Teja Foundation

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तेजा फाउंडेशन इस समय विवादों में घिरा है इसलिये अंत में दिया गया मूल्यांकन अवश्य पढलें !
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Teja Class

तेजा फाउण्डेशन एक सामाजिक संस्था है जो समाज के सर्वांगीण बहुमुखी विकास से संबन्धित मुद्दों पर योजनाबद्ध रूप से कार्य करती है. समाज के असहाय/जरूरतमंद तबकों के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा में विशेष रूप से कार्य करना और विद्यार्थियों/बेरोजगार नवयुवकों के लिए शैक्षणिक व कैरियर गाइडेंस हेतु आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना इसका मुख्य लक्ष्य है.

Contents

तेजा फाउण्डेशन के गठन की पृष्ठभूमि

जाट विमर्श 8 जनवरी 2017 का आयोजन: जयपुर में बुद्धिजीवी जाटों का विचार विमर्श दिनांक 8 जनवरी 2017 को संपन्न हुआ. जाट विमर्श नव वर्ष स्नेह मिलन का आयोजन स्थल था - होटल महादेव पैलेस जगतपुरा, 179, महादेव नगर, रामनगरिया रोड़, 7 नम्बर चौराहे के पास, जगतपुरा, जयपुर. होटल का टेलीफोन नम्बर : 0141-2750456, 9529371000. इसमें समाज के सैकड़ों बुद्धिजीवी व्यक्तियों ने भाग लिया. विचार विमर्श में समाज को प्रगति देना, कोम के इतिहास को घर-घर तक पहुंचाना, संपूर्ण भारत के जाटों को आरक्षण दिलवाना एवं युवाओं के प्रशासनिक सेवाओं के लिए मार्गदर्शन आदि पर चिंतन किया गया और तय किया गया प्रशासनिक सेवाओं के मार्गदर्शन के लिए सीनियर समाज के अधिकारी गणों के द्वारा होनहार युवाओं को निशुल्क कोचिंग दी जाएगी जो यथाशीघ्र ही शुरू होने वाली है. इस आयोजन में सम्मिलित होने वालों में मुख्य हैं:

  • श्री लक्ष्मण बुरड़क जी IFS (R) - वेबसाइट जाटलैंड मोडरेटर , जयपुर
  • श्री डॉक्टर वीरेंद्र जी चौधरी - अस्थमा विशेषज्ञ, जयपुर
  • श्री नरेंद्र जी डांगावास IPS - रिटायर्ड डीआईजी सीमा सुरक्षा बल, सीकर
  • चौधरी रोहिताश जी भगासरा - चौधरी पब्लिक स्कूल ऑफ ग्रुप्स जयपुर के चेयरमैन, रोहितास जी भगासरा ने जयपुर में जाट समाज के युवाओं को अधिकारी बनाने के लिये कोचिंग शुरू करने के लिये भवन देने की घोषणा की।
  • डॉ रामदेव जी मेहता - अप्रवासी भारतीय कनाडा,
  • श्री ईश्वर जी बुरड़क, जयपुर
  • कर्नल दीपक जी मील - तैनात जैसलमेर,
  • श्री भागीरथ जी चौधरी - एक्सईएन विद्युत विभाग तनोट जैसलमेर,
  • श्री चंद्रभान जी चौधरी - डिप्टी एसपी एंटी करप्शन,
  • श्री रामनारायण जी चौधरी - प्रदेश अध्यक्ष आदर्श जाट महासभा,
  • श्री रामनिवास हरितवाल - सांगानेर, जयपुर
  • श्री राजू जी चौधरी - सरपंच देवलिया,
  • श्री कैलाश जी चौधरी - प्रगतिशील किसान कोटपूतली,
  • चौधरी सुरेंद्र देशवाल जोधपुर वाले - जयपुर से प्रकाशित दैनिक पुलिस और मुजरिम के संपादक ,
  • श्री बलबीर जी चौधरी - व्याख्याता जोधपुर,
  • चौधरी चन्द्र प्रकाश डूडी - पत्रकार
  • धर्मवीर जी पूनिया फौजी साहब,
  • श्री राम स्वरूप जी चौधरी - फ़ूड इंस्पेक्टर, जिलाधीश कार्यालय जयपुर,
  • श्री धर्मेंद्र जी आचरा,
  • समाज के अनेक गणमान्य नागरिक,

मंच को संचालित किया दूरदर्शन प्रोग्रामर श्री हरिराम जी किवाड़ा ने ( JVP Media Group Email: jvpmediagroup@gmail.com, Mob: 9784412859.). जाट समाज के बुद्धिजीवियों का चयन करके निमंत्रण देने वाले और समारोह के आयोजक श्री सुरेंद्र जी भाकल नागौर सीएडी कोटा थे. इस आयोजन में निशुल्क ठहरने की एवं खाने की व्यवस्था करने वाले होटल महादेव पैलेस के मालिक श्री श्रवण शेरावत का अभूतपूर्व योगदान रहा. समारोह में यह निर्णय लिया गया कि ऐसे समारोह हमारे भारत के प्रत्येक जिले में आयोजित होने चाहिए जिनके विचार विमर्श से आने वाली भावी युवा पीढ़ियों के लिए उचित मार्गदर्शन दिया जाए और ऐसे कोचिंग इंस्टिट्यूट निशुल्क समस्त भारत में स्थापित किए जाएं। (See:Deepak Juthra on face book), (चौधरी चन्द्र प्रकाश डूडी- फेसबुक)

Gallery of Jat Vimarsh Images 8.1.2017
जाट विमर्श चर्चा 12.2.2017

जाट विमर्श चर्चा 12.2.2017: जाट विमर्श 8 जनवरी 2017 की विस्तृत चर्चा में प्राथमिकता से सूचीबद्ध किए निम्न विषयों पर चर्चा हेतु होटल मानसरोवर पैलेस जयपुर में बैठक रखी गई - 1. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु कोचिंग संस्थान की स्थापना, 2. इतिहास पर सम्मेलन आयोजित करना. इस बैठक में हुए विचार-विमर्श में भाग लेने वालों में प्रमुख थे:

  • चौधरी पाबूराम गठाला - समाज के भामाशाह
  • श्री लक्ष्मण बुरड़क - सेवा निवृत आईएफएस अधिकारी
  • श्री सुभाष जाखड़ - पिलानी
  • प्रो. एच. आर ईसराण
  • श्री डी सी सारण
  • श्री नरेंद्र सिंह डांगावास IPS - रिटायर्ड डीआईजी सीमा सुरक्षा बल
  • सोम दत्त नेहरा - AEN PHED, नागौर
  • बाबूलाल - पत्रकार जयपुर
  • डॉ सोहन चौधरी (खोजा) - प्रोफ़ेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • डॉ भरत सारण - 'फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान' बाड़मेर
  • डॉ सुरेंद्र सिंह - 'फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान' बाड़मेर
  • श्री महेंद्र भामू - नाप तौल विभाग
  • बनवारी लाल - फ़ूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
  • श्री रामस्वरूप चौधरी - फ़ूड इंस्पेक्टर, जिलाधीश कार्यालय जयपुर

समाज के गणमान्य एवं सामाजिक सरोकारी लोगों की इस बैठक में विचार-विमर्श के उपरांत ये निर्णय लिए गए-

1. कम्युनिटी के उत्थान एवं प्रबोधन हेतु 'तेजा फाउंडेशन' नाम से संस्था गठित करने की कार्यवाही शुरू की जानी है.

2. फाउंडेशन का रजिस्ट्रेशन होने के बाद समाज के जरूरतमंद व होनहार युवाओं के लिए प्रशासनिक सेवाओं के लिए फ्री कम्युनिटी कोचिंग शुरू करने का निर्णय लिया गया.

3. फाउंडेशन के संस्थापक सदस्यों से 11000/- रुपये की राशि सदस्यता शुल्क के रूप में निर्धारित की गई.

इस बैठक में चौधरी पाबूराम गठाला ने पहले दानदाता के रूप में स्वेच्छा से एक लाख रुपये देनेकी घोषणा की. यह भी विश्वास दिलाया कि फाउंडेशन के गठन के बाद संसाधनों के रूप में अन्य आवश्यक सहयोग भी दिया जाता रहेगा. बैठक में श्री सुभाष जाखड़ ने सदस्यता शुल्क के रुपये 11000/- नकद श्री रामस्वरूप चौधरी को दे दिए. इस बैठक से करीब तीन महीने पहले नवम्बर 2016 में नोटबन्दी के कारण लोगों के पास उस समय यह नकद राशि नहीं थी. इसलिए चौधरी रामस्वरूप ने अपनी पत्नी के बैंक एकाउंट नम्बर देकर कहा कि इस खाते में सदस्यता की राशि जमा करवा दें. इस प्रकार कई सदस्यों ने चौधरी रामस्वरूप की पत्नी के खाते में सदस्यता राशि रुपये 11000/- जमा करवाई. नरेंद्र सिंह डांगावास IPS ने 11000 रु. सदस्यता शुल्क जमा कराई थी परंतु रामस्वरूप में उनको विश्वास नहीं था वे इनकी निष्ठा संदिग्ध मानते थे इसलिये सदस्यता शुल्क वापसी के लिए अध्यक्ष से अनुरोध किया और वह राशि वापस की गई.

5.4.2017 को उड़ान ग्रुप की बैठक

5.4.2017 को उड़ान ग्रुप की बैठक: पेट्रोलियम हाउस, ई-565, लाल-कोठी, विधानसभा के पास, जयपुर में 5.4.2017 को उड़ान ग्रुपकी बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में सम्मिलित थे:

  • श्री लक्ष्मण बुरड़क - तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष
  • श्री सुभाष जाखड़ - उपाध्यक्ष
  • श्री नरेंद्र सिंह डांगावास IPS - रिटायर्ड डीआईजी सीमा सुरक्षा बल
  • प्रो. एचआर ईसराण
  • श्री गोविंद चौधरी
  • श्री डी.सी. सारण
  • श्री बलबीर चौधरी - व्याख्याता जोधपुर,
  • डॉ सोहन चौधरी (खोजा) - प्रोफ़ेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • श्री पी आर बिंदा - कार्टोग्राफर राजस्थान यूनिवर्सिटी
  • श्री रामस्वरूप चौधरी - फ़ूड इंस्पेक्टर, जिलाधीश कार्यालय जयपुर, सचिव
  • श्री महेंद्र भामू - इंस्पेक्टर,नाप-तौल विभाग
  • बनवारी लाल - फ़ूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया

उड़ान ग्रुपकी बैठक 5.4.2017 में बताया गया कि तेजा फाऊंडेशन संस्था का गठन Rajasthan Societies Registration Act,1958 के अंतर्गत मार्च-2017 में हो चुका है. श्री लक्ष्मण बुरड़क को अध्यक्ष, सुभाष जाखड़ को उपाध्यक्ष, रामस्वरूप चौधरी को सचिव बनाया गया है.

इस बैठक में उड़ान के उद्घाटन के बारे में कब किया जाना है, किसको बुलाना है, कहाँ किया जाना है आदि विषयों पर चर्चा हुई. उद्घाटन की तारीख व कार्यक्रम संचालन पर विस्तृत चर्चा हुई.

श्री नरेंद्र सिंह डांगावास IPS, रिटायर्ड डीआईजी सीमा सुरक्षा बल, जाट विमर्श के अंतर्गत 8 जनवरी 2017 को चर्चा हेतु होटल मानसरोवर पैलेस जयपुर में पधारे थे. समाज के गणमान्य एवं सामाजिक सरोकारी लोगों की इस बैठक में विचार-विमर्श के उपरांत ये निर्णय लिया गया था कि कम्युनिटी के उत्थान एवं प्रबोधन हेतु 'तेजा फाउंडेशन' नाम से संस्था गठित करने की कार्यवाही शुरू की जानी है. आप उड़ान जयपुर की बैठक 5.4.2017 के अवसर पर भी पधारे थे. इस बैठक में आपने संस्थापक सदस्य के रूप में सदस्यता शुल्क के रुपये 11000/- नकद श्री रामस्वरूप चौधरी को दे दिए. जयपुर से वापस लौटते ही आपने राम स्वरूप की निंदा करते हुये सदस्यता शुल्क के रुपये 11000/- वापस माँग लिए. अध्यक्ष द्वारा हस्तक्षेप कर यह राशि वापस लौटाई गई.

उड़ान जयपुर की लांचिंग 23.4.2017:

उड़ान जयपुर की लांचिंग 23.4.2017
उड़ान जयपुर की लांचिंग 23.4.2017

23 अप्रेल 2017 को जयपुर में उड़ान की शानदार और सफल लाचिंग हुई थी. जाट क्लब के बहुत सारे सदस्य और प्रदेश के सभी जिलों से पधारे प्रबुद्ध जन उस शानदार लाचिंग में भागीदार थे. तन/मन/धन से समाज के युवा वर्ग के कल्याणार्थ सहयोग करने का सभी ने संकल्प लिया. तेजा फ़ाउंडेशन के संचालन के लिए तकरीबन 50 लाख तक के डोनेशन की घोषणा हुई थी मंच से. इस अवसर पर मंच संचालन सुभाष जाखड़ और पूनम चौधरी ने किया. 'उड़ान' की लांचिंग गाँवो के प्रतिभाशाली जाट छात्र/छात्राओं को सुनहरे भविष्य के लिए उड़ान भरने और खुला आकाश देने के लिये तेजा फाऊंडेशन के बैनर तले प्रभावी ढंग से हुई.

एन वक्त पर रोहितास भगाशरा ने किन्हीं कारणों से अपना भवन कोचिंग हेतु देने से मना कर दिया, जिसका वादा पिछली बैठक में वे कर चुके थे. तेजा फाऊंडेशन के शैशव काल में भवन नहीं मिलने से गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई. ऐसे संकट के समय चौ. पाबूराम जी घिंटाला सामने आए और उन्होने अपना भवन "तेजा विला" कोचिंग के लिए मुफ्त में देने की घोषणा की.

सचिव और उपाध्यक्ष के बीच मतभेद: तेजा फाउंडेशन के सचिव श्री रामस्वरूप चौधरी और उपाध्यक्ष श्री सुभाष जाखड़ के बीच मतभेद फाउंडेशन की ओर से उड़ान कोचिंग के प्रकल्प की लॉन्चिंग के दिन 23 अप्रैल 2017 को मंच वर्चस्व को लेकर हुआ. इस कार्यक्रम में उपाध्यक्ष पूरे समय तक मंच पर मौजूद रहे और उनकी इच्छानुसार कार्यक्रम का संचालन हुआ.

उड़ान के उद्घाटन के दिन वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी का काम सचिव रामस्वरूप चौधरी ने अपनी जान पहचान वालों को सौंप दिया था. संचालन के लिए एंकरिंग का काम उपाध्यक्ष सुभाष जाखड़ ने अपनी जान पहचान के हिसाब से डॉ. पूनम चौधरी (कुलहरी) को सौंपा. सचिव व उपाध्यक्ष के बीच विवाद की शुरुआत उद्घाटन समारोह की पूर्व संध्या को सामने आने लगी जब उद्घाटन समारोह में स्टेज पर वक्ताओं के नाम फाइनल किए जाने लगे. दोनों अपने अपने चहेतों को स्टेज पर मौका देने के पक्ष में तर्क वितर्क करने लगे. विवाद बढ़ता देखकर दोनों को समझाया कि समारोह की सफलता के लिए दोनों को आपसी सहमति से काम करना जरूरी है. उद्घाटन समारोह में स्टेज की कमान उपाध्यक्ष और एंकर पूनम चौधरी ने अपने हाथों में ले ली. सचिव ने स्टेज पर अपने आपको उपेक्षित महशूस किया. यहीं से दोनों एक दूसरे से खुन्नस रखने लगे.

समारोह के अगले दिन उपाध्यक्ष ने जब सचिव से वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी की सीडी मांगीं तो सचिव कोई बहाना बनाकर टालने लगे. डॉ पूनम चौधरी भी लगातार यही मांग करती रही. फिर सचिव ने यह कह दिया कि वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी नष्ट हो चुकी है और अब मौजूद नहीं है. समझाने की कोशिश की गई पर दोनों अपनी अपनी बात पर अड़े रहे. प्रचार पिपासा और श्रेय लेने की होड़ ने उनको आमने सामने कर दिया.

जब फाउंडेशन की उड़ान के नाम से कोचिंग शुरू की तब सचिव ने उपाध्यक्ष को निमंत्रित नहीं किया. सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर तल्ख़ी भी देखने को मिली. उपाध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर इस बात को जोरशोर से उठाया कि उड़ान नाम और उसका लोगो उनके दिमाग़ की उपज है. इस विवाद पर पार पाने के लिए फाउंडेशन की कोचिंग का नाम तेजा क्लासेज कर दिया गया और लोगो भी तेजा जी की तस्वीर को अपनाया गया.

उड़ान जयपुर की लांचिंग 23.4.2017 की तस्वीरें

9.5.2017 को संस्थापक कार्यकारिणी की बैठक

9.5.2017 को कार्यकारिणी की बैठक: पेट्रोलियम हाउस, ई-565, लाल-कोठी, विधानसभा के पास, जयपुर में 9.5.2017 को कार्यकारिणी की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में उपस्थित थे:

  • तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण बुरड़क,
  • उपाध्यक्ष श्री सुभाष जाखड़,
  • कोर्डिनेटर प्रो. एचआर ईसराण,
  • गोविंद चौधरी,
  • श्री डी.सी. सारण,
  • श्री पी.आर. बिंदा (कार्टोग्राफर राजस्थान यूनिवर्सिटी),
  • प्रो. सोहन चौधरी,
  • सचिव श्री रामस्वरूप चौधरी,

इस बैठक में तेजा फ़ाउंडेशन के तत्वावधान में कोचिंग शुरू करने का फैसला हुआ. प्रो. एच आर इसरान को कोर्डिनेटर और डीसी सारण को सह संयोजक बनाया गया. सचिव और उपाध्यक्ष के बीच मतभेद को समाप्त करने के प्रयास किये गए. दोनों ने अपनी जिद क़ायम रखी और सभी के अथक प्रयास के बावजूद मतभेद कम नहीं हो सके. भविष्य में फ़ाउंडेशन में कोई ऐसी विपरीत स्थिति निर्मित न हो इसको टालने के लिए तेजा फ़ाउंडेशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के पालनार्थ निम्नानुसार आचार संहिता अनुमोदित की गई जो नीचे दी गई है. साथ ही शीघ्रातिशीघ्र तेजा फाउंडेशन के सफल संचालन हेतु मानक उपनियम बनाने के निर्देश सचिव को दिये गए.

तेजा फ़ाउंडेशन के लिए आचार संहिता

तेजा फ़ाउंडेशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के पालनार्थ आचार संहिता

1.तेजा फाउंडेशन के सभी पदाधिकारी/सदस्य फाउंडेशन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए समाज के व्यापक व दीर्घकालिक हित को सर्वोपरि रखते हुए टीम भावना से आबद्ध रहकर मिलजुलकर कार्य संपादित करेंगे.

2 फाउंडेशन के तत्वावधान में विभिन्न बैनरों के तहत आयोज्य गतिविधियों में निजी हित/रुचि से प्रेरित होकर व्यक्तिगत छवि को उभारने/रोशन करने का कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रयास किसीके द्वारा नहीं किया जाएगा.

3 फाउंडेशन की किसी भी गतिविधि का प्रचार-प्रसार मीडिया (सोशल/ प्रिंट/इलेक्ट्रॉनिक) में करते समय खुद के नाम का उल्लेख करने की प्रवृत्ति से बचें.

4 फाउंडेशन की किसी गतिविधि से संबंधित सूचना/समाचार का मसविदा आपसी चर्चा से तैयार करने व जारी करने हेतु अध्यक्ष सचिव अधिकृत रहेंगे.

5 फाउंडेशन की गतिविधियों के आयोजन के दौरान यह संदेश प्रकट/प्रेषित होना चाहिए कि फाउंडेशन की गतिविधियां किसी व्यक्ति विशेष के प्रभुत्व या सौजन्य से नहीं अपितु समाज के संबल और मार्गदर्शन में आयोजित हो रही हैं.

5 पदाधिकारी/सदस्य मीडिया, ख़ासकर सोशल मीडिया, में फाउंडेशन की गतिविधियों के लिए खुद श्रेय लेने औऱ ऐसा प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष संकेत देने की प्रवृत्ति से बचें.

6 फाउंडेशन की गतिविधियों के आयोजन/संचालन में अगर कोई कमी रहती है तो सभी पदाधिकारियों/सदस्यों व टीम की सामूहिक जिम्मेदारी होगी. सफल आयोजन का श्रेय समाज को प्रदान किया जाना है.

7 कोचिंग में फैकल्टी के चयन का आधार गुणवत्ता/ विशेषज्ञता रहेगा. संबंधों के आधार पर किसी को उपकृत करने या पहचान स्थापित करवाने का किसीका भी कोई प्रयासकिसी भी स्तर पर उचित नहीं रहेगा.

8. फाउंडेशन के सामाजिक हित के आयोजनों/गतिविधियों में किसी व्यक्ति विशेष की स्तुति (अतिशय गुणगान) या निंदा नहीं की जानी है. वचन से या कर्म से ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न नहीं की जानी है जिससे फाउंडेशन का झुकाव या विरोध समाज के किसी व्यक्ति विशेष के प्रति प्रकट हो तथा ऐसा कृत्य समाज के अन्य लोगों में ईर्ष्या या विरोध का कारण बने.

9. फाउंडेशन की गतिविधियों में सभी को अपनी-अपनी योग्यताओं के अनुरूप सक्रिय भागीदारी निभानी है.

तेजा फाउण्डेशन के उद्देश्य

तेजा फाउण्डेशन के मुख्य उद्धेश्य निम्नानुसार हैं:

  • 1. समाज के सर्वांगीण बहुमुखी विकास से संबन्धित मुद्दों पर योजनाबद्ध रूप से कार्य करना
  • 2. समाज के असहाय/जरूरतमंद तबकों के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा में विशेष रूप से कार्य करना
  • 3. विद्यार्थियों/बेरोजगार नवयुवकों के लिए शैक्षणिक व कैरियर गाइडेंस हेतु आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करना
  • 4. ऐसे अन्य किसी भी कार्यक्रम/योजना/प्रकल्प का निर्माण/आयोजन/संचालन करना जो कि राष्ट्रीय हितों के अनुरूप किसी व्यक्ति/समाज के विकास या हित में किसी भी प्रकार से अनुसंगिक/सहयोगी हों

तेजा फाउण्डेशन की गतिविधियां

वर्तमान में समाज के समक्ष उत्पन्न चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए समाज के व्यापक एवं दीर्घकालिक हित की सुचिंतित योजनाएं बनाकर सामाजिक सरोकार की गतिविधियां संचालित करने के उद्देश्य से समाज के अनुभवी एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े महानुभावों की आपसी सहमति से तेजा फाउंडेशन की स्थापना कर उसका रजिस्ट्रेशन मार्च 2017 में करवाया गया।

फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष श्री लक्ष्मण बुरड़क, सेवा निवृत आई.एफ.एस. अधिकारी व समाज के इतिहासज्ञ, कम्यूनिटी कोचिंग के संस्थापक संयोजक प्रो. एच. आर. ईसराण प्रतिष्ठित शिक्षाविद तथा सचिव श्री रामस्वरुप चौधरी, समाज-चिंतक व समर्पित समाजसेवी हैं।

विज़न

पाखण्ड-मुक्त, रूढ़ियों से मुक्त, प्रगतिशील, आधुनिक समाज का निर्माण कर सशक्त, समृद्ध व एकजुट समाज का सपना साकार करना।

मिशन

समाज की दमदार उपस्थिति हर क्षेत्र व मंच पर सुनिश्चित करने हेतु सूझ-बूझ व रणनीतिक कौशल के साथ सामाजिक सरोकारों की गतिविधियां संचालित करना।

समाज के सबलीकरण के लिए शिक्षा व रोज़गार में समाज के प्रतिनिधित्व में अभिवृद्धि करना और संसाधनों के स्वामित्व पर विशेष ध्यान केंद्रित करना।

कई दौर की लंबी बैठकों में हुए विचार-विमर्श के उपरांत फिलहाल तात्कालिक आवश्यकता की निम्नलिखित दो गतिविधियां संचालित करने का निर्णय हुआ:

1. अधिकारी वर्ग की सरकारी सेवाओं में समाज के प्रतिनिधत्व में बढ़ोतरी के लिए समाज की जरूरतमंद होनहार प्रतिभाओं का चयन कर उनके लिए गुणवत्तापूर्ण फ्री कोचिंग की व्यवस्था करना।

2. समाज के समृद्ध इतिहास को गुमनामी के अंघेरे से बाहर निकालकर उसका व्यापक प्रचार-प्रसार करना एवं समाज के इतिहास का संकलन, शोधन एवं प्रकाशन करना।

दूरगामी महत्त्व की गतिविधियों का आगाज

तेजा फाउंडेशन के तत्वावधान में समाज के जरूरतमंद होनहार युवाओं के लिए तेजा विला, सन्तोष नगर, गोपालपुरा, जयपुर में बैंक पी. ओ. की निःशुल्क कम्युनिटी लेवल कोचिंग की शरूआत श्री महेंद्र सिंह जी चौधरी, आई.जी. पुलिस, के मुख्य आतिथ्य तथा स्वामी केशवानंद जी की परम्परा में उस संप्रदाय के साधु महंत माधोदास उदासीन जी के सानिध्य में 24 जुलाई को एक सादा कार्यक्रम से हो चुकी है। यह सुखद संयोग है कि 24 जुलाई से ही आर.आर.बी. के बैंक पी.ओ. की वैकेंसी के लिए फॉर्म भरने की शुरुआत हुई। इस अवसर पर कोचिंग के लिए भवन व आवास सुलभ करवाने वाले समाज के भामाशाह श्री पाबुराम जी गठाला, आदर्श जाट महासभा राजस्थान के अध्यक्ष श्री रामनारायण जी चौधरी, तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं जाट लैंड डॉट कॉम वेबसाइट के प्रणेता तथा सेवानिवृत आईएफएस अधिकारी श्री लक्ष्मण जी बुरड़क, कोचिंग संचालन के लिए गठित समिति के संयोजक प्रो. एच. आर. ईसराण तथा सह-संयोजक प्रो. डी.सी. सारण, तेजा फाउंडेशन के सचिव श्री राम स्वरुप चौधरी, वरिष्ठ समाजसेवी श्री लक्ष्मण जी महला, सेवाभावी अन्य समाज बंधु, कोचिंग के लिए चयनित विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ इन पलों के सहभागी बने ।

कोचिंग के लिए लगभग 20 जिलों से प्राप्त आवेदनों की जांच कर निर्धारित मानदण्ड के अनुरूप मेरिट सूची तैयार की गई । Merit-cum-Performance-cum-Need के पैमाने को ध्यान में रखते हुए Written test और Interview आयोजित करने के बाद उनका समग्र मूल्यांकन कर 30 विद्यार्थी चयनित किए गए जो 13 जिलों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन चयनित अधिकांश स्टूडेंट्स के परिवार में जीवन-यापन का जरिया खेती या मजदूरी है।

कोचिंग के लिए क्लासरूम टीचिंग, स्टडी मटेरियल, ऑनलाइन टेस्ट के लिए स्टूडेंट्स का मेम्बरशिप रेजिस्ट्रेशन, ऑनलाइन टेस्ट सीरीज, लाइब्रेरी सुविधा, आवास व्यवस्था आदि निःशुल्क है।

कोचिंग स्थल पर ही सुसज्जित लाइब्रेरी सुविधा मय आवश्यक पुस्तकों, पत्रिकाओं व समाचार-पत्रों के सुलभ करवाई गई है। ऑन-लाइन टेस्ट के लिए प्रैक्टिस करने हेतु पांच कम्प्यूटर सिस्टम व प्रिंटर आदि स्थापित किए गए हैं। विद्यार्थियों के फॉर्म भरने की व्यवस्था भी कोचिंग स्थल पर कर फीस आदि पर होने वाला व्यय का भुगतान भी फाउंडेशन द्वारा किया गया है। इसके बाद राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं (RAS) में भर्ती-परीक्षा के लिए भी कोचिंग शुरू की गई।

2. समाज के समृद्ध इतिहास व साहित्य के संकलन एवं शोधन और समकालीन संदर्भों में उसके विवेचन हेतु डॉ पेमाराम , इतिहासवेत्ता एवं श्री लक्ष्मण बुरड़क, इतिहासज्ञ के संयोजकत्व व मार्गदर्शन में गठित समिति कार्य कर रही है।

जाट कीर्ति संस्थान, चूरू द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'समाज जागृति के सौ साल: बीकानेर सम्भाग में शिक्षा और संघर्ष का संक्षिप्त इतिहास' का विमोचन तेजा दशमी ( 31 अगस्त 2017) के अवसर पर ग्रामीण किसान छात्रावास, रतनगढ़ में आयोजित स्मरण- समारोह 'समाज जागृति के सौ साल' में समाज के वयोवृद्ध एवं प्रबुद्धजनों ने किया। इस पुस्तक में संकलित ऐतिहासिक सामग्री, जो बीकानेर सम्भाग के विशेष संदर्भ में है , से संबंधित तथ्यात्मक विवरण व फ़ोटो सुलभ करवाने में तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं जाटलैंड डॉट कॉम (https://www.jatland.com/) के मॉडरेटर श्री लक्ष्मण बुरड़क की महति भूमिका रही है। इस पुस्तक में समाज के इतिहास के विभिन्न पक्षों को नए संदर्भों व कलेवर में आलोकित करने की पहल की गई है।

श्री लक्ष्मण बुरड़क ने स्वयं के स्तर पर प्रयास कर समाज का इतिहास एवं समाज-शिरोमणियों की लोक छवि जाटलैंड डॉट कॉम वेबसाइट (https://www.jatland.com/) पर संकलित कर उसे इंटरनेट के माध्यम से सर्व सुलभ कराने का प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं। श्री बुरड़क साहब समाज के इतिहास के डिज़ीटिकरण का भी प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं।

अनुरोध है कि अगर किसी समाज-बंधु के पास समाज के इतिहास से संबंधित कोई दुर्लभ पुस्तक या दस्तावेज हो तो उसे तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण बुरड़क को उपलब्ध करवा दें ताकि उसका डिज़ीटिकरण कर उसे संरक्षित किया जा सके।

आशा है कि समाज के सतत सहयोग एवं मार्गदर्शन से फाउंडेशन की गतिविधियां परवान पर चढ़ सकेंगी।

जाट इतिहास लेखन

प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में जाट इतिहास में रुचि रखने वाले समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों से संपर्क कर राजस्थान से संबन्धित जाट इतिहास के तथ्यों को संकलित करने का कार्य प्रारम्भ किया गया है। शेष राज्यों को अगले चरण में लिया जाएगा। केंद्रीय स्तर पर जयपुर में एक इतिहास संकलन समिति गठित की गई है:

1. लक्ष्मण बुरड़क - मोबा: 9826092101, Email:Lrburdak@gmail.com

2. डॉ. पेमा राम - मोबा: 9414316002

3. भलेराम बेनीवाल - मोबा: 9416566478

समाज के जिन प्रबुद्ध व्यक्तियों के पास जाट इतिहास से संबन्धित कोई पुस्तक, अभिलेख, शिलालेख, बड़वा से या बुजुर्गों से सुनी हुई मौखिक या लिखित जानकारी हो तो उपर्युक्त समिति के किसी भी सदस्य से संपर्क कर उपलब्ध कराई जा सकती है।

तेजा फाउंडेशन बैंक पी.ओ. कम्यूनिटी कोचिंग का शुभारंभ 24.7.2017

तेजा विला, कम्यूनिटी कोचिंग सेंटर

'तेजा फाउंडेशन' के एजुकेशनल प्रोजेक्ट 'कम्यूनिटी कोचिंग' के अंतर्गत समाज के जरूरतमंद होनहार युवाओं के लिए कोचिंग सेंटर जयपुर में Bank PO परीक्षा की तैयारी हेतु फ्री कोचिंग दिनांक 24.7.2017 से प्रारंभ की गई। इस अवसर पर कोचिंग के लिए भवन व आवास सुलभ करवाने का महति कार्य समाज के भामाशाह श्री पाबुराम जी गठाला द्वारा किया गया। जिला-संयोजकों द्वारा संबधित जिले में जिला व तहसील स्तर पर फॉर्म वितरण तथा जमा करने की व्यवस्था हेतु समन्वय किया गया।

बैंक पी.ओ. की निःशुल्क कम्युनिटी लेवल कोचिंग का विधिवत शुभारंभ दिनांक 24.7.2017 को "तेजा विला" गंगा-जमना पेट्रोल पंप चौराहा, गोपालपुरा बायपास,जयपुर में एक सादे समारोह में हुआ। उदघाटन समारोह में उपस्थित महानुभाव थे:

तेजा फाउंडेशन द्वारा सर्वसम्मति से वरिष्ठ एवं अनुभवी शिक्षाविदों की गठित समिति ने 20 से अधिक जिलों से प्राप्त आवेदनों की जांच कर मेरिट के मानदण्डों के अनुसार Merit-cum-Performance-cum-Need के पैमाने के आधार पर Written test और Interview के बाद अभ्यर्थियों की अंतिम चयन सूची जारी की। इन चयनित छात्रों में से 7 स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिनके या तो माता-पिता दोनों ही नहीं हैं या फिर पिता दिवंगत हैं और परिवार-पालन की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधो पर है। चयनित अधिकांश स्टूडेंट्स के परिवार में जीवन-यापन का जरिया मजदूरी या खेती है।

कोचिंग के लिए क्लासरूम टीचिंग, स्टडी मटेरियल, ऑनलाइन टेस्ट के लिए स्टूडेंट्स का मेम्बरशिप रेजिस्ट्रेशन, ऑनलाइन टेस्ट सीरीज, लाइब्रेरी सुविधा, आवास व्यवस्था आदि निःशुल्क थी।

यह सुखद संयोग था कि 24 जुलाई 2017 से ही आर.आर.बी. के बैंक पी.ओ. की वैकेंसी के लिए फॉर्म भरने की शुरुआत हुई।


केन्द्रीय स्तर पर 'कम्यूनिटी कोचिंग' इंस्टीट्यूट के संचालन के लिए एक टीम गठित की गयी, जो कि इस इंस्टीट्यूट से जुड़े सभी मसलों के लिए अधिकृत है; यह इस प्रकार से है:

1. संयोजक : प्रो. एच. आर. इसराण

2. सह-संयोजक : डॉ. डी. सी. सारण

3. कोषाध्यक्ष : महेंद्र सिंह भामू (मो:8003320077)

4. प्रचार-प्रसार : बनवारी लाल जाट (घोसल्या)

'तेजा फाउंडेशन' के एजुकेशनल प्रोजेक्ट 'फ्री कम्यूनिटी कोचिंग' इंस्टीट्यूट में प्रवेश के सम्बंध में जानकारी के लिए संचालन समिति के उपर्युक्त सदस्य के दिए गए मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया जा सकता है।

प्रवेश-प्रक्रिया के संबंध में निर्देश, जिला संयोजकों की मोबाइल नंबर सूची तथा फार्म यहाँ दिये जा रहे हैं।

RAS-2018 परीक्षा हेतु कोचिंग प्रारम्भ 10.12.2017

'तेजा फाउंडेशन' के एजुकेशनल प्रोजेक्ट 'कम्यूनिटी कोचिंग' में आरएएस के लिए प्रवेश-प्रक्रिया सितंबर-अक्टूबर 2017 प्रारंभ में प्रारंभ की गई। जिला-संयोजकों द्वारा संबधित जिले में जिला व तहसील स्तर पर फॉर्म वितरण करने की व्यवस्था का समन्वय किया गया। केन्द्रीय स्तर पर इंस्टीट्यूट के संचालन के लिए उपरोक्त कमिटी गठित की गयी है, जो कि इस इंस्टीट्यूट से जुड़े सभी मसलों के लिए अधिकृत है। समस्त प्रक्रिया पूर्ण कर RAS-2018 परिक्षा हेतु कोचिंग दिनांक 10.12.2017 से प्रारम्भ की गई.

विस्तृत विवरण के लिये नीचे फॉर्मेट दिये गए जिनका उपयोग जानकारी के लिए और फॉर्म भरने के लिए डाउन लोड कर किया गया है।

RAS Coaching Application Forms and Instructions

आरएएस के लिए सामान्य मार्ग दर्शन: RAS की फुल फॉर्म है - Rajasthan Administrative Service (राजस्थान प्रशासनिक सेवा)। इसकी परीक्षा राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित की जाती है। परीक्षा में बैठने के लिए आयु 21-35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरपीएससी द्वारा आयोजि यह सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा है। आरएएस में चयन के बाद में राज्य प्रशासन में किसी उच्च पद पर सेवा करनी पड़ती है। यथा - एसडीएम, एडीएम, उप सचिव, संयुक्त सचिव, उपायुक्त, विशेष सचिव आदि। राजस्थान प्रशासनिक सेवा में जाने के लिए प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। प्रारम्भिक परीक्षा ओब्जेक्टिव होती है। प्रारंभिक परीक्षा अच्छे अंको से पास करने वाले विद्यार्थी मुख्य परीक्षा के लिए चयनित हो जाते है। प्रारम्भिक परीक्षा के विपरीत मुख्य परीक्षा में लघु, अति-लघुतरात्मक और निम्बधात्मक रूप में सवाल आते हैं जिनका जवाब संक्षेप और विस्तार में देना होता है। मुख्य परीक्षा में आई मेरिट के आधार पर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इंटरव्यू में सफल होने वाले RAS के लिए चुने जाते हैं।

RAS-2013 एवं 2016 बैच का अभिनन्दन समारोह 10.12.2017

तेजा फाउंडेशन टीम
RAS कोचिंग में प्रवेशित विद्यार्थी
सुश्री प्रेरणा कालेर, RAS

तेजा फाउंडेशन के तत्वावधान में समाज के जरूरतमंद होनहार युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए संचालित निःशुल्क कम्युनिटी कोचिंग की श्रंखला में राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं (RAS) में भर्ती हेतु फ्री कोचिंग का उद्घाटन एवं RAS के बैच 2013 एवं 2016 में समाज के चयनित युवाओं का अभिनन्दन समारोह 10 दिसम्बर 2017 को मूंड मैरिज पैलेस, मानसरोवर, जयपुर में भव्य स्वरूप में आयोजित हुआ।

समारोह में समाज के सम्माननीय महानुभाव, समाजसेवी, प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस महकमे के आला अधिकारी उपस्थित थे। समारोह की शोभा बढ़ाने वाले समाज के सितारों में शामिल थे :

समारोह की शुरूआत समाज के आराध्य देव वीर तेजाजी की तस्वीर पर समाज के अग्रणी पंक्ति की विभूतियों द्वारा माल्यार्पण तथा श्री मनजीत ख्यालिया टीम द्वारा प्रस्तुत तेजा आरती से की गई ।

तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण बुरड़क, सेवा-निवृत आई.एफ.एस अधिकारी, ने तेजा फाउंडेशन के सामाजिक हित के विभिन्न प्रोजेक्ट्स यथा समाज के इतिहास का संकलन, समग्र स्वरूप में लेखन व परिशोधन तथा समाज के जरूरमंद युवाओं को विभिन्न पदों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षाओं की तैयारी करवाने हेतु तेजा क्लासेज़ के नाम से प्रदान की जाने वाली फ्री कम्यूनिटी कोचिंग के संचालन का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। वर्तमान समय में युवा वर्ग एक ट्रांजीशन काल से गुजर रहा है और अनेक सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जो समाज में पहले व्याप्त नहीं थी। आधुनिक जीवन की इन जटिलताओं और समय की जरूरत को ध्यान में रखते हुए समाज के युवाओं को कॅरिअर कॉउंसलिंग/गाइडेंस व साइकोलॉजिकल प्रोब्लेम्स के निवारण हेतु फाउंडेशन के तत्वावधान में कम्यूनिटी कॉउंसलिंग की शुरूआत नए वर्ष से करने की घोषणा की गई। जिसके अंतर्गत तेजा फाउंडेशन द्वारा कैरियर के संबंध में काउंसलिंग तो दी ही जाएगी साथ ही साउकोलोजिकल और सोशियल काउंसलिंग भी प्रदान की जाएगी।

कम्युनिटी कोचिंग के संयोजक/ समन्वयक प्रोफेसर एच.आर.ईसराण, पूर्व प्राचार्य कॉलेज शिक्षा, ने तेजा फाउंडेशन के तहत RAS की तैयारी हेतु संचालित होने वाली फ्री कम्यूनिटी कोचिंग के स्वरूप, गुणवत्ता युक्त कोचिंग की विशिष्ट विशेषताओं, कोचिंग में उपलब्ध सुसज्जित लाइब्रेरी मय अन्य समग्र सुविधाओं एवं कोचिंग में प्रवेशित विद्यार्थियों के चयन हेतु अपनाई गई need-cum-merit पर आधारित चयन-प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। नए जमाने की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कोचिंग सेंटर पर सुसज्जित लाइब्रेरी, सीसी टीवी कैमरा, biomatric attendance machine, कम्प्यूटर केबिन मय कंप्यूटर सेट्स, wifi आदि सुविधाओं से युक्त सेंटर पर कोचिंग में अपनाई जाने वाली टीचिंग टेक्निक्स एवं विद्यार्थियों की कम्युनिकेशन स्किल व थिंकिंग स्किल को परिष्कृत करने के लिए किए जाने वाले नवाचारों की जानकारी भी प्रोफेसर ईसराण ने अपने उद्बोधन में प्रदान की।

नवल किशोरजी गोदारा द्वारा स्थापित लक्ष्मण लाइब्रेरी

उल्लेखनीय है कि कोचिंग सेंटर पर लाइब्रेरी व क्लास रूम स्थापित कर उन्हें सुसज्जित करने का व्यय भार बाड़मेर निवासी श्री नवल किशोरजी गोदारा ने अपने पिता श्री स्वर्गीय श्री लक्ष्मणजी गोदारा की स्मृति में वहन करने के साथ-साथ फाउंडेशन को आवश्यक योगदान प्रदान करने की घोषणा समारोह में कर समाज-सेवा की अनुकरणीय मिसाल कायम की है।

प्रो. डी.सी.सारण, सह-संयोजक, ने समारोह में उपस्थित समाज की शख्शियतों, भामाशाहों एवं फाउंडेशन की गतिविधियों के जिला समन्वयकों का परिचय दिया तथा फाउंडेशन की गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया।

समारोह में डॉ. पेमाराम, श्री एन.आर. चौधरी, श्री बी.आर.ग्वाला, श्री महेंद्र सिंह, श्री सवाई सिंह, श्री जस्साराम चौधरी, श्री राजाराम मील, नवल किशोर गोदारा, डॉ. भरत सारण, श्री गोपाल राम मण्डा आदि वक्ताओं ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन से युवाओं को अपने सँजोए सपने साकार करने की दिशा में संकल्प शक्ति के साथ सजगता से आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया।

RAS batches 2013 & 2016 में समाज के चयनित युवाओं, जिनका अभिनन्दन समारोह में हुआ ,उन्होनें कोचिंग में प्रेवेशित विद्यार्थियों का प्रभावी मार्गदर्शन किया। आर.ए.एस. प्रोबेशनर श्री सुखराम पिंडेल, श्री महावीर सिंह गढ़वाल एवं आर.ए. एस. बैच 2016 में उच्च रैंक हासिल कर चयनित होने वाले सितारे श्री संजय गौरा, डॉ. प्रतिभा पूनियां व सुश्री प्रेरणा कालेर ने आर.ए.एस. परीक्षा की प्रभावी तैयारी करने के लिए उपयोगी टिप्स प्रदान कर सफलता की मंजिल तक पहुंचने के अपने अनुभव साझा किए।

समारोह में श्री बनवारी लाल एवं श्री सत्यनारायण थोरी ने शानदार लीलण घोड़ी नृत्य प्रस्तुत कर ख़ूब तालियां बटोरीं।

तेजा फाउंडेशन को योगदान करने वाले समाज के भामाशाहों श्री पाबुरामजी, श्री रामगोपाल मंडा बिकानेर, नवल किशोर गोदारा, श्री आजाद चौधरी (अलवर जाट समाज की टीम के साथ), फाउंडेशन के संरक्षक श्री महेंद्र सिंह चौधरी, कोचिंग सेंटर को सुसज्जित करने में अपना अमूल्य मार्गदर्शन करने वाले जयपुर में क्लियर विज़न नामक कोचिंग के संचालक समाज के होनहार युवा श्री प्रमोद औलानिया व समारोह-स्थल (मुंड मैरिज पैलेस) के मालिक श्री गोपाल मूंड का सम्मान किया गया।

फाउंडेशन के सचिव श्री रामस्वरुप चौधरी ने वर्तमान दौर में समाज के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए समाज की एकजुटता पर बल देते हुए अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया तथा फाउंडेशन की गतिविधियों के संचालन में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष सहयोग प्रदान वाले महानुभावों का आभार प्रकट किया।

समारोह का शानदार संचालन श्री हरिराम किंवाडा ने किया।

समारोह के उपरांत सभी ने गंगा जमुना पेट्रोल पंप के सामने किराए के भवन में संचालित हर दृष्टि से सुसज्जित इस कम्युनिटी कोचिंग सेंटर का अवलोकन कर फाउंडेशन द्वारा संचालित समाज के दूरगामी हित के प्रोजेक्ट की सराहना की।

RAS-2018 परीक्षा हेतु कोचिंग की समीक्षा बैठक 27.11.2018

RAS-2018 परीक्षा हेतु कोचिंग के लिए चयनित उम्मीदवारों की फ़ाइनल परीक्षा की तैयारी की समीक्षा दिनांक 27.11.2018 को आयोजित की गई. तेजा फाउंडेशन टीम की इस ख़ास बैठक में समाज के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षाविदों, प्रशासनिक पदों पर नव चयनित अधिकारियों सहित कोचिंग फ़ैकल्टी के साथ सम्पन्न बैठक में कुल 21 मौजीज लोग उपस्थित हुए. समीक्षा बैठक में समाज के निम्न प्रबुद्धगण उपस्थित रहे:

  • श्री महेंद्र सिंह चौधरी - IPS, आई.जी. पुलिस, मुख्य अतिथि
  • श्री लक्ष्मण बुरड़क - IFS (R) तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं जाट लैंड डॉट कॉम वेबसाइट के प्रणेता
  • श्री ओमप्रकाश जाट - IPS (2017) विशिष्ट अतिथि
  • श्रीमती सुमन नाला - RPF (2016) विशिष्ट अतिथि
  • सुश्री प्रेरणा कालेर - RAS (2016)
  • श्री संजय गौरा - RAS (2016)
  • डॉ. पेमाराम - प्रसिद्ध इतिहासकर
  • प्रो. एच. आर. ईसराण - कोचिंग संचालन के लिए गठित समिति के संयोजक
  • श्री राम स्वरुप चौधरी - तेजा फाउंडेशन के सचिव
  • श्री प्रमोद औलानिया - क्लियर विज़न जयपुर
  • सेवाभावी अन्य समाज बंधु

समीक्षा बैठक से पूर्व इस अभियान में सहयोग करनेवाले सभी महानुभावों को धन्यवाद ज्ञापन किया गया. RAS-2018 की मुख्य परीक्षा के लिए तेजा फाउंडेशन के सौजन्य से संचालित कम्युनिनिटी कोचिंग के बैच का मार्गदर्शन एवं उन्हें मोटीवेट करने हेतु समाज सेवा की भावना से प्रेरित होकर श्री ओमप्रकाश जाट आईपीएस (2017) और उनकी पत्नी श्रीमती सुमन नाला - आरपीएफ़ (2016) ने 23 नवम्बर 2018 से 29 नवम्बर तक एक सप्ताह तक प्रतिदिन सुबह से शाम तक विद्यार्थियों के मध्य उपस्थित रहे. उन्होने कोचिंग प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों की तैयारी का फ़ीड बैक लेकर आर.ए.एस. फ़ाइनल परीक्षा की प्रभावी तैयारी करने के लिए उपयोगी टिप्स प्रदान कर सफलता की मंजिल तक पहुंचने के अपने अनुभव साझा किए. समाज के दूरगामी हित को साधने की दिशा में कार्यरत तेजा फाउंडेशन के इस प्रोजेक्ट के महत्त्व को समझते हुए इन दोनों अधिकारियों ने स्वप्रेरणा से अपना योगदान प्रदान करने हेतु छुट्टियाँ लेकर एवं व्यक्तिगत व पारिवारिक जीवन की व्यस्तता की परवाह किए बिना एक सप्ताह का क़ीमती वक़्त समाज के होनहार एवं जरूरतमंद विद्यार्थियों के साथ बिताने का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। मुख्य परीक्षा के बैच में सम्मिलित विद्यार्थियों से प्राप्त फीडबैक से स्पष्ट है कि अधिकारी-द्वय द्वारा प्रदत्त मार्गदर्शन एवं मोटिवेशन उनको प्रतियोगी परीक्षा में सफ़लता हासिल करने में सहायक सिद्ध होगा. समाज के इन युवा अधिकारियों के प्रति तेजा फाउंडेशन आभार प्रकट करता है.

अध्यक्ष तेजा फ़ाउंडेशन श्री लक्ष्मण बुरड़क द्वारा बैठक में फाउंडेशन की अब तक की गतिविधियों एवं उपलब्धियों से उपस्थित सज्जनों को अवगत करवाया गया. अध्यक्ष ने अवगत कराया कि आरएएस प्रारम्भिक परीक्षा का तेजा फ़ाउंडेशन क्लास का परिणाम बहुत ही शानदार रहा है. वर्तमान में संचालित RAS कोचिंग बैच के 85 प्रतिशत अभ्यर्थियों द्वारा RAS प्री-परीक्षा क्वालीफाई करने का कीर्तिमान स्थापित किया है. इसके लिए फ़ैकल्टी और उन सभी रिसोर्स पर्सनस का धन्यवाद किया जिनके अथक परिश्रम और योगदान से यह संभव हो सका. उपस्थित सज्जनों द्वारा आय-व्यय की जानकारी चाही गई. सचिव तेजा फ़ाउंडेशन श्री रामस्वरुप चौधरी और कोषाध्यक्ष ने अवगत कराया कि आय-व्यय का लेखा अभी तैयार नहीं हुआ है. उनको निर्देशित किया गया कि लेखा की प्रविष्टियाँ रोज की जाकर लेखा अद्यतन किया जावे और आगामी बैठक में रखा जावे.

बैठक में फाउंडेशन की दूरगामी महत्त्व की परियोजनाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया. कोचिंग के दौरान आई समस्याओं से अवगत कराया गया और भविष्य की कार्य-आयोजना तैयार की गई. सभी ने फाउंडेशन की गतिविधियों एवं उपलब्धियों की सराहना की. दूरगामी महत्त्व की परियोजनाओं हेतु आर्थिक एवं अन्य आवश्यक सहयोग प्राप्त करने एवं कोचिंग को प्रभावी ढंग से संचालित करने की कार्ययोजना पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ तथा सहमति के बिंदुओं पर ठोस कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया.

RAS-2018 परीक्षा हेतु कोचिंग की समीक्षा बैठक 27.11.2018 के कुछ चित्र

तेजा फाउंडेशन में दादी चंद्रो तोमर 11.1.2018

86 साल से भी ज्यादा उम्र वाली दादी चंद्रो तोमर ‘शूटर दादी’ और ‘रिवाल्वर दादी‘ के नाम से मशहूर हैं। इनके नाम 25 से अधिक राष्ट्रीय चैंपियनशिप खिताब दर्ज हैं। दिनांक 11.1.2018 को दादी चंद्रो तोमर तेजा फ़ाउंडेशन जयपुर पधारी और आरएएस कोचिंग प्राप्त कर रहे बच्चों को संबोधित किया। उनके सम्बोधन से इन बच्चों में नई ऊर्जा का प्रवाह हुआ। दादी चंद्रो तोमर के बारे में अधिक जानकारी के लिए पढ़ें - https://www.jatland.com/home/Chandro_Tomar इस अवसर के कुछ चित्र यहाँ संलग्न हैं:

मनोचिकित्सक डॉ दारासिंह पूनिया द्वारा विमर्श 23.2.2018

जयपुर के प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ. दारासिंह पूनिया दिनांक 23 फरवरी 2018 को तेजा फ़ाउंडेशन जयपुर पधारे और आरएएस कोचिंग प्राप्त कर रहे बच्चों को दृश्य-श्रव्य माध्यम से संबोधित किया। समाज में व्याप्त मानोविकारों के लक्षण और उनको दूर करने के उपाय सुझाए। उनके सम्बोधन और दिशा निर्देशों से इन बच्चों में नई ऊर्जा का प्रवाह हुआ। कुछ बच्चों ने अपनी व्यक्तिगत समस्याओं के संबंध में भी प्रथक से मार्गदर्शन प्राप्त किया।

तेजा दशमी समारोह दिनांक 19.9.2018

तेजा दशमी समारोह के अवसर पर दिनांक 19.9.2018 को दादी चंद्रो तोमर तेजा फ़ाउंडेशन जयपुर पुनः पधारी और आरएएस कोचिंग प्राप्त कर रहे बच्चों को पुनः संबोधित किया। कोचिंग की प्रगति से अवगत हुई और बच्चों को सफलता के सूत्र बताये. उनके सम्बोधन से इन बच्चों में नई ऊर्जा का प्रवाह हुआ।

दिनांक 19.9.2018 को ही मध्य्प्रदेश से जाट सभा धार के जाट समाज के समाजसेवी लीलाधर जी दांदक, बाबूलाल जी फौजी, आशारामजी, जगदीश कलवानिया, राहुल जाट गोपाल जी व आदर्श जाट महासभा मध्यप्रदेश के अध्यक्ष रामनरायण चौधरी दिनांक 19.9.2018 को दादी चंद्रो तोमर के साथ ही तेजा फ़ाउंडेशन जयपुर पधारे और आरएएस कोचिंग प्राप्त कर रहे बच्चों को संबोधित किया। मध्य प्रदेश के समाज सेवी यहाँ से ताजा जन्म स्थली खरनाल गए. वहाँ से जयपुर जाते समय सुरसुरा में सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज के दर्शन किये. सुरसुरा में धर्मीचंद जी को मध्यप्रदेश से जाट समाज के सामाजिक लोगों की खबर लगते है धर्मीचंद जी खाचरिया, व इनकी टीम मुकेशजी खाचरिया,शिवराज सुरसुरा मिश्रीलाल जी हनुमान जी मूलचंद जी अरुण जी लक्ष्मण जी सुरसुरा परसुराम जी जाजुन्दा शंभूराम जी दीपकजी भागचंद जी रामावतार जी व समस्त आदर्श जाट महासभा रूपनगढ़ अपनी पूरी टीम के साथ मन्दिर प्रांगण में आये और मध्यप्रदेश से आये सभी का दिल से जोरदार स्वागत किया.

इस अवसर पर जम्मू से चौधरी कमल सिंह भी पधारे और उन्होने जम्मू कश्मीर में वहाँ के निवासियों के सीमापार आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर शहीद का दर्जा देने के संबंध में चर्चा की. हरयाणा से डॉ पूनम मान बुर्रा, महिला अध्यक्ष बुर्रा खाप और प्रदेश प्रवक्ता बीजेपी तथा डॉ संगीता दहिया सामाजिक कार्यकर्ता भी पधारीं और आरएएस कोचिंग प्राप्त कर रहे बच्चों को संबोधित किया।

इस अवसर पर राजस्थान विद्युत मंडल के अधीक्षण अभियंता ने संजय सिंह नेहरा ने राजस्थान में विद्युत उत्पादन, वितरण तथा रोजमर्रा की समस्याओं के संबंध में संबोधन किया.

टीचर्स ग्रेड-1 का दीक्षांत समारोह 26.12.2018

26.12.2018 को तेजा फ़ाउंडेशन में 40 दिन का टीचर्स ग्रेड-1 के लिए शॉर्ट मॉड्यूल कोचिंग करने वाले बच्चों का दीक्षांत समारोह था. कोचिंग प्रदाता अमले के साथ, अध्यक्ष लक्ष्मण बुरड़क एवम् सचिव रामस्वरूप चौधरी तेजा फ़ाउंडेशन, अतिथियों में बाड़मेर से भरत सारण 50 विलेजर्स, समाज सेवी नवलजी गोदारा के एनआरआई भाई टीकु सिंह, प्रमोद ओलानिया क्लियर विज़न, प्रोफेसर डालचंद सारण, डॉ. देवेंद्र खीचड़ सीकर, महेंद्र भामू, आदि उपस्थित हुये. इस बैच में सर्व समाज के लिए कोचिंग रखी गई थी. समारोह में फीडबैक लिया गया जिसमें उनको इस अल्पावधि में दी गई कोचिंग को काफी उपयोगी बताया गया.

तेजा फाउंडेशन का भव्य वार्षिक समागम 17.3.2019

शिक्षा व समाज सेवा के ज़रिए सामाजिक उत्थान सुनिश्चित कर राष्ट्र निर्माण के पुनीत कार्य में योगदान देने को संकल्पित तेजा फाउंडेशन का वार्षिक समागम रविवार 17 मार्च 2019 को भक्त शिरोमणि श्रीमद धन्ना पीठाधीश्वर श्री बजरंग देवाचार्य जी महाराज एवं श्रीमद दादू पीठाधीश्वर श्री गोपाल दास जी महाराज के पावन सानिध्य में हरिवन पैलेस, मानसरोवर, जयपुर में आयोजित हुआ।

समारोहपूर्वक आयोजित इस भव्य समागम में राजस्थान एवं अन्य राज्यों में सामाजिक सरोकारों से जुड़े महानुभावों एवं तेजा फाउंडेशन के कोचिंग क्लासेज प्रोजेक्ट से जुड़े विद्यार्थियों व कोचिंग फैकल्टी की गरिमामय उपस्थित रही। लगभग एक हज़ार की संख्या में उपस्थित सामाजिक सरोकारी सज्जनों व तेजा क्लासेज के विद्यार्थियों ने तेजा फाउंडेशन के इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की।

फाउंडेशन की ओर से उद्बोधन

तेजा क्लासेज के संयोजक प्रोफेसर एच. आर. ईसराण, पूर्व प्राचार्य कॉलेज शिक्षा, ने अपने स्वागत उद्बोधन में समारोह में पधारे अतिथियों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया। उन्होंने समाज की जरूरतमंद प्रतिभाओं को निखार कर उन्हें प्रशासनिक एवं अन्य सेवाओं हेतु आयोज्य भर्ती परीक्षाओं में सफ़लता अर्जित करने के लिए सक्षम बनाने हेतु संचालित तेजा क्लासेज की अब तक की उपलब्धियों से सभी को अवगत करवाया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि Educate, Engage, Empower थीम पर रचनात्मक कार्य करने से ही समाज का सबलीकरण सुनिश्चित हो सकता है। एकजुटता और सामंजस्यता की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि अकेली बूंद का कोई महत्व नहीं होता परंतु असंख्य बूंदे जब आपस में मिल जाती हैं तो दरिया का रूप धारण कर आगे प्रवाहित होने में सक्षम हो जाती हैं।

तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण बुरड़क, रिटायर्ड आई. एफ. एस, ने फाउंडेशन के गठन की पृष्ठभूमि, उसके उद्देश्य एवं विजन पर समुचित प्रकाश डालते हुए तेजा क्लासेज का दायरा विस्तृत करने एवं भावी योजनाओं की रूपरेखा से अवगत करवाया। समाज के इतिहास को नए तथ्यों के आलोक में लिपिबद्ध कर उसे संरक्षित करने, समाज के इतिहास पर लिखी गई दुर्लभ पुस्तकों को जाट लैंड डॉट कॉम पर डिजिटलाइज़ करने, जाट विकिपीडिया पर समाज के इतिहास को सर्वसुलभ कराने एवं समाज के इतिहास का पुनर्लेखन तथ्यान्वेषी नज़रों से करने के क्रम में फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे प्रयासों एवं उपलब्धियों का उल्लेख किया।

फाउंडेशन के सचिव श्री रामस्वरूप चौधरी ने अपने दिल के उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि तेजा फाउंडेशन एक ऐसा मिशन है जिसके पाँव ज़मीन पर हैं तो निगाहें आसमान पर हैं। फाउंडेशन के मिशन को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक गैर-राजनीतिक प्लेटफार्म है, जहां समाज के दूरगामी हित से संबंधित मुद्दों पर रचनात्मक कार्य संपादित किया जाता है। भावपूर्ण संबोधन में उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि फाउंडेशन निष्ठा एवं पारदर्शिता के साथ अपनी सभी गतिविधियां संचालित करेगा। समाज के बेहतर भविष्य के लिए संचालित इस मिशन को परवान चढ़ाने के लिए उन्होंने समाज के सतत सहयोग एवं मार्गदर्शन की जरूरत पर जोर दिया।

अतिथियों के उद्बोधन
  • फिफ्टी विलेजर्स संस्थान, बाड़मेर के प्रणेता डॉक्टर भरत सारण ने अपने ओजपूर्ण मोटिवेशनल स्पीच में विद्यार्थियों को सफ़लता अर्जित करने के प्रभावी टिप्स प्रदान किए।
  • इसी क्रम में कारगिल हीरो महावीर चक्र विजेता नायक दिगेंद्र कुमार (परस्वाल) के ओजस्वी उद्बोधन ने सबका मन मोह लिया। उन्होंने समाज से आने वाले कल के सुनहरे सपनों को साकार करने हेतु संकल्पित फाउंडेशन को तन-मन-धन से सहयोग प्रदान करने की अपील की।
  • जम्मू-कश्मीर जाट महासभा अध्यक्ष चौ. मनमोहन सिंह ने तेजा फाउंडेशन जैसा संस्थान हर राज्य और जिले में स्थापित करने की ज़रूरत पर बल दिया।
  • दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. निधि वत्स ने उम्मीद जताई कि आगे चलकर तेजा फाउंडेशन एक ऐसी यूनिवर्सिटी का रूप धारण कर सकेगा जो आने वाली पीढ़ियों को दिशा देने की भूमिका में होगा।
  • हरियाणा से 'जाट रत्न' पत्रिका के संपादक श्री जसबीर सिंह मलिक ने इस संस्थान को पूरे देश में समाज हित में एक नई सकारात्मक पहल बताया।
  • जाट महासभा राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष श्री राजाराम मील ने कहा कि निकट भविष्य में जमाना तेजा फाउंडेशन की सफलता में चार चाँद लगते देखेगा ।
  • राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण के सदस्य श्री जस्साराम चौधरी ने फाउंडेशन को समाज के लिए बिल्कुल सही प्लेटफार्म बताया और कहा कि युवाओं को यहाँ सही मार्गदर्शन सुलभ हो रहा है।
  • वरिष्ठ आईपीएस श्री महेंद्र सिंह चौधरी ने फाउंडेशन को कॅरियर का श्रेष्ठ सेंटर बताते हुए कहा कि समर्पण, एकजुटता और उत्कृष्टता इस संस्थान की पहचान है जो समाज को सही दिशा देते हुए उत्तरोत्तर सफलताएं अर्जित करेगा।
सम्मान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम

समारोह में तेजा क्लासेज में अध्ययनरत रहते हुए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता अर्जित करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। तेजा फाउंडेशन के कोचिंग प्रोजेक्ट के तहत युवा पीढ़ी के सुनहरे भविष्य के निर्माण और सामाजिक विकास के रचनात्मक कार्यक्रम में सहयोगी दानदाताओं का इस समारोह में विशेष अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम आयोजन के लिए भव्य एवं विशाल परिसर निःशुल्क सुलभ करवाने वाले हरि वन पैलेस के मालिक श्री सीताराम टोडावत (9314506070) के प्रति विषय तौर से आभार प्रकट करते हुए उनका अभिनन्दन किया गया।

इसके अलावा तेजा फ़ाउंडेशन कोचिंग क्लासेज में फैकल्टी के रूप में विशेष सहयोग देने वाले रघुवीर चौधरी, धर्मेंद्र शर्मा, पुषपेंद्र सिंह, प्रदीप कागट, सुखराम कालीराणा, देवेंद्र खीचड़, सुरेन्द्र सुंडा, दीपक भास्कर, प्रिया दहिया, महेंद्र चौधरी, रवींद्र पचार आदि शिक्षकों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में मनजीत खाल्या का तेजा गायन, बनवारी लाल बाजडोलिया, बीरामाराम का लीलण घोड़ी नृत्य, वीरू डांसर का मटकी नृत्य एवं तेजा क्लासेज में प्रवेशित विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत शिक्षाप्रद नाटक खास आकर्षण का केंद्र रहे।

समारोह में तेजा क्लासेज से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर विभिन्न नौकरियों में चयनित हुए विद्यार्थीयो ने तेजा क्लासेज की गुणवत्ता एवं वहाँ उन्हें सुलभ हुए पारिवारिक माहौल के बारे में अपने अनुभव साझा किए तथा RAS के लिए फाउंडेशन बैच के विद्यार्थियों ने सफल होने का संकल्प लिया।

समारोह में राजस्थान एवं अन्य प्रांतों से पधारे समाज बंधुओ ने तेजा फाउंडेशन के समाज हितार्थ रचनात्मक कार्यों की सराहना कर टीम का मनोबल बढ़ाया।

कार्यक्रम के सफ़ल आयोजन पर सभी के प्रति आभार प्रदर्शन प्रोफेसर डी.सी. सारण ने किया।

कार्यक्रम का समापन पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय वीर जवानों की शहादत को नमन करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर किया गया।

कार्यक्रम की एंकरिंग जेवीपी मीडिया ग्रुप के चेयरमैन श्री हरिराम किवाड़ा (जवानियां) ने की।

समारोह में उपस्थित प्रमुख हस्तियां

समारोह में निम्नलिखित प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं:

  • जम्मू कश्मीर जाट महासभा के अध्यक्ष चौधरी मनमोहन सिंह,
  • हरियाणा से श्री जसवीर मलिक,
  • बिहार की मूलनिवासी व वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसर निधि वत्स,
  • महाराष्ट्र जाट समाज के अध्यक्ष श्री दिलीप बेनीवाल,
  • राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष श्री राजाराम मील,
  • प्रसिद्ध इतिहासवेत्ता प्रो. पेमाराम,
  • पुलिस महानिरीक्षक श्री महेंद्र सिंह चौधरी,
  • राजस्थान सिविल सेवा अपील प्राधिकरण के सदस्य श्री जस्सा राम चौधरी,
  • दानवीर श्री पाबूराम चौधरी,
  • दानवीर श्री हरिराम मांडा,
  • जाट ऑफिसर्स सोसियल फोरम के कन्वेनर श्री ईश्वर सिंह बुरड़क,
  • वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सर्व श्री वी. पी. सिंह, लालाराम गूगरवाल,
  • युवा प्रशासनिक अधिकारी संजय गोरा तथा धर्मेन्द्र डूकिया व प्रेरणा कालेर,
  • शिक्षाविद प्रो. विश्वा चौधरी, डॉ जितेंद्र बगड़िया,
  • समाजसेवी आजाद चौधरी, डॉ. उम्मेद सिंह गोदारा, रामचन्द्र सूंडा, लक्ष्मण राम महला, बी. एस. रुहेला, रामनारायण चौधरी, बी.आर. भूकर, सुभीता सीगड़, राजेश झाझड़िया,
  • तेजा फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष महेंद्र सिंह भामू,
  • जॉइंट कमिश्नर रामलाल चौधरी,
  • जेवीपी मीडिया ग्रुप के चेयरमैन हरिराम किवाड़ा (जवानियां),
  • फिफ्टी विलेजर्स संस्थान के प्रणेता डॉ. भरत सारण,
  • कारगिल हीरो महावीर चक्र विजेता नायक दिगेंद्र सिंह
  • अनेक अन्य गणमान्य जन ।
तेजा फाउंडेशन वार्षिक समागम 17.3.2019 की पिक्चर गैलरी

तेजा फाउंडेशन कार्यकारिणी की बैठक: 31.3.2019

पेट्रोलियम हाउस, ई-565, लाल-कोठी, विधानसभा के पास, जयपुर में 31.3.2019 को कार्यकारिणी की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में हुए विचार-विमर्श में भाग लेने वालों में प्रमुख थे:

मीटिंग में सुभाष जाखड़प्रो. सोहन चौधरी का नाम कार्यकारिणी से हटाया गया तथा इनके स्थान पर नए सदस्य के रूप में डॉ पेमाराम व कोषाध्यक्ष महेंद्र सिंह भामू के दोस्त राजेश झाझड़िया के नाम जोड़ने का प्रस्ताव पास करवाया गया. सुभाष जाखड़ की जगह डीसी सारण का नाम उपाध्यक्ष के लिए बनवारी लाल जाट ने रखा और उन्हें बनाया गया.

कोर्डिनेटर प्रो. एचआर ईसराण ने कोचिंग में चल रही अनियमितताओं को उजागर किया. कोचिंग के विद्यार्थियों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर बताया कि कुछ टीचर्स के पढ़ाने के तरीके व उनके व्यवहार से विद्यार्थी असंतुष्ट हैं. प्रो. एचआर ईसराण ने कहा कि कार्यकारिणी समिति को अवगत कराया जावे कि कोचिंग के नए बैच शुरू करके कितने विद्यर्थियों से कुल कितनी फीस वसूल की गई है? प्रारम्भ किए गए नए बैच के जो विद्यार्थी असंतुष्ट होकर कोचिंग छोड़कर जा रहे हैं उन्हें फीस क्यों नहीं लौटाई जा रही है? कुछ सदस्य अपने जान पहचान व रिश्तेदारी के बच्चों को बिना टेस्ट और इंटरव्यू दिए कोचिंग में घुसा रहे हैं और उनसे फीस भी नहीं ली जा रही है, ऐसा क्यों किया जा रहा है? फाउंडेशन कोर्स के नाम पर संख्या बढ़ाने के लिए और उनसे फीस वसूलने के लिए फर्स्ट ईयर के बच्चों को शामिल क्यों किया जा रहा है? कोचिंग में अब नए बैच शुरू करने के लिए विद्यार्थियों की आर्थिक स्थिति और उनकी बुद्धिमत्ता को सिलेक्शन का आधार क्यों नहीं बनाया जा रहा है? क्या अब कोचिंग का उद्देश्य सिर्फ फीस वसूली रह गया है? कोचिंग की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित रखने की हमारी बात पर सचिव द्वारा अनसुनी क्यों कि जा रही है? बार बार कहने के बावजूद फाउंडेशन के आय-व्यय की ऑडिट रिपोर्ट पेश क्यों नहीं की जा रही है?

अध्यक्ष लक्ष्मण बुरड़क ने सवाल किए कि फाउंडेशन का लेखा-जोखा बार-बार कहने के बावजूद पेश क्यों नहीं किया जा रहा है? सचिव को बार-बार निर्देशित किया गया फिर भी तेजा फाउंडेशन के उपनियम (Bylaws) क्यों नहीं कार्यकारिणी के समक्ष प्रस्तुत किए जा रहे हैं? यह भी निर्देश दिये गए थे कि तेजा फाउंडेशन के लिए नीति निर्धारण एवं सुगम संचालन हेतु संचालक-मंडल के गठन का प्रस्ताव रखा जावे. ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है?

मीटिंग में कोर्डिनेटर प्रो. एच आर ईशराण द्वारा उठाए गए इन सवालों को सचिव श्री रामस्वरूप चौधरी ने अनसुना किया और दृष्टता का परिचय देते हुए अपने एक रजिस्टर पर ध्यान गड़ाए बैठे रहे. अध्यक्ष द्वारा शिकायतों के निवारण करने की बात सचिव से कही गई परंतु अनसुनी करदी गई. इस पर अध्यक्ष द्वारा सचिव को कहा गया कि कोर्डिनेटर प्रो. एच आर ईशराण के मेहनत और समर्पण के बिना फाउंडेशन की कोचिंग की शुरूआत नहीं हो सकती थी. उनकी शिकायत पर गंभीरता से विचार किया जावे. सचिव द्वारा कोई गंभीरता नहीं दिखाये जाने पर कोर्डिनेटर प्रो. एच आर ईशराण ने फाउंडेशन से अपने को अलग करने की घोषणा कर दी. अध्यक्ष लक्ष्मण बुरड़क द्वारा फिर कहा गया कि फ़ाउंडेशन अपने शैशव-काल में है और प्रो. एच आर ईशराण के बिना यह संगठन सुचारु रूप से चलाना कठिन होगा. जब कोई प्रत्युत्तर नहीं आया तो अध्यक्ष द्वारा भी घोषणा कर दी गई कि मेरे दो साल पूरे हो चुके हैं अब कोई नया अध्यक्ष चुन लीजिए. उस समय अध्यक्ष से निवेदन किया गया कि आगामी अध्यक्ष के चुने जाने तक अध्यक्ष का काम देख लें.

तेजा फाउंडेशन कार्यकारिणी के चुनाव 28.7.2019

तेजा फाउंडेशन कार्यकारिणी की बैठक दिनांक 28 जुलाई 2019 को होटल ओम पैलेस जयपुर में हुई जिसमें निम्नानुसार पदाधिकारी सर्वसम्मति से चुने:

1. अध्यक्ष: डॉ. पेमाराम, वनस्थली विद्यापीठ के इतिहास विभाग में प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत, Mob: 9414316002

2. उपाध्यक्ष: डॉ. डालचंद सहारण,संगरिया महाविद्यालय के लेक्चरार पद पर रहे वर्तमान में सेवानिवृत, Mob: 9414471412

3. सचिव: रामस्वरूप चौधरी, फ़ूड इंस्पेक्टर, Mob: 7220-01-7220

4. कोषाध्यक्ष: महेंद्रसिंह भामू, नापतौल विभाग इंस्पेक्टर, Mob: 8003320077

तेजा फाउंडेशन का मूल्यांकन वर्ष-2021

तेजा फाउंडेशन का मूल उद्देश्य गरीब ग्रामीण विद्यार्थियों को निशुल्क कोचिंग प्रदान करना था. समाज के जरूरतमंद युवाओं को प्रशासनिक सेवाओं और कुछ खास पदों की भर्ती के लिए राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की गुणवत्तापूर्ण तैयारी करवाना था. समाज के दानदाताओं, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षाविदों, प्रशासनिक पदों पर नव चयनित अधिकारियों सहित कोचिंग फ़ैकल्टीऔर बौद्धिक वर्ग ने इस अभियान का दिल से स्वागत किया. समाज के इन प्रबुद्ध वर्गो, कोचिंग के प्रतिभागियों, कार्याकारिणी की बैठकों और सोशियल मीडिया से प्राप्त फीडबैक के आधार पर तेजा फाउंडेशन का चार वर्षों का मूल्यांकन यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है.

बैंक पी.ओ. की निःशुल्क कम्युनिटी लेवल कोचिंग का विधिवत शुभारंभ दिनांक 24.7.2017 को "तेजा विला" गंगा-जमना पेट्रोल पंप चौराहा, गोपालपुरा बायपास,जयपुर में एक सादे समारोह में हुआ. इस बैच के अनेक विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल रहे. RAS-2018 परिक्षा हेतु कोचिंग दिनांक 10.12.2017 से प्रारम्भ की गई. करीब 70 विद्यार्थियों के बैच की निःशुल्क कोचिंग लौटाई जाने वाली कॉशन मनी के साथ संचालित हुई. आ ए एस प्री में 59 विद्यार्थी पास हुए थे. आरएएस प्रारम्भिक परीक्षा का तेजा फ़ाउंडेशन क्लास का परिणाम बहुत ही शानदार रहा है. RAS कोचिंग बैच के 85 प्रतिशत अभ्यर्थियों द्वारा RAS प्री-परीक्षा क्वालीफाई करने का कीर्तिमान स्थापित किया.

संस्थान की कोचिंग-गुणवत्ता में कमी क्यों आई ?

तेजा फाउंडेशन द्वारा प्रारम्भिक दो वर्षों में उल्लेखनीय कार्य किया. धीरे-धीरे संस्थान की कोचिंग की गुणवत्ता में कमी आई. निम्न कारणों से यह मिशन वांछित सफलता नहीं प्राप्त कर सका.

प्रतिभागियों की संख्या बढ़ाकर अधिक फीस वसूल करना: तेजा फाउंडेशन का मूल उद्देश्य जरूरतमंद युवाओं को प्रशासनिक सेवाओं और कुछ खास पदों की भर्ती के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की गुणवत्ता से तैयारी करवाना था. परंतु बाद में सचिव और कोषाध्यक्ष का लक्ष्य बिना पूर्व तैयारी व समुचित योजना के अधीनस्थ व ग्रेड थर्ड के अनेक कोर्स शुरू कर तथा संख्या बढ़ाकर प्रतिभागियों से अधिक से अधिक फीस वसूल करना शुरू कर दिया. फाउंडेशन कार्यकारिणी से बिना किसी अनुमोदन के व्यावसायिक रूप दिया जाने लगा. इससे समाज सेवा को समर्पित लोग संगठन से विलग होने लगे और गुणवत्ता में कमी आई. यदि हम फीस वसूल कर कोचिंग देते हैं तब यह समाज का संस्थान नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह व्यवसायिक प्रतिष्ठान बन जाता है.

दानदाताओं की अनदेखी और अपमान: सचिव तेजा फ़ाउंडेशन रामस्वरूप चौधरी द्वारा समाज के दानदाताओं की अनदेखी और अपमान किया गया. अध्यक्ष द्वारा सचिव को नियमित रूप से निर्देश दिये जाते रहे कि दान-दाताओं की सूची फ़ाउंडेशन के कार्यालय में लगाई जावे और फ़ाउंडेशन के वेब पेज पर भी अपलोड की जावे. इन निर्देशों का पालन नहीं हुआ.

श्री पाबुराम जी द्वारा उपलब्ध कराया गया आवास -तेजा विला, कम्यूनिटी कोचिंग सेंटर

तेजा फाउंडेशन के एजुकेशनल प्रोजेक्ट 'कम्यूनिटी कोचिंग' के अंतर्गत कोचिंग सेंटर जयपुर में Bank PO परीक्षा की तैयारी हेतु फ्री कोचिंग दिनांक 24.7.2017 से प्रारंभ की गई. इस अवसर पर कोचिंग के लिए भवन व आवास सुलभ करवाने का महति कार्य समाज के भामाशाह श्री पाबुराम जी गठाला द्वारा किया गया. पाबूराम जी का योगदान समाज के लिए बेमिसाल है, अनुकरणीय है. उनके सहयोग के बिना तेजा फाउंडेशन का जन्म ही नहीं होता. पाबूराम जी तेजा फाउंडेशन की पौध रोपण करने वाले हैं, उसे अपने संसाधनों के पसीने से सींचा है. तेजा फाउंडेशन की शुरुआत पाबूराम जी द्वारा उपलब्ध करवाए गए अपने खुद के घर "तेजा विला" से हुई थी. एक तरह से नींव के पत्थर रहे हैं पाबूराम जी. समाज के गण्यमान्य लोगों के सहयोग से यह मुहिम पाबूराम जी के खुद के घर से जुलाई 2017 में शुरू की गई, कोचिंग व बोर्डिंग निःशुल्क व्यवस्था समेत. आर ए एस के फर्स्ट बैच के लिए पाबूराम जी ने ही अपने पड़ोस में एक बड़ा हॉल अपने प्रभाव का इस्तेमाल करवाते हुए कम किराए पर उपलब्ध करवा दिया. परंतु बाद में सचिव और उसके सहयोगियों द्वारा इनकी उपेक्षा की जाने लगी.

यहाँ तक प्रयास हुआ कि फाउंडेशन के सचिव के मीडिया सलाहकार बनवारी लाल जाट ने Jatland.com पर तेजा फाउंडेशन पेज (https://www.jatland.com/home/Teja_Foundation) से पाबूराम जी द्वारा भवन व आवास सुलभ करवाने वाले पैराग्राफ को हटाया जिसको प्रकाश में आने पर रिवर्ट किया गया. इस पेज पर उनके इस कुत्सित प्रयास को आप भी देख सकते हैं. यह पेज खोलकर view history खोलें और समय 16:56, 19 September 2020 की प्रविष्टि पर prev पर क्लिक कर देखें जो हटाये गए पैरा को बाईं तरफ दिखाता है.

नवल किशोरजी गोदारा द्वारा तेजा फाउंडेशन में स्थापित लक्ष्मण लाइब्रेरी

समाज की जरूरतमंद होनहार प्रतिभाओं के मार्गदर्शन के उद्देश्य से तेजा फाउंडेशन के तत्वावधान में 10 दिसंबर 2017 से आर. ए. एस. की भर्ती-परीक्षा की समुचित तैयारी करवाने के लिए जयपुर में शुरू की गई निःशुल्क कोचिंग हेतु कोचिंग-स्थल पर ही सुसज्जित लक्ष्मण लाइब्रेरी स्थापित करने एवं अन्य आवश्यक संसाधन जुटाने वास्ते नवल जी गोदारा ने ग्यारह लाख रुपए की धनराशि का योगदान देकर एक अनूठी मिसाल कायम की। फिफ्टी विलेजर्स संस्थान, बाड़मेर के संस्थापक डॉ भरत सारण के जरिए जब नवल जी को इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की जानकारी मिली तो वे तत्काल इसमें अपना विशिष्ट योगदान देने के लिए राजी हो गए। लक्ष्मण लाइब्रेरी तेजा फ़ाउंडेशन की शान समझी जाने लगी थी और विद्यार्थी उससे बहुत लाभान्वित हुये. सचिव तेजा फ़ाउंडेशन रामस्वरूप चौधरी ने कुछ समय बाद ही इस लक्ष्मण लाइब्रेरी को डिसमेंटल कर दी. यह तो दान-दाता नवल किशोरजी गोदारा का घोर अपमान था. तेजा फाउंडेशन पर ऐसी मानसिक विकृति वाले लोगों का कब्जा होने के कारण संस्थापक वरिष्ठ अनुभवी अधिकारियों को संस्थान से हटने को बाध्य होना पड़ा.

उपनियम नहीं बनाना: सचिव को निर्देशित किया गया था कि तेजा फाउंडेशन के उपनियम (Bylaws) शीघ्रताशीघ्र तैयार करें एवं तेजा फाउंडेशन की गतिविधियों का व्यवस्थित रूप से संचालन उपनियमों के अनुसार ही करें. फ़ाउंडेशन में कार्यरत सभी पदाधिकारियों के अधिकार, कर्तव्य और दायित्व निर्धारित हों. परंतु सचिव द्वारा इस विषयक कोई कार्यवाही नहीं की और मनमर्जी से कार्य करने लगे.

संचालक-मंडल का गठन नहीं करना: यह भी निर्देश दिये गए कि तेजा फाउंडेशन के लिए नीति निर्धारण एवं सुगम संचालन हेतु संचालक-मंडल के गठन का प्रस्ताव रखा जावे. संचालक-मंडल में समाज के प्रबुद्ध लोगों को सम्मिलित करना था ताकि फ़ाउंडेशन की गतिविधियों पर उचित नियंत्रण हो सके और समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप नीति-निर्धारण हो सके. परंतु सचिव द्वारा इस विषयक कोई कार्यवाही नहीं की और मनमर्जी से स्वयं के स्तर से नीति-निर्धारण का कार्य करने लगे.

उपाध्यक्ष को बैठकों में नहीं बुलाना: जाट विमर्श के अंतर्गत 8 जनवरी 2017 को चर्चा हेतु होटल मानसरोवर पैलेस जयपुर में बैठक रखी गई थी. समाज के गणमान्य एवं सामाजिक सरोकारी लोगों की इस बैठक में विचार-विमर्श के उपरांत ये निर्णय लिया गया था कि कम्युनिटी के उत्थान एवं प्रबोधन हेतु 'तेजा फाउंडेशन' नाम से संस्था गठित करने की कार्यवाही शुरू की जानी है. इस बैठक में श्री सुभाष जाखड़ ने सबसे पहले संस्थापक सदस्य के रूप में सदस्यता शुल्क के रुपये 11000/- नकद श्री रामस्वरूप चौधरी को दे दिए. उड़ान जयपुर की लांचिंग 23.4.2017 के अवसर पर मंच संचालन सुभाष जाखड़ और पूनम चौधरी ने किया. यहीं से तेजा फाउंडेशन के सचिव श्री रामस्वरूप चौधरी और उपाध्यक्ष श्री सुभाष जाखड़ के बीच मतभेद वर्चस्व को लेकर शुरू हो गया. इस कार्यक्रम में उपाध्यक्ष पूरे समय तक मंच पर मौजूद रहे और उनकी इच्छानुसार कार्यक्रम का संचालन हुआ. उपाध्यक्ष ने जब सचिव से कार्यक्रम की वीडियोग्राफी की कैसेट और फोटोज़ मांगी तो सचिव ने उन्हें नहीं दी और कहा कि उड़ान जयपुर की लाचिंग 23.4.2017 की रिकॉर्डिंग पूरी नष्ट हो गई है. इस बात पर दोनों में मनमुटाव गहरा हो गया. इस तरह तेजा फाउंडेशन के जन्म के साथ ही सचिव और उपाध्यक्ष के बीच तनातनी शुरू हो गई. उपाध्यक्ष सुभाष जाखड़ को बैठकों में नहीं बुलाया गया यद्यपि अध्यक्ष द्वारा उपाध्यक्ष को बैठकों में बुलाने के निर्देश बार-बार दिये गए परंतु सचिव द्वारा इस विषयक कोई कार्यवाही नहीं की.

सचिव द्वारा खुद को महिमा-मंडन करना: जब आरएएस मुख्य परीक्षा की तैयारी शुरू हुई तो फाउंडेशन के सचिव व उनके खासमखास सहयोगी लोग खुद को प्रोजेक्ट करने का काम जोरशोर से करने लगे. जबकि तेजा फ़ाउंडेशन के गठन के समय यह नीति बनाई गई थी कि तेजा फ़ाउंडेशन की टीम के सदस्य स्वयं के प्रचार और गुणगान से बचेंगे. 9.5.2017 को कार्यकारिणी की बैठक में फ़ाउंडेशन में कोई विपरीत स्थिति निर्मित न हो इसको टालने के लिए तेजा फ़ाउंडेशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के पालनार्थ आचार संहिता अनुमोदित की गई थी जिसका पालन सचिव और उसके सहयोगियों द्वारा नहीं किया गया.

सचिव द्वारा खुद को महिमा-मंडन कराने के लिए पोस्ट लिखवाना: सचिव द्वारा खुद के महिमा-मंडन के लिए अनेक सामाजिक मीडिया प्लेटफोरमों पर बच्चों से लेख लिखवाए. उन बच्चों ने बाद में इस बाबत अनेक-स्तरों पर शिकायतें भी की. 6 जुलाई 2019 को श्री रामस्वरूप चौधरी के जन्मदिन पर एक पोस्ट कोचिंग में पढ़ाने वाले टीचर्स व पढ़ने वाले लड़कों से लिखाकर सोशियल मीडिया पर वायरल करवाई थी जिसके कुछ अंश यहाँ दिये जा रहे हैं.... श्री रामस्वरूप चौधरी के अन्दर परम चेतन तत्त्व का निवास है, जो उन्हें बार बार प्रेरित करता है कि वे सर्वशक्तिमान की सेवा में स्वयं को समर्पित कर दे....श्री रामस्वरूप चौधरी का जीवन एक खुली पुस्तक की तरह है, जिसके हर पन्ने पर सेवा की पंखुड़िया बिखरी पड़ी है.यदि कोई इन पंखुडियो की सुगंध ही महसूस कर ले तो उसका जीवन सफल हो जाएगा....अभिमान तो उनके पास फटकने की भी हिम्मत नहीं करता....नौकरी की बजाय समाज सेवा को जीवन का मूल मंत्र मानने वाले चंद बिरले लोग ही होते है और उनमे से एक है श्री रामस्वरूप चौधरी....तेजस्वी और शालीन व्यक्तित्व के धनी श्री रामस्वरूप सर् ने अपनी सहज-सरल वाणी द्वारा सदैव मानवता का पथ प्रशस्त किया है. वे जहाँ भी जाते है,जनमानस पर अपने प्रभावी व्यक्तित्व की छाप छोड़ते है. उस स्थल की आबोहवा उनके सुवास से महक उठती है...श्री रामस्वरूप सर् के शांत, सौम्य जीवन की तरह उनके वचन और प्रवचन भी सहज-सटीक होते है. न कही जटिलता, न शब्दों का कोई आडम्बर, न खोटे वायदे, बात उतनी ही करेंगे जितना वे कर्म कर पाए. आश्वासनों का पोटला थमाकर वादा खिलाफी करना उन्हें नहीं आता....मार्गदर्शन के क्षितिज पर अपनी कर्मठता, कर्तव्यनिष्ठता, मिलनसारिता व ईमानदारी के दम पर अपने कर्ज का फर्ज अदा करने वाले एक योग्य विलक्षण प्रतिभा के धनी रामस्वरूप सर् का कोई सानी नहीं है....

सचिव द्वारा खुद को महिमा-मंडन कराने के लिए लड़कियों को गोद लेना: तेजा फ़ाउंडेशन का उद्देश्य किसी को गोद लेना नहीं था क्योंकि गोद लेने पर उस संस्था पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी आ जाती है. सचिव रामस्वरूप ने मीडिया में खबरें छपाने के लिए यह कदम उठाया. यहाँ दो लड़कियों के उदाहरण प्रस्तुत हैं:

शीला जाट ने राजस्थान बोर्ड 10वीं में 99.17 फीसदी अंक हासिल किए. सचिव द्वारा उसको तेजा फाउंडेशन में गोद लिया गया अनेक वादे किए गए. यह जानकारी फ़ाउंडेशन में लोगों को नहीं थी केवल मीडिया से मिली. बाद में उस लड़की की कोई सुधबुध नहीं ली गई. सचिव द्वारा प्रचार पाने के लिए यह काम किया गया. परंतु इस कार्य से फ़ाउंडेशन की शाख कम हुई.

लाली जाट: दूसरी लड़की लाली जाट ने राजस्थान बोर्ड 10वीं में 97.84 फीसदी अंक हासिल किए. सचिव द्वारा उसको भी तेजा फाउंडेशन में गोद ले लिया गया और अनेक वादे किए गए. फेसबुक में पोस्ट दी गई ....एक और असाधारण प्रतिभा तेजा फाउंडेशन परिवार से जुड़ी...लाली जाट. राजस्थान बोर्ड की मेरिट में टॉप रेंक होल्डर...97.84%. वह भी भीलवाड़ा के कोटड़ी जैसे इलाके से...तेजा परिवार ने किया आज लाली का शानदार स्वागत ! लाली जाट...समाज का वह हीरा है, जिसने तमाम विषम परिस्थितियों के बीच अभावों में पलकर भी अपनी प्रतिभा का लौहा पूरे प्रदेश में मनवाया है...तेजा फाउंडेशन परिवार अपनी इस बेटी के कॅरियर डवलपमेंट में भी हर तरह से साथ रहेगा ! (Raghuveer Choudhary's post on facebook.7.6.2019)....इन वादों का आखिर क्या हुआ? सचिव ने तो अपना महिमामंडन कर लिया परंतु क्या इन लड़कियों की खोज-खबर बाद में सचिव द्वारा ली गई और उनके लिए कुछ किया गया?

लीला और शीला की कोई सुधबुध सचिव ने नहीं ली तो उस समय कोचिंग में व्यवस्था संभालने और पढ़ाने वाले सीकरवासी रघुवीर चौधरी ने पहल करते हुए और अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए इन दोनों लड़कियों का एडमिशन सीकर स्थित प्रिंस स्कूल में बिना किसी फीस के करवाया और वहां रखा। श्री रघुवीर चौधरी ने ही उनकी सार संभाल की। रिजल्ट आने पर श्रेय सचिव और उसकी मंडली ने ले लिया।

सफलता का मिथ्या प्रचार: सचिव द्वारा PSI का रिजल्ट आने पर संस्था के 25 विद्यार्थियों का चयन होना बताया गया जो बिल्कुल गलत था. संस्थान में PSI का कोई बैच नहीं चला था. RAS बैच-1 की छात्रा मोना बुगालिया का चयन हुआ तो उसने इसका श्रेय पाबूराम जी व तेजा फाउंडेशन के शिक्षकों को दिया तो उसका नाम लिस्ट से हटा दिया गया और मोना बुगालिया को प्रताड़ित किया गया.

आरएएस परीक्षा-2018 परिणाम का तेजा फाउंडेशन द्वारा झूठा प्रचार: आरएएस परीक्षा 2018 के रिजल्ट में तेजा फाउंडेशन की कोचिंग से सिलेक्शन होने वाले कैंडिडेट्स की संख्या के बारे में एक सरासर झूठा प्रचार समाज का भावनात्मक शोषण करने और समाज के युवाओं को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है। एकदम सरासर झूठा प्रचार किया जा रहा है कि फाउंडेशन के 100+ लड़के-लड़कियों का सिलेक्शन हुआ है। सच तो यह कि फाउंडेशन के RAS बैच में कुल 65 छात्र ही थे जिनमें से 58 ने आरएएस (प्री) परीक्षा पास की।

आरएएस(प्री) परीक्षा पास इन 58 छात्रों में से सिर्फ एक लड़का नरेंद्र सोहू आरएएस (मैन) परीक्षा पास कर सका। इसी लड़के का आरएस के फाइनल रिजल्ट में 577 वीं रैंक पर दिव्यांग कोटे में सेसिलेक्शन हुआ है। हक़ीक़त तो यह है। तेजा फाउंडेशन द्वारा आरएएस (मैन) परीक्षा की तैयारी के लिए मेहनत की होती तो यह दयनीय परिणाम क्यों आता? बाकी सब समाज में झूठा श्रेय लेने के लिए झूठा प्रचार किया जा रहा है। इस हक़ीक़त की कोई पड़ताल करना चाहे तो फाउंडेशन के आरएएस के मूल बैच के लड़कों से पूछताछ की जा सकती है। सच का पता किया जा सकता है। प्रचारजीवी लोगों के झूठ को समाज सच मान कर आगे बढ़ेगा तो इसके परिणाम विनासकारी होंगे। फाउंडेशन की कोचिंग से आरएस प्री टेस्ट क्लियर कर और वहां से आरएसएस मैन परीक्षा की तैयारी कर आरएस परीक्षा में बैठने वाले 58 कैंडिडेट्स की लिस्ट देखी जा सकती है। सारा रिकॉर्ड है। उसमें से सिर्फ एक लड़के नरेंद्र सोहू का ही सिलेक्शन हुआ है।

प्रचार के लिए बाकी के 99 नाम चालबाजी से कैसे जुटाए गए, इसकी कहानी भी जान लीजिए। तथ्य यह है कि आरएएस की जितनी पोस्ट होती हैं उनसे दुगुना कैंडिडेट्स को आरएस मैन परीक्षा में पास कर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। Rajasthan Administrative Service and Allied Services (RAS) main exams, 2018 में कुल मिलाकर 1051 पोस्ट थी, इसलिए आरपीएससी ने कुल 2100 को आरएस मैन परीक्षा में पास कर उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया। समझने वाले तो इस बात को समझ ही सकते हैं कि मैन परीक्षा में पास हो चुके कैंडिडेट का इंटरव्यू के बाद फाइनल सिलेक्शन होने के 50 परसेंट चांस तो पहले से बन चुके हैं। अब ये कोचिंग संस्थान अपनी वाहवाही बटोरने के लिए मॉक इंटरव्यू के नाटक रचते हैं। कैंडिडेट्स को बुलाते हैं। दो तीन लोगों को बिठाकर पांच मिनट कैंडिडेट्स से सवाल-जवाब करते हैं। वैसे उनके सवालों का आरपीएससी के रिअल इंटरव्यू से कोई संबंध नहीं होता। इस मॉक इंटरव्यू की वीडियोग्राफी कर ली जाती है क्योंकि वे ही नहीं बल्कि सब जानते हैं कि आरपीएससी में इंटरव्यू देने जाने वाले आधे कैंडिडेट्स का फाइनल सिलेक्शन तो होना ही है क्योंकि आरपीएससी ने जितनी पोस्ट हैं उनसे सिर्फ दुगुना कैंडिडेट्स ही इंटरव्यू के लिए बुलाए हैं। आरपीएससी का रिजल्ट घोषित होते ही झूठा प्रचार शुरू कर देते हैं कि हमारे यहां से पढ़े कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ है। व्यावसायिक कोचिंग संस्थानों की तर्ज पर झूठा प्रचार कम्युनिटी कोचिंग के नाम पर स्थापित किया गया तेजा फाउंडेशन कर रहा है। सत्यवादी तेजा जी के नाम पर प्रचारजीवियों द्वारा किया जा रहा यह झूठा प्रचार कहां तक जायज़ है?

आरएएस मैन परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेट्स इंटरव्यू से पहले मॉक इंटरव्यू देने सात-आठ या इससे सभी ज्यादा कोचिंग सेंटरों पर जाते हैं। इन मॉक इंटरव्यू का आरपीएससी के रिअल इंटरव्यू से कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं होता। कैंडिडेट्स जगह जगह मॉक इंटरव्यू देने इसलिए जाते हैं कि उनकी झिझक दूर हो जाए और उठने-बैठने की तमीज़ में सुधार आ सके। कोचिंग सेंटर पर ही नहीं ये कैंडिडेट्स इंटरव्यू आदि की जानकारी रखने वाले कई बुद्धिजीवी लोगों, पहले इंटरव्यू दे चुके कैंडिडेट्स आदि से व्यक्तिगत संपर्क करके भी गाइडेन्स लेते रहते हैं। यह एक आम बात है। व्यावसायिक कोचिंग सेंटर मॉक इंटरव्यू के ड्रामा रचकर मैन परीक्षा में पास हो चुके कैंडीडेट्स को अपने झांसे में लेते हैं। कोचिंग वाले जानते हैं कि उनके यहां जो मॉक इंटरव्यू में जो आएंगे उनके फाइनल सिलेक्शन के 50 परसेंट चांस तो पहले से ही है। इसलिए जितने कैंडिडेट्स आएंगे उनमें से कम से कम आधे कैंडिडेट्स का सिलेक्शन तो तय है। रिजल्ट घोषित होते ही कोचिंग सेंटर सिलेक्शन का श्रेय लेने लग जाते हैं। सब जानते हैं कि इंटरव्यू में मार्क्स के लिए कैंडिडेट्स अपने स्तर पर इधर उधर ख़ूब भागदौड़ करते हैं, कई तिकड़म बिठाते हैं, कई तरीके अपनाते हैं। कैंडिडेट्स की खुद की काबिलियत और भांति-भांति की मेहनत से उनका जब सिलेक्शन हो जाता है तो उसका श्रेय लेने की होड़ में कोचिंग सेंटर लग जाते हैं। कोचिंग सेंटर द्वारा करवाई गई कोचिंग से जिनका सिलेक्शन नहीं हो पाता, उसकी जिम्मेदारी लेने से वो बच जाते हैं


जिन कैंडिडेट्स ने दूसरी जगहों या अपने स्तर पर कोचिंग की थी और मैन परीक्षा पास कर रखी थी, उनको मॉक इंटरव्यू के नाम पर व्यावसायिक कोचिंग संस्थानों की तर्ज पर तेजा फाउंडेशन द्वारा भी बुलाया गया। जिनका सेलेक्शन हो गया उनका नाम तेजा फाउंडेशन से कोचिंग कर सिलेक्शन होने वाले कैंडीडेट्स की लिस्ट में जोड़कर श्रेय लिया जा रहा है। वे चालबाज, झूठे, नमकहराम लोग ले रहे हैं। यह सच क्यों नहीं बताया जाता कि तेजा फाउंडेशन से कोचिंग करने वाले एक कैंडिडेट का 577 वीं रैंक पर सिलेक्शन हुआ है। बाकी के जो नाम लिस्ट में हैं उन्होंने कोचिंग दूसरी जगहों से की या अपने स्तर पर की जबकि ये मॉक इंटरव्यू देने के लिए तेजा फाउंडेशन भी आए थे। इस हक़ीक़त को क्यों नहीं बताना चाहते। टॉपर मुक्ता राव मॉक इंटरव्यू से पहले कभी तेजा फाउंडेशन नहीं आई। इसने तो पढ़ाई इंग्लिश मीडियम से की है और परीक्षा भी इंग्लिश मीडियम में दी है। तेजा फाउंडेशन ने आरएएस परीक्षा-2018 का कोई बैच इंग्लिश मीडियम में नहीं चलाया। झूठी वाहवाही लूटना समाज को झूठ और ठगी के रास्ते पर लजाकर अंधी गली में धकेलने के बराबर है।

तेजा फाउंडेशन की ओर से ऐसा ही झूठ पुलिस इंस्पेक्टर की भर्ती में बोला गया। पुलिस इंस्पेक्टर परीक्षा की तैयारी करवाने का कोई बैच तेजा फाउंडेशन की ओर से नहीं चलाया गया था। हक़ीक़त तो यह है। बाकी सारा प्रचार हक़ीक़त से कोसों दूर। सचाई से एकदम दूर। पुलिस इंस्पेक्टर पद के लिए आरपीएससी द्वारा इंटरव्यू लिए जाने लगे तो मैन परीक्षा में पहले से पास हुए कैंडिडेट्स को टटोलकर मॉक इंटरव्यू के नाम पर बुलाया गया और उनके सिलेक्शन का श्रेय ले लिया। तेजा फाउंडेशन की टीम के नाम से कुछ प्रचारजीवियों की मंडली जाट समाज में झूठा प्रचार कर आंखों में धूल झोंक रही है।


प्रतिभागियों को प्रताड़ित करना: बैच नंबर 4 का एक छात्र जिसने सोशल मीडिया पर पाबूराम जी, इसरान साहब, बुरड़क साहब और डॉ रघुवीर चौधरी के संदर्भ में एक पोस्ट डाली जिसमें कुछ पंक्तियाँ लिखकर तीनों की प्रशंसा कर दी, तो कोषाध्यक्ष महेंद्र चौधरी ने उस छात्र को कार्यालय में बुलाकर पहले तो उसका मोबाइल फोन छीनकर खुद ने उस पोस्ट को डिलीट किया तथा उसके साथ अभद्रता से पेश आकर उसे जलील किया गया. उस छात्र का ID कार्ड छीन लिया और संस्थान से एक सप्ताह के लिए बाहर निकाल दिया. कोई भी प्रतिभागी यदि सुधार के लिए कोई सुझाव वरिष्ठ पदाधिकारियों को देता तो उसको प्रताड़ित किया जाता.

पदाधिकारियों की मनमर्जी: निम्नतर स्तर के अन्य पदाधिकारी अपनी मनमर्जी करने लगे. कार्यक्रमों में स्टेज पर सचिव समेत दो तीन लोग खुद के गुणगान खुद ही करने लगे. जो लोग साल में कभी दर्शन नहीं देते थे, वो कार्यक्रमों में स्टेज पर काबिज़ होकर खुद का गुणगान करने-कराने के लिए आगे आ जाते थे. खुद को और सचिव की विरुदावलियाँ गाई जाने लगी. सचिव द्वारा अपनी जान पहचान वालों को कोचिंग में पढ़ाने के लिए बुलाया जाने लगा.

लेखा प्रस्तुत नहीं करना: आर ए एस के पहले बैच की मुख्य परीक्षा आयोजित होने से पहले ही नए बैच शुरू किए जाने लगे. प्रतिभागियों से 11 हज़ार रुपये की फीस ली जाने लगी. जबकि सोशल मीडिया पर प्रचार यह चलता रहा कि फ्री कोचिंग है. फाउंडेशन का लेखा-जोखा बार-बार कहने के बावजूद पेश नहीं किया गया. इससे उनकी गतिविधियाँ संदिग्ध लगने लगी. फाउंडेशन को अपनी बपौती समझने लगे इसलिए टीम के वरिष्ठ सदस्य संस्थान से अलग हो गए. बाद में सचिव और उसकी मंडली ने पाबूराम जी को भी किनारे कर दिया.

खर्च में पारदर्शिता का अभाव: समाज से जो धनराशि ली जाती है उनके एक-एक पैसे का हिसाब देना चाहिए. कोई भी समाज का गणमान्य नागरिक अपनी मेहनत की कमाई से बच्चों के भविष्य के लिए दान देता है. समाज से लिए गए दान के पैसे के खर्च में पारदर्शिता नहीं दिख रही थी. समय-समय पर समाज के गणमान्य लोगों की बैठक कर उनको गतिविधियों से अवगत कराना और समाज से लिए गए पैसे का हिसाब देना आवश्यक होता है. 17 मार्च 2019 के वार्षिक समारोह से पहले फाउंडेशन स्तर की बैठक में यह तय किया था कि सचिव आयव्यय का ब्यौरा प्रस्तुत करेंगे परंतु सचिव ने तो अपने मन की बात प्रस्तुत की थी.

दान की राशि का दुरुपयोग: तेजा फाउंडेशन के भवन में काफी राशि व्यय कर सेंट्रल एसी सिस्टम लगाया गया. शीघ्र ही यह भवन खाली कर दिया गया. पंखों, बोर्ड फर्नीचर, ऑफिस सेट अप, कैमरे, आदि पर भी भारी खर्चा हुआ था. ये सब कुछ कौड़ियों के भाव अपने चहेते कोचिंग वाले को दे कर नए भवन में सारा नया फर्नीचर व सेट अप तैयार करवाया जिस पर फिर से भारी खर्चा आया. इस तरह दान की राशि का दुरुपयोग किया गया.

योग्य संस्थापक सदस्यों और रिसोर्स पर्सन्स को बाहर करना: तेजा फाउंडेशन के किसी संस्थापक सदस्य, कोचिंग प्रतिभागी या कर्मी द्वारा सुधार हेतु वरिष्ठ पदाधिकारी को कोई सुझाव दिया जाता तो सचिव द्वारा उसके ख़िलाफ़ डराने, धमकाने और निकालने की कार्रवाई शुरू करदी.

श्री सुभाष जाखड़ - उपाध्यक्ष और तेजा फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य. तेजा फाउंडेशन के सचिव श्री रामस्वरूप चौधरी और उपाध्यक्ष श्री सुभाष जाखड़ के बीच मतभेद फाउंडेशन की ओर से उड़ान कोचिंग के प्रकल्प की लॉन्चिंग के दिन 23 अप्रैल 2017 को मंच वर्चस्व को लेकर हुआ. इस कार्यक्रम में उपाध्यक्ष पूरे समय तक मंच पर मौजूद रहे और उनकी इच्छानुसार कार्यक्रम का संचालन हुआ. उड़ान के उद्घाटन के दिन वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी का काम सचिव रामस्वरूप चौधरी ने अपनी जान पहचान वालों को सौंप दिया था. संचालन के लिए एंकरिंग का काम उपाध्यक्ष सुभाष जाखड़ ने अपनी जान पहचान के हिसाब से डॉ. पूनम चौधरी (कुलहरी) को सौंपा. सचिव व उपाध्यक्ष के बीच विवाद की शुरुआत उद्घाटन समारोह की पूर्व संध्या को सामने आने लगी जब उद्घाटन समारोह में स्टेज पर वक्ताओं के नाम फाइनल किए जाने लगे. दोनों अपने अपने चहेतों को स्टेज पर मौका देने के पक्ष में तर्क वितर्क करने लगे. विवाद बढ़ता देखकर दोनों को समझाया कि समारोह की सफलता के लिए दोनों को आपसी सहमति से काम करना जरूरी है. उद्घाटन समारोह में स्टेज की कमान उपाध्यक्ष और एंकर पूनम चौधरी ने अपने हाथों में ले ली. सचिव ने स्टेज पर अपने आपको उपेक्षित महशूस किया. यहीं से दोनों एक दूसरे से खुन्नस रखने लगे. प्रचार पिपासा और श्रेय लेने की होड़ ने उनको आमने सामने कर दिया. जब फाउंडेशन की उड़ान के नाम से कोचिंग शुरू की तब सचिव ने उपाध्यक्ष को निमंत्रित नहीं किया. सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर तल्ख़ी भी देखने को मिली. उपाध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर इस बात को जोरशोर से उठाया कि उड़ान नाम और उसका लोगो उनके दिमाग़ की उपज है. इस विवाद पर पार पाने के लिए फाउंडेशन की कोचिंग का नाम तेजा क्लासेज कर दिया गया और लोगो भी तेजा जी की तस्वीर को अपनाया गया. इस तरह तेजा फाउंडेशन पर मूँड मुंडाते ही ओले पड़ गए.
श्री नरेंद्र सिंह डांगावास IPS - श्री नरेंद्र सिंह डांगावास IPS, रिटायर्ड डीआईजी सीमा सुरक्षा बल, तेजा फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य. आप जाट विमर्श के अंतर्गत 8 जनवरी 2017 को चर्चा हेतु होटल मानसरोवर पैलेस जयपुर में पधारे थे. समाज के गणमान्य एवं सामाजिक सरोकारी लोगों की इस बैठक में विचार-विमर्श के उपरांत यह निर्णय लिया गया था कि कम्युनिटी के उत्थान एवं प्रबोधन हेतु 'तेजा फाउंडेशन' नाम से संस्था गठित करने की कार्यवाही शुरू की जानी है. इस बैठक में आपने बहुत महत्वपूर्ण व्यावहारिक सुझाव दिये थे और संस्थापक सदस्य के रूप में सदस्यता शुल्क के रुपये 11000/- नकद श्री रामस्वरूप चौधरी को दिए थे परंतु 5.4.17 की उड़ान टीम की बैठक के बाद आपने यह राशि सचिव से वापस लौटाने को कहा क्योंकि उन्होंने सचिव के बारे में जो जानकारी जुटाई वह सचिव की निष्ठा पर सवाल खड़ी करने वाली थी. अध्यक्ष द्वारा हस्तक्षेप कर यह राशि वापस लौटाई गई.
डॉ. सोहन चौधरी (खोजा) - प्रोफ़ेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय, तेजा फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य. उनकी तेजा फाउंडेशन के विकास में बहुत रुचि थी. शुरू की कुछ बैठकों में आए थे और संस्थान के सुचारु रूप से संचालन के लिए अच्छे सुझाव भी दिये थे. परंतु धीरे-धीरे उनको बैठकों में बुलाना ही बंद कर दिया. उन्होने माँग की है कि सभी संस्थापक सदस्यों की जनरल मीटिंग बुलाकर सभी ज्वलंत मुद्दों पर बातचीत कर सकारात्मक फ़ैसले लें और इसके सभी कार्यों में पारदर्शिता लायें ताकि यह संस्थान आने वाले दिनों में हमारे छात्र-छात्राओं को अच्छी कोचिंग व कैरियर काउंसिलग दे सके.
अरविंद कुमार भामू समाज सेवा की भावना से उत्साहित होकर शुरू से ही तेजा फाउंडेशन में संस्थापक केयर टेकर के रूप में कार्य कर रहे थे परंतु अप्रैल 2018 में उसे अलग कर दिया क्योंकि किसी मसले पर उसने अध्यक्ष को फोन किया और अध्यक्ष ने रामस्वरूप को उसकी समस्या निराकरण के लिए कहा तो बनवारी लाल के कहने पर रामस्वरूप ने नाराज होकर अरविंद कुमार भामू को डांट कर बिना भुगतान किए ही तेजा फाउंडेशन से निकाल दिया.
डॉ रघुवीर चौधरी (फैकल्टी भूगोल), संस्थापक मैनेजमेंट सदस्य. उनके द्वारा एजुकेशनल ट्यूर के लिए प्रत्येक छात्र से 2000 हजार रूपये लिए जाने (जो समाज को नि:शुल्क बताया गया) तथा अपने चहेतों और परिवार वालों को भ्रमण में साथ ले जाने का विरोध किया तो उनको भी संस्थान से बाहर कर दिया. उनके द्वारा ऐसे गलत भ्रमण का विरोध किया गया और शेष बचे बच्चों की क्लासेज लेता रहा. कोषाध्यक्ष महेंद्र चौधरी ने यह कहा- आप यह कुर्शी खाली करो यहाँ यादव जी संभालेंगे. यह एक समाज विरोधी कदम था जिसका विद्यार्थियों ने विरोध किया था.
नरेंद्र धाकड़, नरेश कुमार, धर्मेंद्र शर्मा, राजेन्द्र सारण, सुखराम कालीराणा जैसे योग्य शिक्षकों को भी इसी तरह फ़ाउंडेशन से बाहर का रास्ता दिखाने का काम किया और अपने अयोग्य चहेतों को रखा जिसका खामियाजा समाज के होनहारों को झेलना पड़ा.

अध्यक्ष और कोर्डिनेटर का हटना: तेजा फाउंडेशन के अध्यक्ष लक्ष्मण बुरड़क और कोचिंग के कोर्डिनेटर एच आर ईशराण के सुझावों पर कोई गौर नहीं किया गया. तेजा फाउंडेशन की 31 मार्च 2019 को पेट्रोलियम हाउस, ई-565, लाल-कोठी, विधानसभा के पास, जयपुर में आयोजित मीटिंग में लक्ष्मण बुरड़क और एच आर ईशराण ने फाउंडेशन के नाम पर चल रहे सचिव एवं उनके दो-तीन चहेतों की मनमर्ज़ी पर सवाल उठाए. अध्यक्ष द्वारा शिकायतों के निवारण करने की बात सचिव से कही गई. सचिव ने बड़ी धृष्टता का परिचय देते हुए शिकायतों को अनसुना कर दिया. उसी समय कोर्डिनेटर एच आर ईशराण ने फाउंडेशन से अपने को अलग करने की घोषणा कर दी थी. अध्यक्ष द्वारा भी घोषणा कर दी गई कि दो साल पूरे हो चुके हैं अब कोई नया अध्यक्ष चुन लीजिए. उस समय अध्यक्ष से निवेदन किया गया कि आगामी अध्यक्ष के चुने जाने तक अध्यक्ष का काम देख लें. तेजा फाउंडेशन के सचिव और उनके जोड़ीदार दो-तीन लोगों द्वारा फाउंडेशन के मूल मकसद की अनदेखी करते रहने से व्यथित होकर साल 2019 में संस्थापक अध्यक्ष श्री लक्ष्मण बुरड़क एवं संस्थापक कोर्डिनेटर प्रो. एच. आर ईसराण फाउंडेशन से अलग हो गए.

कोर्डिनेटर प्रो. एच आर ईशराण चूरू से अपने घर-परिवार को छोड़कर जयपुर आए थे और युवा वर्ग के भविष्य के लिए फ्री में निस्वार्थ भाव से दिन-रात मेहनत की जिसके परिणाम भी फ़ाउंडेशन में दिखाई दिए. परंतु उनके जाने के बाद फ़ाउंडेशन के कोचिंग की गुणवत्ता में न केवल लगातार गिरावट हुई बल्कि सोशियल मीडिया में छीछालेदारी भी. किसी ने सच ही कहा है - Institutions are the lengthened shadows of a man.

तेजा फाउंडेशन के सचिव द्वारा सर्वेसर्वा बनना और उसे खुद की प्रॉपर्टी समझना समाज के साथ विश्वासघात है. कुल मिलाकर फाउंडेशन अपने मूल मकसद से भटककर सचिव समेत दो-तीन लोगों की मनमर्जी से चलने लगा. जिसके फलस्वरूप संस्थापक वरिष्ठ अनुभवी अधिकारियों को संस्थान से हटने को बाध्य होना पड़ा.

समाज अंधेरे में नहीं रहे इसलिये ये तथ्य प्रकाश में लाना जरूरी समझा गया.

Teja Foundation: An Introduction in English

Teja Foundation is a social and community development organization based at Jaipur in Rajasthan. It is registered under Rajasthan Societies Registration Act,1958. Its registration number is 1062/2017. An executive body is constituted to run the affairs of the Foundation. The Foundation derives its name from the legendary folk-deity Tejaji. Teja Foundation has central office at B M Tower, Opp. Ganga Jamuna Petrol Pump, Gopalpura Bypass, Jaipur-302019, Rajasthan. For more details one can contact Secretary Teja Foundation at Mob:7220-01-7220. Presently Teja Foundation has undertaken following three activities:

1. Community Coaching

2. Community History Writing

3. Community Counseling

Teja Foundation is a social and community development organization based at Jaipur in Rajasthan. It is a non-profit charitable trust registered in March-2017 under Rajasthan Societies Registration Act,1958. The Foundation derives its name from the legendary folk-deity Tejaji.

The decision of getting the Foundation registered was taken after prolonged due deliberations at the level of acknowledged social activists, intellectuals, professionals and officers in administrative services.

Teja Foundation has been instituted to undertake social development projects and to act as think tank for contemporary issues of social significance.

It is committed to provide a potential platform for policy framers, intellectuals, academia, social reformers and enlightened people to educate, to eradicate social evils, to promote research on emerging socio-economic-political concerns, to awaken youth to the contemporary challenges and to offer advice to government, corporates, institutions and individuals.

Mission: A commitment to strive for the noble task of undertaking projects and activities for uplifting the marginalized section of the society and to work for peace, justice, ethical values and communal harmony.

Objectives:

1. To ensure comprehensive progress of the community by undertaking relevant issues and projects in a phased manner.

2. To provide quality coaching with library facility and comprehensive guidance to the talented, diligent and needy students of the community.

3. To work for promoting emotional bonding in the community by way of critically examining policy options and deliberation on various contemporary issues so as to ensure inclusive growth and social cohesion.

4. To highlight the rich history of the community at present thrown in oblivion; and also to reveal the role of the heroes and freedom fighters of the community in freedom struggle and to underline the pivotal part played by its leaders in the post-independent India in the sphere of national building.

Vision:

To work in the spheres of education, enlightenment, social awakening and social welfare.

To empower the community by making the youth competent enough to play their pivotal part on the platform of the national scenario in diverse spheres.

Achievements:

The Foundation launched its first activity on 24th July 2017 by starting coaching for the recruitment conducted in banking and other sectors.

Despite being the first attempt of the Foundation in the field of coaching, its success was significant. Out of 23 students who appeared at the different competitive exams 20 students were selected in govt services.

Inspired by the success scored in the first attempt, the Foundation launched a batch of coaching for RAS exams from 10th December 2017. As many as 85 percent candidates in the batch having cleared the preliminary exam are now engaged in preparing for the RAS Main Exams 2018.

Widening the scope of the project of coaching, the Foundation launched a batch of coaching for the post of lecturers in school education from 11th November 2018.

Along with coaching, the students are provided counselling from time to time. The Foundation seeks services of the competent counsellors and psychologists for this purpose.

A booklet on "100 Years of Social Awakening: With special reference to Bikaner Division" was published and released last year under the supervision and guidance of the Foundation.

A great number of research articles on the role of the Jat rulers, freedom fighters, social reformers and leaders of the community are regularly written and published on Jatland.com

Proposed Activity:

The foundation has recently invited applications for RAS foundation course scheduled to be started in January 2019. The candidates will be shortlisted through a written test and then the shortlisted candidates will be invited for personal interview for final selection.

The foundation is, thus, committed to undertake diverse projects and activities of community development with a view to repaying the debt of the community.

The active support of the community in different forms is solicited to implement the proposed plans and to undertake innovative projects significant for the betterment of the community.

An executive body of the Foundation is constituted to run its affairs and conduct its activities.

President : Sh Laxman Burdak, I.F.S. (Retired)

Co-ordinator: Prof. H.R. Isran, Retired Prof.

Secretary: Ramswaroop Chaudhary, Currently Food Inspector.

Teja Foundation has its central office at B. M . Towers, Ganga-Jamuna Petrol Pump Circle, Gopalpura Bypass, Jaipur-302019, Rajasthan.

Currently Teja Foundation has confined its activities in the following three spheres :

1. Community Coaching for needy students

2. Compiling, revisiting and writing Jat History

3. Community Counseling

The Foundation is contemplating a road map for undertaking other activities and projects of vital social significance. The support of the community is required to move ahead with steady steps.

External links

Resource Persons

  • Mahendra Singh Bhamu - Treasurer
  • Pramod Olania - Clear Vision Jaipur
  • Dharmendra Sharma
  • Pushpendar Singh
  • Sukh Ram Kalirana
  • Dr. Devendra Khichar
  • MS Priya Dahiya
  • Mahendra Chaudhary
  • Ravindra Pachar

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