Jat Prachin Shasak/Parishisht-2 (K)
विकिफाईअर : चौ. रेयांश सिंह
परिशिष्ट-2 (क)
- 1. गिल (यूरोपिय, Robert Sutherrland Gill, "The Dramatic Personality of Jesus" के को-ऑथर।)
- गिल
- 4. हिलो (युवान शुआंग के)
- हेर/हीर/हाल
- 7.नकोलोहो (युवान शुआंग के)
- नगराह
- 10. शनशन (,,)
- सिनसिन(वार) (भरतपुर राज परिवार)
- 14. सुएबी/शिवि (,,)
- सिबि/सिबिया
- 16. तिओत/तिओतोन (,,)
- तेवतिया
- 19. गोदल/गोइदल (,,)
- गोन्दल
- 20. बलगई (,,)
- बलहार(ा) (मध्य एशिया के बलकार, "क" का ग/ह में परिवर्तन)
इनके अतिरिक्त कुछ और मध्य एशियाई कुलों के नाम, जो उज़बेक तथा आसपास के जन वर्गों में पाए गए हैं, उन का तुलनात्मक अध्ययन निम्न रूप में हो सकता है। यहां
प्रस्तुत मध्य एशियाई नाम MAKI (मध्य एशिया का इतिहास) खण्ड/{Vol.} 2 पृष्ठ 514-17, 30. तथा "सोवियत यूनियन - एक भौगोलिक सर्वे" व कुछ जगह पर कुषाण कालीन अभिलेखों से लिए गए हैं।
- वर्तमान मध्य एशियाई नाम
- भारतीय नाम
- 19. गडोई (शिलालेखों में गड)
- गठवाल/गडवाल (जाट)
- 20. बगुरलु
- बागरवा (जाट)
- वैदिक नाम
- वर्तमान नाम
- 3. चेदी/चैद्य
- चेदी
- 10. वैनय
- वेनवाल/बैनीवाल
- पाणिनी द्वारा दिये गये नाम
- वर्तमान नाम
- 1. वृक
- विर्क/वरिक
- 8. मद्र
- मदान/मढ़ान
- वराहमिहिर द्वारा दिये गये नाम
- वर्तमान नाम
- 9. दीर्घ ग्रीव
- लांगल ?
- 10. दीर्घ केश
- लाम्बा (ल) ?
- 19. कालक
- काला/काहलों
- 27. नष्ट राज्य
- नास्सर
- 31. सुलिक
- सोलंगी/सोलंकी
- 32. सूरसेन
- शूराण/शोराण
- 33. ताल
- ताल्लान/ताहलान
- 35. तुषार
- तुषार/तूषीर
- 36. वाटधान
- वाटधान/बाठ