेश बताया गया है। वहां से अनिरुद्ध सिंह नामक व्यक्ति अपने परिवार के साथ गांव रोरा जिला ग्वालियर मध्य प्रदेश बसाया । वहां एक गढ़ी (किला) स्थापित की जो आज भी मौजूद है। उसके बाद हरी सिंह का शायद गुर्जरों से संघर्ष हुआ, संघर्ष होने के कारण हरी सिंह अपने चारों पुत्रों (अर्जुन सिंह , युरजन सिंह , दंगल सिंह और गोकुल सिंह) के साथ में संवत 1803 (=1746 ई.) में आकर टेकनपुर गांव बसाया जो एक पहाड़ी के नीचे स्थापित है और पहाड़ी पर गढ़ी (किला) की स्थापना की ।
इनके चारों पुत्रों में से अर्जुन सिंह के तीन पुत्र - 1. प्यारेलाल सिंह , 2. दयाराम सिंह , 3. रघुवर सिंह हुए ।
चौथे पुत्र गोकुल सिंह के एक पुत्र छोटराम सिंह पटेल और एक पुत्री हुईं । छोटे राम सिंह पटेल के एक पुत्री कमला देवी हुईं जिन की शादी प्रताप सिंह जाट हंसेलिया गोत्र के गांव लांच जिला दतिया में हुई । इनकी सम्पत्ति कमला देवी को प्राप्त हुई , जो विक्रय कर यहां से पठा पनिहार (डबरा, ग्वालियर) बस गए ।
दयाराम सिंह के दो पुत्र बद्री सिंह और उमराव सिंह हुए । बद्री सिंह निसंतान थे , उमराव सिंह के दो पुत्र प्रीतम सिंह और सुरेन्द्र सिंह (9754786022) हुए । प्रीतम सिंह की शादी मुन्नी देवी नरसिंहपुर से हुई जिनसे दो पुत्र राजा सिंह और मनीष सिंह तथा एक पुत्री नीतू सिंह हुईं । सुरेन्द्र सिंह की शादी सृजन सिंह की पुत्री विद्या देवी के साथ हुई जिनसे एक पुत्र नितिन (9770058402) और एक पुत्री हुईं । सुरेन्द्र सिंह ने सेना में भर्ती होकर देश सेवा की ।
छेंकुरे गोत्र के अधिकतर परिवार ग्वालियर जिले के भेला कलां (देवी सिंह के पुत्र हुकुम सिंह के पुत्र कोक सिंह के चार पुत्र तिलक सिंह राणा (सेवानिवृत्त बैंक सेवा) , एडवोकेट पूरनसिंह राणा , गोविन्द सिंह राणा , बदन सिंह राणा) , अकबई बड़ी ( हरचरण सिंह , गिरिराज सिंह , चित्तर सिंह , मुकेश सिंह ) अनंत पैंठ ( निहाल सिंह , ओम प्रकाश सिंह , महेश सिंह , भगत जी , सत्येन्द्र सिंह , रामबोला ) , सेंकरा ( नरेन्द्र सिंह , विजेन्द्र सिंह , अरविन्द सिंह (मुन्ना) में निवास करते हैं ।
Villages founded by Chhonkar clan
- Chhokarwara Kalan (छोंकरवाडा कलां) - village in Wair tahsil in Bharatpur district in Rajasthan.
- Chhokarwara Khurd (छोंकरवाडा खुर्द) - village in Wair tahsil in Bharatpur district in Rajasthan.
- Akbai Badi (अकबई बड़ी) - village and site of Jat Fort (Chhenkure Jats) in Dabra tahsil of Gwalior District in Madhya Pradesh.
- Chhokar (छोकर) - village in Ludhiana district in Punjab.
Chhonkar Pal
Chhonkar Khap has 48 villages in Uttar Pradesh in Mathura district, 28 in Aligarh district, 10 in Agra district, . Jat gotra is Chhonkar. The main villages constituting this khap in Agra district are : Achhnera (अछनेरा ), Atus (अटूस), Ardaya (अरदाया). Main villages in Mathura district are: Kanjauli (कंजौली), Akos (अकोस), Mandaura (मंडौरा), and Bhidawali (भिड़ावाली). [16]
छौंकर पाल
21. छौंकर पाल - इस खाप के मथुरा जनपद में 48 गांव, अलीगढ़ में 28 गांव, आगरा जनपद में 10 गांव, जिनमें अछनेरा, अटूस, अरदाया मुख्य हैं. अटूस के कर्नल प्रताप सिंह गणमान्य व्यक्ति हुए हैं. मथुरा में इसी खाप के प्रमुख गांव कंजौली, अकोस, |मंडौरा और भिड़ावली हैं.[17]
छोंकर जाटों का विस्तार
छोंकर जाट राजस्थान में 27 ग्राम है । जिनमे 12 भरतपुर जिले में, 1 करौली जिले में,2 धौलपुर जिले में,6 सवाईमाधोपुर जिले में,2 टोंक जिले में ,2 जयपुर जिले में है।
उत्तरप्रदेश में 110 से ज्यादा ग्रामो में छोंकर जाट है।पंजाब में 45 ग्राम और हरियाणा में 12 ग्राम है।मध्यप्रदेश में 3 ग्राम महाराष्ट्र में जाट बाईसी में 1 ग्राम में छोंकर जाट है। उत्तरप्रदेश में मथुरा जिले में 38 ग्राम अलीगढ़ में 56 ग्राम हाथरस में 7 ग्राम आगरा में 18 ग्राम ,फ़िरोज़ाबाद में 1 बदायूँ जिले में 1 ग्राम में छोंकर जाट है। हरियाणा के पलवल और गुडगांव जिले में 12 ग्राम छोंकर जाट निवास करते हैं।
Distribution in Madhya Pradesh
Villages in Morena district
Villages in Gwalior district
Bhelakalan, Akbai Badi, Anant Peth, Sekra, Tekanpur,
Villages in Bhopal district
Distribution in Uttar Pradesh
Agra (Chhonkar Wada), Border of Agra(U.P.) and Bharatpur(Rajasthan) --The Purest Jat Belt near Kagarol vill.,Akola , Chahar Wati etc,
Villages in Agra district
Ardaya (अरदाया), Atus (अटूस), Mohmadpur (मौहमदपुर), Lakhanpur (लखनपुर),
Villages in Mathura district
Akos, Bidawali, Kamora, Pakki Garhi, Nauha, Talki Garhi, Nagala Radhe, Nagla Sanjha, Nagla Beri, Sihora,
Villages in Aligarh district
Daupur, Baina, Chinta Ka Bas, Gorai, Amarpur Dhana, Sudama ka Vas, Fatehli Vas, Ganwari Aligarh (8), Shyam Garhi,
Villages in Hathras district
Chitawar Hathras, Midhawali, Garhi Hariya, Garhi Bairu, Nagla Hiralal, Nagla Durjiya
Distribution in Rajasthan
Locations in Jaipur city
Madhuvan Colony,
Villages in Bharatpur district
Chhonkar (छोंकर) Jat gotra people live in Bharatpur district in Rajasthan.
Villages are: Chhokarwara Kalan, Chhokarwara Khurd, Bharatpur, Raysees, Dahra, Gudawali,
Villages in Chittorgarh district
Villages in Tonk district
Distribution in Punjab
Villages in Sangrur district
- Chhokran is Village in Malerkotla tahsil of Sangrur district in Punjab.
Villages in Jalandhar district
Bhogpur, Chhonkaran, Bir Jaitowal, Jaitowal, Mehsampur, Palsa, Turan,
Villages in Ropar district
Villages in Nawashahar (Shahid Bhagat Singh Nagar) district
Chhokaran, Garhi Ajit Singh, Gulpur, Manderan, Majari, Munder, Poonian,
Villages in Ludhiana district
Distribution in Haryana
Village in Palwal District
Village in Yamunanagar district
Katarwali, Kathwala, Salempur Khadar, Shahpur Jagadhri,
Distribution in Uttrakhand
Villages in Udham Singh Nagar
Distribution in Himachal
Village in Una district
Distribution in Maharashtra
Chhonkare (छौंकरे) Jats live in Nagpur.
Villages in Nagpur district
Villages in Jalgaon district
See also
Notable persons from this clan
- Col. Pratap Singh - Born at village Atus in Agra district in Uttar Pradesh on 7 July 1912. He joined Army in 1932. He retired as Lt. Colonel in 1968 but due to his excellent service records he was called in the Army for more two years. He was awarded member of British Empire by the Queen of England. He was also awarded with keshar-i-hind. After retirement he was settled at his village Atus. He died on Saturday 27 June 2009.
- Ram Singh Chhonkar - Social worker, Govt Servant in U P. , Born on 15-2-1949 at village Atoos in Agra district. [18]
- Mahipal Dharmpal Chhonkare - Engineer. Presently X.En. in Maharashtra Vidyut Vitran Nigam, Bhusawal, Maharashtra. Social worker. Ex. President Akhil Bharatiy Jat Mahasabha Chandrapur. Phone Nagpur:440022, Mob - 9423416554, 989073211. Email: mdsingh55@gmail.com
- Rakesh Kumar Chhonkar - From village Sihora, district Mathura is winner of Gold Medal in National Sansu Cup held in Assam from 1-4 October 2013. He also won Gold Medal three times in National level Boxing. (Jat Samaj, October,2013,p.32)
- Shiv Singh Rawat (Chhonkar) - S.E.Irrigation Haryana is from village Bahin district Palwal, Haryana. Mobile 9911144383.
- Er.Lokesh Kumar Singh son of Er. Mahipal Singh BE (Electrical), MBA (Marketing) working as DGM, Deloitte, Posted at Dallas, Texas, USA. His wife is Mahek (MBA), working as manager, Deloitte, USA . Native village Ganwari, Tehsil Gabhana, District Aligarh, Uttar Pradesh, Jat gotra - Chhonkar
- Er.Shyam Sunder Singh son of Er. Mahipal Singh, BE (Instrumentation), MBA (Marketing), working as Project Manager, Infosys Posted at Irvine, California, USA. His wife is Minal Singh (BE), Working as Sr. Manager, Wipro, USA . Native village Ganwari, Tehsil Gabhana, District Aligarh, Uttar Pradesh, Jat gotra - Chhonkar
References
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. छ-1
- ↑ B S Dahiya:Jats the Ancient Rulers (A clan study), p.237, s.n.41
- ↑ Ram Sarup Joon: History of the Jats/Chapter VI,p.116
- ↑ Dr Pema Ram:Rajasthan Ke Jaton Ka Itihas, p.300
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. छ=1
- ↑ Dr Ompal Singh Tugania: Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p.38, sn-799.
- ↑ Dr Pema Ram:Rajasthan Ke Jaton Ka Itihas, p.300
- ↑ Ram Swarup Joon| History of the Jats/Chapter V,p.76
- ↑ Mahendra Singh Arya et al.: Adhunik Jat Itihas,
- ↑ जाट वीरों का इतिहास: दलीप सिंह अहलावत, पृष्ठ.187
- ↑ Ram Swarup Joon| History of the Jats/Chapter V,p.75-76
- ↑ Ram Swarup Joon: History of the Jats/Chapter V,p. 78
- ↑ Ram Sarup Joon: History of the Jats/Chapter VI,p.116
- ↑ Ram Sarup Joon: History of the Jats/ChapterVIII,p. 136
- ↑ A glossary of the Tribes and Castes of the Punjab and North-West Frontier Province By H.A. Rose Vol II/C, p.182
- ↑ Dr Ompal Singh Tugania, Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p. 16
- ↑ Dr Ompal Singh Tugania, Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p. 16
- ↑ Mahendra Singh Arya et al.: Adhunik Jat Itihas,, Section 10 pp. 16
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